राष्ट्रीय राजधानी में जारी पानी की किल्लत को लेकर चरम पर पहुंची सियासत, आमने- सामने आए भाजपा और आप पार्टी के नेता
हरियाणा दिल्ली को उसके हक का पानी नहीं दे रहा- आप पार्टी
केजरीवाल सरकार का वाटर मैनेजमेंट ठीक नहीं- भाजपा नेता
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में जारी पानी की किल्लत को लेकर सियासत चरम पर है। जल संकट पर आम आदमी पार्टी और भाजपा के नेता आमने सामने हैं। एक तरफ, आम आदमी पार्टी का आरोप है कि हरियाणा दिल्ली को उसके हक का पानी नहीं दे रहा है। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा के नेताओं का आरोप है कि केजरीवाल सरकार का वाटर मैनेजमेंट ठीक नहीं है, टैंकर माफिया हावी है और इसलिए दिल्ली की जनता को पानी नहीं मिल रहा है।
नई दिल्ली संसदीय सीट से नवनिर्वाचित भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ आरके पुरम में प्रदर्शन किया। इस विरोध-प्रदर्शन में भाजपा के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। भाजपाइयों ने केजरीवाल सरकार के खिलाफ मटका फोड़ कर विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान दिल्ली जल बोर्ड और दिल्ली सरकार के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की।
बांसुरी स्वराज ने कहा कि यह बहुत ही शर्मनाक है कि पिछले 10 साल से यहां आम आदमी पार्टी की सरकार है। हर साल पानी की समस्या होती है, लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस संकट को दूर करने के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के पास पानी है। हरियाणा तय समझौते से ज्यादा पानी दे रहा है। आप सरकार ने जल बोर्ड को 600 करोड़ रुपये के मुनाफे से 73 हजार करोड़ रुपये के घाटे में लाकर खड़ा कर दिया। दिल्ली जल बोर्ड में मरम्मत का कोई काम नहीं किया गया। सिर्फ और सिर्फ टैंकर माफिया को प्रोत्साहित किया। दिल्ली की जनता आज पानी के लिए तरस रही है क्योंकि केजरीवाल सरकार ने इस पर कोई काम नहीं किया। दिल्ली में 40 फीसदी से ज्यादा पानी बर्बाद हो जाता है या फिर टैंकर माफिया उसे चुराकर ले जाता है।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, पश्चिमी दिल्ली से सांसद कमलजीत सेहरावत और भाजपा के कई नेताओं ने विभिन्न इलाकों में विरोध-प्रदर्शन किया और कहा कि दिल्ली में जल संकट के लिए अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार जिम्मेदार है। दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी के नेता दिलीप पांडे पानी की समस्या को लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल के आवास पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की किल्लत गंभीर होती जा रही है। हमने इस मामले में पत्र, मोबाइल और ईमेल के जरिए केंद्रीय मंत्री से संपर्क साधने की कोशिश की थी। हमने कहा कि आपके कॉर्डिनेशन से पानी का संकट दूर हो सकता है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की सरकार दिल्ली को पानी देने के लिए तैयार है, लेकिन बीच में किसी को कॉर्डिनेट करना पड़ेगा। आप केंद्र में इस विभाग के मंत्री है, आपसे उम्मीद है कि आप अभिभावक की भूमिका निभाते हुए कॉर्डिनेशन का काम कर दें तो दिल्ली की जनता को पानी मिल जाएगा।