Breaking News :
>>लद्दाख की तर्ज पर हर्षिल क्षेत्र बनेगा मोटर बाइक डेस्टिनेशन >>आर माधवन और नयनतारा की आगामी फिल्म ‘टेस्ट’ इस दिन होगी ओटीटी पर स्ट्रीम >>मोदी के प्रयासों से प्रदेश में बारहमासी पर्यटन का श्रीगणेश- महाराज>>हाथ मिलाकर, पीठ थपथपाकर सीएम को शाबाशी>>प्रधानमंत्री का मिला साथ, दौडे़गी यात्रा, बनेगी बात>>रमजान के पाक महीने में फल और सब्जियों की कीमतों में जबरदस्त उछाल>>क्या आप भी करते हैं अपनी त्वचा पर एलोवेरा जेल का इस्तेमाल, तो जान लीजिए इससे होने वाले नुकसान>>हमने जम्मू-कश्मीर के अधिकांश मुद्दों को हल करने का किया काम – विदेश मंत्री एस. जयशंकर>>स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रावत ने किया अहमदाबाद के चिकित्सा संस्थानों का भ्रमण>>इस माह से शुरु होगा केदारनाथ रोपवे का निर्माण कार्य, गौरीकुंड से केदारनाथ की दूरी अब सिर्फ 30 मिनट में होगी तय >>उत्तराखंड दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, मुखबा स्थित गंगा मंदिर में की विशेष पूजा अर्चना>>31 मार्च तक लग जाए सभी राशन गोदाम में धर्म कांटे – रेखा आर्या>>कृषि मंत्री गणेश जोशी ने रूड़की में आयोजित तीन दिवसीय विकसित भारत-विकसित उत्तराखण्ड मेगा प्रदर्शनी कार्यक्रम को सम्बोधित किया>>मोदी-धामी फैक्टर – उत्तराखंड के विकास की नई गाथा>>सोनप्रयाग से केदारनाथ तक 12.9 किलोमीटर लंबी रोपवे परियोजना को केंद्र से मिली मंजूरी>>शरीर में क्यों बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल का लेवल? आइये जानते हैं क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ>>महाकुंभ को लेकर कुछ पार्टियां ने दुष्प्रचार किया फिर भी लोगों की आस्था नहीं डोली- मुख्यमंत्री योगी>>नर्सिंग अधिकारियों के एक हजार और पदों पर होगी भर्ती- डॉ धन सिंह रावत>>हेमकुंड साहिब को जोड़ने वाला पुल हुआ क्षतिग्रस्त, हिमस्खलन का खतरा बरकरार>>प्रदेशभर में चलेगा एनीमिया एवं टीबी मुक्त अभियान- डॉ. धन सिंह रावत
सम्पादकीय

अब यह एक नया खतरा

आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 22 अगस्त 2023, देहरादून। वैज्ञानिकों की चेतावनी है कि पहले ही ग्लोबल वॉर्मिंग से जूझ रही दुनिया में अल नीनो का असर अधिक घातक हो सकता है। मसलन खाद्य संकट बढऩे के साथ-साथ इसकी वजह से मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां भी फैल सकती हैं। दुनिया अब तक कोरोना महामारी और यूक्रेन युद्ध के असर से नहीं उबरी है। ये घटनाएं खाद्य संकट और महंगाई का कारण बनीं। इसी बीच अब खबर है कि मौसमी परिघटना अल नीनो प्रभाव का असर धीरे-धीरे बढ़ रहा है। वैज्ञानिकों के मुताबिक इसके कारण आने वाले महीनों में तापमान बहुत अधिक रहेगा और मौसमी आपदाओं की संख्या भी बढ़ सकती है। विश्व मौसम संगठन के मुताबिक पिछले महीने ही अल नीनो की शुरुआत हो चुकी है।

प्रशांत महासागर में अधिक तापमान के साथ शुरू होने वाला यह प्रभाव अक्सर नौ से 12 महीने तक रहता है। साल के आखिर में इसका असर सबसे ज्यादा होने की संभावना है। वैज्ञानिकों की चेतावनी है कि पहले ही ग्लोबल वॉर्मिंग से जूझ रही दुनिया में अल नीनो का असर अधिक घातक हो सकता है। मसलन इसकी वजह से मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां भी फैल सकती हैं। पहले भी जब अल नीनो प्रभाव आया तो पानी से पैदा होने वाली बीमारियों और अन्य संक्रामक रोगों के प्रसार में वृद्धि देखी गई थी। अल नीनो के कारण बारिश की मात्रा और बारंबारता बढ़ जाती है, जिससे पानी जमा होता है। इस कारण मच्छर आदि अधिक तापमान में पैदा होने वाले जीव बढ़ जाते हैं और संक्रामक रोग फैलते हैं।

वर्ष 1998 में जब अल नीनो आया था तो कई जगह मलेरिया महामारी बन गया था। फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि अल नीनो के कारण जंगल की आग जैसी घटनाओं में कितनी वृद्धि होती है। लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि यह खतरा भी बढ़ जाता है। एक अनुमान के मुताबिक पिछली गर्मियों में सिर्फ यूरोप में गर्मी से 61 हजार लोगों की जान गई थी, जबकि तब अल नीनो  प्रभाव नहीं था। इस साल जुलाई को इतिहास में अब तक का सबसे गर्म महीना आंका गया है। देखा गया है कि जिस साल अल नीनो सक्रिय होता है, उस साल दक्षिण और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे इलाकों के कई देशों में खराब फसल होने की आशंका ज्यादा होती है। इसका असर खाद्य के अभाव और महंगाई के रूप में सामने आता है। यह खतरा फिलहाल मंडरा रहा है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!