कोरोनेशन अस्पताल में अब मरीजों को मिलेंगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें, जिला अस्पताल अब कुल बेड हो गए 284
आकाश ज्ञान वाटिका, 10 अप्रैल 2021, शनिवार, देहरादून। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने पं0 दीनदयाल उपाध्याय जिला चिकित्सालय, देहरादून के परिसर में 100 शैय्याओं के चिकित्सालय का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि जन सेवा हेतु यह हास्पिटल तेजी से कार्य करेगा, जिस तरह दून हास्पिटल के साथ दून मेडिकल कॉलेज के बनने से सुविधाएं और बेहतर हुई हैं। इसी तरह इस चिकित्सालय के विस्तार से इसमें लोगों को और बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। अस्पताल में जो भी कमियां आगे सामने आयेंगी, उनको पूरा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि चिकित्सालय में डॉक्टरों की पर्याप्त उपलब्धता रहेगी।
कोरोनेशन अस्पताल में अब मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाएंगी। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को अस्पताल की नई बिल्डिंग का लोकार्पण किया। जहां न केवल 100 बेड की आइपीडी, बल्कि अत्याधुनिक पैथोलॉजी एवं डायग्नोस्टिक केंद्र, आइसीयू, मॉड्यूलर ओटी, बर्न यूनिट आदि की भी व्यवस्था है। इसके बाद अब जिला अस्पताल में 284 बेड हो गए हैं। इससे पहले कोरोनेशन में 84 और गांधी शताब्दी में 100 बेड थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कई चमचमाते बड़े अस्पताल जरूर बन गए हैं, पर जिस तरह के काबिल चिकित्सक सरकारी अस्पतालों में हैं, वे वहां नहीं हैं। हालांकि, उनके पास मरीजों की अधिकता की वजह से कई बार परेशानी भी उठानी पड़ती है। उन्होंने कहा कि दून अस्पताल के मेडिकल कॉलेज का टीचिंग अस्पताल बन गया है। एक जिला अस्पताल में जो बात होती है, वह मेडिकल कॉलेज में नहीं आ पाती, क्योंकि वहां पर पढ़ाई और प्रशिक्षण का कार्य भी साथ-साथ चलता है। मेडिकल कॉलेज में विभागाध्यक्ष कम व जेआर-एसआर ज्यादा मरीज देखते हैं। उम्मीद है कि कोरोनेशन भी दून की ही तरह अपना नाम स्थापित करेगा। यहां वह सभी सुविधाएं होंगी जो एक अच्छे अस्पताल में होनी चाहिए। जो कमियां हैं भी उन्हें जल्द ही दूर किया जाएगा।
अस्पताल में चिकित्सकों, नर्स समेत अन्य स्टाफ की कमी को दूर करने के निर्देश उन्होंने दिए। प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनोज उप्रेती ने कहा कि एक जनवरी 2019 को अस्पताल का शिलान्यास हुआ था, जो दो वर्ष तीन माह में बनकर तैयार हुआ है। कहा कि अस्पताल में सीटी स्कैन, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिलने लगेगी, जल्द ही एमआरआइ की सुविधा भी मरीजों को दी जाएगी। वहीं, पैथोलॉजी लैब का संचालन प्रथम तल पर होगा। अलग-अलग विभागों के सात ओपीडी कक्ष बन गए हैं और पांच और बनाए जाने हैं। 15 बेड की इमरजेंसी नई बिल्डिंग में शिफ्ट कर दी जाएगी।
सर्जिकल, बर्न वार्ड के अलावा यहां सामान्य वार्ड भी बने हैं। तीन मॉडयूलर ओटी और दस बेड का आइसीयू भी यहां संचालित होगा। इस दौरान महापौर सुनील उनियाल गामा, विधायक खजानदास, हरबंस कपूर, उमेश शर्मा काऊ, विनोद चमोली, वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल गोयल प्रभारी, स्वास्थ्य सचिव डॉ0 पंकज पांडेय, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ0 तृप्ति बहुगुणा, सीएमओ डॉ0 अनूप डिमरी, डॉ0 एनएस बिष्ट आदि मौजूद रहे।
भाजपा विधायक खजान दास में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोनाकाल में गड़बड़ी की आशंका जताई है। उन्होंने मंच से यह बात कही। विधायक ने कहा कि जो मास्क सेलाकुई में छ: रुपये में बिक रहे थे, वह 15-16 रुपये में खरीदा गया है। जिससे उन्हें काफी पीड़ा हुई है। खजान दास का कहना है कि कोविड-19 महामारी के दौरान मुख्यमंत्री ने विधायकों को 15-15 लाख सीएमओ को देने के निर्देश दिए थे, तो सभी विधायकों ने यह रकम दी। इसकी जब जानकारी मांगी गई तो मास्क 15 से 16 रुपये का खरीदा बताया गया। उन्होंने मामला मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाते हुए कहा कि इसकी जांच की जानी चाहिए।
अस्पताल की नई बिल्डिंग का लोकार्पण कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग का था, पर भाजपा नेताओं ने इसे सियासी बना दिया। यहां तक कि विभागीय अफसरों को मंच पर जगह तक नहीं दी गई। जिस पर स्वयं मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताई। सीएम की नाराजगी देख विधायक खजानदास को खुद संचालन संभालना पड़ा। उन्होंने सभी अफसरों से खेद जताकर उन्हेंं मंच पर बुलवाया और उनका सम्मान कराया। इसके बाद वरिष्ठ फिजीशियन डॉ0 एनएस बिष्ट ने स्वास्थ्य विभाग की ओर से कार्यक्रम का संचालन किया। सीएम ने अस्पताल के निर्माण में मेहनत करने वाले विधायक खजानदास और अफसरों की तारीफ की।