पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के उत्तम मार्दव धर्म दिवस पर सर्वोच्च विनम्रता एवं भक्तिभाव के साथ संपन्न हुए विभिन्न कार्यक्रम
[highlight]जहाँ मृदु भाव या नम्रता नहीं है वहाँ धर्म भी नहीं है और वहाँ नियम, व्रत, तप, दान, पूजा इत्यादि जो मानव करता है विनय भाव के बिना सभी व्यर्थ गिनाया जाता है।[/highlight]
आकाश ज्ञान वाटिका, 11 सितम्बर 2021, शनिवार, देहरादून। पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व के उत्तम मार्दव धर्म दिवस की विस्तृत जानकारी देते हुए मीडिया प्रभारी मधुसचिन जैन ने बताया कि आज भी नितप्रतिदिन की तरह 60 गाँधी रोड, जैन धर्मशाला में 108 मुनि श्री विबुद्ध सागर जी एवम क्षुल्लक 105 श्री समर्पण सागर जी महाराज जी के परम् सानिध्य में प्रातः 6:30 अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजा, 108 दिवसीय णमोकार महामंत्र विधान, साँय 35 मिनट णमोकार मंत्र का पाठ, सामूहिक आरती एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम की श्रंखला जैन मित्र मंडल द्वारा प्रश्न मंच एवम सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे सभी जैन बंधुओं ने बढ़चढ़ का प्रतिभाग किया।
इसी क्रम में शहर के अन्य मंदिरों में भी पूजा प्रक्षाल बड़े हर्षोल्लास और आनंद के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये गये। जिसमें सभी जैन बंधु कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्तिभाव से ये पर्व मना रहे है।साथ ही कोरोना महामारी से निजात पाने के लिए प्रार्थना भी की जा रही है
इस अवसर पर108 श्री विबुद्ध सागर जी एवं 105 क्षुल्लक श्री समर्पण सागर जी ने पर्युषण पर्व के उत्तम मार्दव धर्म के दूसरे दिन बताया कि मार्दव धर्म आत्मा अर्थात् निजात्मा स्व-स्वरूप का धर्म है। जहाँ मृदु भाव या नम्रता नहीं है वहाँ धर्म भी नहीं है और वहाँ नियम, व्रत, तप, दान, पूजा इत्यादि जो मानव करता है विनय भाव के बिना सभी व्यर्थ गिनाया जाता है। और कहता है कि मैंने ऐसा किया जो भी किया मैंने किया अन्य कोई भी मेरे समान किया नहीं इस तरह कह कर जो मान कषाय करता है वह अपनी आत्मा को ठगता है और दुनियाँ को भी ठगाया समझना चाहिए। वस्तु शाश्वत नहीं है और न ही सुख प्रदान करने वाली है। अत: वस्तु का अहंकार करके गर्व से फूलना नहीं चाहिये। उस बलशाली रावण को याद करो कि तीन खण्ड का अधिपति था,उसने भी अहंकार के कारण अपने ही हाथों से अपना पतन किया और अपने जीवन को समाप्त किया।
आगामी कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जैन भवन मंत्री संदीप जैन ने उत्तम आर्जव धर्म के दिन, 12 सितंबर 2021 को सौरभ सागर सेवा समिति द्वारा प्रातः 10:00 बजे से वैक्सीनेशन कैंप लगाया जाएगा। जिसमें 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को कोविशील्ड पहली अथवा दूसरी डोज, 18 से 45 वर्ष वाले लोगो को को-वैक्सीन की दूसरी डोज लगाई जाएगी।
इस अवसर पर हर्ष जैन (महामंत्री), आशीष जैन अर्जुन जैन (सयोजक), अमित जैन, अजित जैन, नरेश चंद जैन, सुनील जैन, विशद जैन, प्रवीण जैन, अजय जैन, रमेश जैन, संगीता जैन, दीपक जैन, सचिन जैन, राजीव जैन, सार्थक जैन, रवि जैन, सुनीता जैन, आंचल जैन, संजय जैन, अलका जैन, महेंद्र जैन आदि लोग उपस्थित रहें।
पर्युषण महापर्व के उत्तम मार्दव धर्म दिवस
मान महा विष रूप, करहि नीचगति जगत में।
कोमल सुधा अनूप, सुख पावै प्रानी सदा॥
उत्तम मार्दव गुन मन माना, मान करन को कौन ठिकाना।
बस्यो निगोद माहिं तैं आया, दमरी रूंकन भाग बिकाया ॥
रूंकन बिकाया भाग वशतै, देव इक इन्द्री भया।
उत्तम मुआ चान्डाल हूवा, भूप कीडों में गया ॥
जीतव्य जोवन धन गुमान, कहा करै जल-बुदबुदा।
करि विनय बहु-गुन बडे जन की, ग्यान का पावै उदा॥