कन्हैया के स्वागत को द्रोणनगरी तैयार
- हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा भगवान कृष्ण का जन्मदिवस
आकाश ज्ञान वाटिका, 30 अगस्त 2021, सोमवार, देहरादून। बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते शहर में कोई आयोजन नहीं हो सका था। लेकिन इस साल सीमित संख्या एवं कोरोना गाइडलाइन के साथ शहर में कई कार्यक्रम होने जा रहे हैं। पर्व को मनाने को लेकर उत्साहित हैं।
भगवान कृष्ण का जन्मदिवस आज हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। कन्हैया के स्वागत को द्रोणनगरी तैयार है।
मंदिरों को रंगीन लाइट और फूल मालाओं से सजाया गया है। बीते वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते शहर में कोई आयोजन नहीं हो सका था। लेकिन इस साल सीमित संख्या एवं कोरोना गाइडलाइन के साथ शहर में कई कार्यक्रम होने जा रहे हैं। पर्व को मनाने को लेकर उत्साहित हैं।
अष्टमी पर व्रत धारण कर जहां लोग इस दिन पूजा करेंगे, वहीं मंदिरों में देर रात तक जन्मोत्सव मनाने के लिए कलाकारों द्वारा कीर्तन, भजन, मटकी फोड़ की प्रस्तुति भी होंगी। इस साल पुलिस लाइन में भी भव्य आयोजन होने जा रहा है।
समारोह में राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शिरकत करेंगे। उत्तराखंड विद्वत सभा के प्रवक्ता आचार्य बिजेंद्र प्रसाद ममगाईं ने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था।
सोमवार को पूरे दिन जन्माष्टमी रहेगी और 12 बजे तक जागरण, पूजन, वंदन किया जा सकता है।
ऐसा मानना है कि अष्टमी तिथि को मध्यरात्रि में भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ था। धर्मशास्त्रों के मुताबिक व्रत हमेशा उदय तिथि में रखा जाता है, ऐसे में व्रत व पर्व सोमवार यानी 30 को मनाया जाएगा। इस दिन रोहिणी नक्षत्र वृष राशि में चंद्रमा का अद्भुत संयोग है। रविवार को रात 11:25 बजे शुरु हुई अष्टमी तिथि सोमवार देर रात 1:59 बजे तक रहेगी। 101 वर्ष बाद इस दिन जयंती योग बन रहा है।
भगवान श्रीकृष्ण की पूजा
सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद व्रत का संकल्प लें। अब माता देवकी और भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति या फोटो को पालने में रखें। पूजा करते समय देवकी, वासुदेव, बलदेव, नंद बाबा, यशोदा का नाम जपें। रात में 12 बजे के बाद श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाएं। उनका अभिषेक पंचामृत से करें और उन्हेंं नए वस्त्र अर्पित करें। अब उन्हेंं झूला झुलाएं और पंचामृत में तुलसी डालकर माखन-मिश्री और धनिये की पंजीरी का भोग लगाएं। अब आरती करें और प्रसाद भक्तजनों में वितरित करें।
मंदिर समितियों ने की तैयारी
जन्माष्टमी पर इस बार अंतरराष्ट्रीय कृष्ण भावनामृतम संघ (इस्कान) ओएनजीसी के सामुदायिक केंद्र में दो दिवसीय कार्यक्रम आयोजित करेगा। इसके अलावा चैतन्य गौड़ीय मठ डीएल रोड, श्याम सुंदर मंदिर पटेलनगर, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर, आदर्श मंदिर समेत शहर के विभिन्न मंदिरों को सजाया गया है। कृष्ण जन्मोत्सव पर भजन, नृत्य, संगीत की मनमोहक प्रस्तुति देंगे।
शोभा यात्रा
देहरादून। कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में रविवार को श्री चैतन्य गौड़ीय मठ ने सीमित संख्या में भक्तों के साथ शोभा यात्रा निकाली। जहां से भी शोभा यात्रा निकली फूल वर्षा एवं जयकारों से उनका स्वागत हुआ।
“हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे…” भजन गाते व मृदंग, कांसे की थाल, करताल की ध्वनियों के साथ नाचते हुए शोभा यात्रा में मठ मंदिर के संत त्रिदंडी स्वामी विलास महाराज की अगुआई में निकली।
इस अवसर पर वृंदावन से सुशील प्रभु, माया पुर धाम से तपन प्रभु, कोलकाता से पीयूष प्रभु दिल्ली से प्रहलाद प्रभु समेत अन्य लोग मौजूद रहे।
- इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी रोहिणी नक्षत्र के जयंती योग में मनाई जाएगी
- रविवार को रात 11:25 बजे शुरु हुई अष्टमी तिथि सोमवार देर रात 1:59 बजे तक रहेगी।
- ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक 101 वर्ष बाद इस दिन बन रहा जयंती योग