माँ गर्जिया देवी मन्दिर की पहाड़ी में आयी दरार के बेहतर एवं स्थाई उपचार के लिए जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने उठाया कदम
आकाश ज्ञान वाटिका, 23 फरवरी 2021, मंगलवार, रामनगर/हल्द्वानी (सूचना)। रामनगर से 14 किमी० की दूरी पर स्थापित ऐतिहासिक माँ गर्जिया देवी मन्दिर जो कि पहाड़ी पर स्थापित है, में आयी दरार के बेहतर एवं स्थाई उपचार के लिए जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने कदम उठाया है। उन्होंने प्रो० सत्येन्द्र मित्तल विभागाध्यक्ष सिविल इंजीनियरिंग विभाग आईआईटी रूड़की को पत्र प्रे षित किया है। जिलाधिकारी ने प्रो0 मित्तल को प्रेषित पत्र में उल्लेख किया है कि गर्जिया देवी मन्दिर ऐतिहासिक एवं पौराणिक होने के कारण स्थानीय निवासियों एवं अन्य लोगों की मन्दिर से आस्था जुड़ी हुई है। मन्दिर में अत्यधिक संख्या में वर्षभर श्रद्वालुओं का आवागमन बना रहता है।
अपने पत्र में जिलाधिकारी ने उल्लेख किया है कि विगत कई समय से गर्जिया मन्दिर की पहाड़ी जिसमे मन्दिर स्थापित है में स्थान-स्थान पर दरारें परिलक्षित हो रही है जिस कारण निकट भविष्य में मन्दिर को खतरा होने की सम्भावनाओं से इन्कार नहीं किया जा सकता है। मन्दिर का ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व है अतः मन्दिर की पहाड़ी पर दरारोें की जाँच एवं सुरक्षात्मक उपाय किया जाना नितांत आवश्यक है। अतः आपसे अनुरोध है कि शीघ्रता-शीघ्र गर्जिया देवी मन्दिर रामनगर की सर्वे/जाँच करते हुये सुरक्षात्मक उपायों हेतु कार्ययोजना तैयार किये जाने हेतु आईआईटी रूड़की की विशेषज्ञ टीम को रामनगर भेज दें। इस महत्वपूर्ण कार्य पर होेने वाले व्यय का भुगतान जिला प्रशासन द्वारा किया जायेगा।
जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि मन्दिर के संरक्षण के लिए सरकार गम्भीर है। मुख्यमंत्री स्तर से इस महत्वपूर्ण कार्य की समीक्षा की जा रही है। उनके निर्देश पर रूड़की के विशेषज्ञों से सर्वे कराकर प्रभावी कार्यवाही की जायेगी। प्रशासन भी इस हेतु तत्पर है।