प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय – 14 से 20 सितंबर तक सेवा सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा प्रधानमंत्री का जन्मदिन
आकाश ज्ञान वाटिका। नरेन्द्र मोदी का जन्म तत्कालीन बॉम्बे राज्य के महेसाना जिला स्थित वडनगर ग्राम में हीराबेन मोदी और दामोदरदास मूलचन्द मोदी के एक मध्यम-वर्गीय परिवार में १७ सितम्बर १९५० को हुआ था। वह छह बच्चों में तीसरे नम्बर के हैं। भारत पाकिस्तान के बीच द्वितीय युद्ध के दौरान अपने बाल्यकाल में उन्होंने स्वेच्छा से रेलवे स्टेशनों पर सफ़र कर रहे सैनिकों की सेवा की। युवावस्था में वह छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हुए | उन्होंने साथ ही साथ भ्रष्टाचार विरोधी नव निर्माण आन्दोलन में हिस्सा लिया। एक पूर्णकालिक आयोजक के रूप में कार्य करने के पश्चात् उन्हें भारतीय जनता पार्टी में संगठन का प्रतिनिधि मनोनीत किया गया। किशोरावस्था में अपने भाई के साथ एक चाय की दुकान चला चुके मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा वड़नगर में पूरी की। उन्होंने आरएसएस के प्रचारक रहते हुए १९८० में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर परीक्षा दी।
नरेन्द्र दामोदरदास मोदी वर्ष २०१४ से भारत के १४वें प्रधानमन्त्री तथा वाराणसी से सांसद हैं। वे भारत के प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने वाले स्वतंत्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। इससे पहले वे ७ अक्तूबर २००१ से 22 मई २०१४ तक गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। मोदी भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्य हैं। स्नातक होने के बाद उन्होंने अपना घर छोड़ दिया। मोदी ने दो साल तक भारत भर में यात्रा की और कई धार्मिक केंद्रों का दौरा किया। सन १९७१ में वह आरएसएस के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। सन 1985 में वे बीजेपी से जुड़े और सन २००१ तक पार्टी के भीतर कई पदों पर कार्य किया, जहाँ से वे धीरे धीरे भाजपा में सचिव के पद पर पहुँचे।
वर्ष २००१ में भुज, गुजरात आये भूकंप के बाद गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के असफल स्वास्थ्य कारण नरेंद्र मोदी को गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। मुख्यमंत्री के तौर पर उनकी नीतियों को आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए श्रेय दिया गया।
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने वर्ष २०१४ का लोकसभा चुनाव लड़ा और २८२ सीटें जीतकर अभूतपूर्व सफलता प्राप्त की। एक सांसद के रूप में उन्होंने उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी एवं अपने गृहराज्य गुजरात के वडोदरा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ा और दोनों जगह से जीत दर्ज़ की। उनके राज में भारत का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश एवं बुनियादी सुविधाओं पर खर्च तेज़ी से बढ़ा। उन्होंने अफसरशाही में कई सुधार किये तथा योजना आयोग को हटाकर नीति आयोग का गठन किया। वर्ष २०१९ भारतीय जनता पार्टी ने ३०३ सीटों पर जीत हासिल की, तथा पूर्ण बहुमत बनाये रखा और भाजपा के नेतृत्व वाले गठबन्धन (एनडीए) ने ३५३ सीटें जीतीं। नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक नगरी वाराणसी से भारी मतों से जीतकर सांसद बने तथा पुनः देश के १५वें प्रधानमंत्री चुने गए।
इससे पूर्व वे गुजरात राज्य के १४वें मुख्यमन्त्री रहे। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार ४ बार (२००१ से २०१४ तक) मुख्यमन्त्री चुना। गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त नरेन्द्र मोदी, विकास पुरुष के नाम से जाने जाते हैं और वर्तमान समय में देश के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से हैं। उन्हें ‘नमो’ नाम से भी जाना जाता है।
अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएँ लिखते हैं।
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का राजनीतिक सफर
- वर्ष १९८८ में बीजेपी की गुजरात संघ के महासचिव बने।
- वर्ष १९९५ और १९९८ के गुजरात विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए सफलतापूर्वक प्रचार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए एक प्रमुख रणनीतिकार के रूप में पहचाने गए, जिन्होंने भाजपा को गुजरात में सत्ताधारी पार्टी बना दी।
- राष्ट्रीय स्तर पर सफलतापूर्वक दो चुनौतीपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किए: एक सोमनाथ से अयोध्या रथ यात्रा, जो एल. के.आडवाणी द्वारा एक लंबा अभियान था तथा दूसरा मुरली मनोहर जोशी द्वारा किए गए कन्याकुमारी (भारत का दक्षिणी छोर) से कश्मीर (उत्तरी छोर) तक अभियान था। माना जाता है कि इन दोनों कार्यक्रमों ने वर्ष १९९८ में भाजपा को सत्ता में लाने में योगदान दिया था।
- वर्ष १९९५ में, नरेंद्र मोदी को भाजपा की राष्ट्रीय संघ के सचिव के रूप में नियुक्त किया गया था।
- वर्ष १९९८ में, नरेंद्र मोदी को महासचिव के रूप में पदोन्नत किया गया और उन्होंने अक्टूबर २००१ तक इस पद को संभाला।
- अक्टूबर २००१ में नरेंद्र मोदी पहली बार गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री बने। ७ अक्तूबर २००१ से २२ मई २०१४ तक गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
- लगातार तीन बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीतने और राज्य के मुख्यमंत्री का पद ग्रहण करने के बाद, मोदी पहली बार वर्ष २०१४ के लोकसभा चुनाव लड़े। उन्होंने भारी बहुमत के साथ चुनाव जीता और जीत के बाद भारत के प्रधानमंत्री बने। वर्ष २०१४ से भारत के १४वें प्रधानमन्त्री तथा वाराणसी से सांसद बने।
- वर्ष २०१९ में पुनः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लोक सभा चुनाव लड़ा गया और पूर्ण बहुमत के साथ फिर से देश के प्रधानमंत्री बने। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने ३०३ सीटों पर जीत हासिल की, तथा पूर्ण बहुमत बनाये रखा और भाजपा के नेतृत्व वाले गठबन्धन (एनडीए) ने ३५३ सीटें जीतीं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई योजनाएँ
- प्रधान मंत्री जन धन योजना
- स्वच्छ भारत मिशन
- प्रधान मंत्री उज्ज्वल योजना
- प्रधान मंत्री कृषि सिंचाई योजना प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना
- मुद्रा बैंक योजना
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
- संसद आदर्श ग्राम योजना
- मेक इन इंडिया
- गरीब कल्याण योजना
- ई-बस्ता
- सुकन्या समृद्धि योजना
- पढ़े भारत बढ़े भारत
- दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना
- नयी मंजिल योजना
- स्टैंड अप इंडिया
- अटल पेंशन योजना
- प्रधान मंत्री सुरक्षा बीमा योजना
- जीवन ज्योति बीमा योजना
- सागर माला परियोजना
- भारत में स्मार्ट नगर
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन
- प्रधान मंत्री आवास योजना
- जन औषधि योजना
- डिजिटल इंडिया
- डिजिलॉकर
- स्कूल नर्सरी योजना
- स्वर्ण मुद्रीकरण योजना
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना
केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकारें, समय समय पर आम नागरिकों को अच्छी से अच्छी सुविधा उपलब्ध करने के उद्देश्य से विभिन्न क्षेत्रों में नयी नयी लाभकारी योजनायें लागु करती हैं। केन्द्र सरकार कुछ प्रमुख योजनाओं का विवरण ऊपर दिया है। इनके अतिरिक्त भी कई अन्य योजनायें भी लागु की जा चुकी हैं। इन योजनाओं की जानकारी आम जनता तक पहुँचाना, हम सबका कर्तव्य हैं। आकाश ज्ञान वाटिका न्यूज़ पोर्टल के माध्यम से भी समय समय पर इन लाभकारी योजनाओं की जानकारी दी जाती रहेगी।
घनश्याम चन्द्र जोशी
सम्पदायक
आकाश ज्ञान वाटिका न्यूज़ पोर्टल