AIIMS ऋषिकेश में कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं के उपचार के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी मेडिकल सुविधायें
आकाश ज्ञान वाटिका, 9 अप्रैल 2021, शुक्रवार, ऋषिकेश। कुंभ 2021 मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधायें मुहैया कराने के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश की टीमें 24 घंटे उपलब्ध रहेंगी। इसके अलावा मुख्य स्नान पर्वों पर किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्स ऋषिकेश में वार्ड और आइसीयू बेड आरक्षित किए गए हैं।
गुरुवार को एम्स निदेशक प्रो0 रविकांत ने हरिद्वार के सैक्टर चिकित्सालय पहुंचकर व्यवस्थाओं को जायजा लिया और इस बाबत उन्होंने चिकित्सकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुंभ के लिए हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को एम्स ऋषिकेश की ओर से चिकित्सीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके लिए हरिद्वार स्थित बैरागी कैंप में बने 50 बेड वाले सैक्टर अस्पताल में एम्स के चिकित्सकों की टीमें तैनात कर दी गई है।
एम्स निदेशक ने बैरागी कैंप में बने सैक्टर चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कोविड टेस्टिंग एरिया, ओपीडी, आइपीडी, रजिस्ट्रेशन काउंटर, डिस्पेंसरी, एमआइ रूम आदि क्षेत्रों का जायजा लेकर इस बाबत अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। प्रो. रविकांत ने बताया कि कुंभ में किसी भी तरह की आपात स्थिति अथवा गंभीर किस्म के मरीजों के उपचार के लिए एम्स ने एडवांस लाइफ सपोर्ट एएलएस और बेसिक लाइफ सपोर्ट बीएलएस सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।
कुंभ के दौरान तीसरी आंख से निगरानी की जाएगी। पुलिस-प्रशासन ने नगर के प्रमुख प्वाइंट पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। संवेदनशील रुड़की तिराहा और बालावाली तिराहे पर अधिक संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। कंट्रोल रूम से 24 घंटे इन पर नजर रखी जाएगी। कुंभ के दौरान नगर में सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं। मेला प्रशासन के यातायात प्लान के मुताबिक दिल्ली, मेरठ, मुज्जफरनगर से आने वाले श्रद्धालुओं को पुरकाजी-लक्सर और रुड़की-लक्सर मार्ग से होते हुए हरिद्वार भेजा जाएगा। इसे देखते हुए यात्र मार्ग पर मुख्य प्वाइंट पर पुलिकर्मियों की तैनाती रहेगी। इसके अलावा भी सुरक्षा एवं निगरानी के लिए पुलिस-प्रशासन की ओर से चाक-चौबंद इंतजाम किए जा रहे हैं। नगर में मुख्य चौराहे और मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नगर के अतिव्यस्त रहने वाले बालावाली तिराहा, रुड़की तिराहा संवेदनशील हैं।