नागरिकता संशोधन बिल को लेकर सरकार पर विपक्ष हमलावर
नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 को लेकर सरकार पर विपक्ष हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि यह बिल भारतीय संविधान पर हमला है। इसी कड़ी में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने सरकार पर एक फिर हमला बोला है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक भारतीय संविधान पर हमला है। जो भी इसका समर्थन करता है वह हमारे राष्ट्र की नींव को नष्ट करने का प्रयास कर रहा है। बता दें कि यह बिल लोकसभा में सोमवार को पास हो गया था। राज्यसभा यह बिल बुधवार को पेश हो सकता है। सदन में इसे लेकर काफी हंगामा हुआ, लेकिन सरकार ने इस बिल को पास करा लिया।
भारत के बंटवारे की पुष्टि कर दी गई- प्रियंका
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इसे लेकर सरकार पर प्रहार किया है। उन्होंने ने भी इसे लेकर दो ट्वीट किए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि कल (सोमवार) आधी रात को लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पारित करके भारत के बंटवारे की पुष्टि कर दी गई। हमारे पूर्वजों ने आजादी के लिए जान की बाजी लगाई थी। इसमें समानता का अधिकार और धर्म की स्वतंत्रता का अधिकार सुनिश्चित किया गया था।’
सरकार के एजेंडे के खिलाफ लड़ेंगे- प्रियंका
उन्होंने अगले ट्वीट में कहा कि हमारा संविधान, हमारी नागरिकता, एक मजबूत और एकीकृत भारत के हमारे सपने हम सभी के हैं। हम अपने संविधान को व्यवस्थित रूप से नष्ट करने के लिए इस सरकार के एजेंडे के खिलाफ लड़ेंगे और उस मूल आधार को खत्म नहीं होने देंगे, जिस पर हमारे देश का निर्माण हमारी सभी शक्तियों के साथ हुआ था।
महबूबा मुफ्ती ने बिल को असंवैधानिक और भेदभावपूर्ण करार दिया
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा है। बता दें कि महबूबा जम्मू कश्मीर 5 अगस्त ( अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद) से हिरासत में हैं। उनकी जगह उनकी बेटी इल्तिजा मुफ्ती ट्वीट कर रहीं हैं। उन्होंने इस ट्वीट में कहा, ‘महबूबा मुफ्ती ने नागरिकता बिल को असंवैधानिक और भेदभावपूर्ण करार दिया है। यह भारत के पोषित बहुलतावादी मूल्यों और लोकाचार के पतन को गति देगा। इसलिए पीडीपी अध्यक्ष के रूप में उन्होंने राज्यसभा में इस बिल के खिलाफ मतदान करने के लिए पीडीपी के सांसद मीर मोहम्मद फैयाज को व्हिप जारी किया है।’