15 अगस्त तक गंगोत्री धाम में लॉकडाउन, तीर्थ पुरोहित करेंगे पूजा
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित, साधु-संत और स्थानीय निवासियों ने आज से आगामी 15 अगस्त तक धाम में लॉकडाउन रखने का फैसला लिया है। इस अवधि में किसी भी बाहरी व्यक्ति को गंगोत्री धाम में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। गंगोत्री मंदिर समिति की ओर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान को भी इस आशय का पत्र भेज दिया गया है। उधर, जिलाधिकारी ने कहा कि गंगोत्री मंदिर चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड के अधीन है। इसलिए तीर्थ पुरोहितों की ओर से आए पत्र के संबंध में उपजिलाधिकारी को उनके साथ बैठक करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही देवस्थानम बोर्ड के सीईओ के निर्देशों के क्रम में कदम उठाने को भी कहा गया है।
गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि उत्तरकाशी जिले समेत प्रदेश और देश में जिस तरह कोरोना संक्रमण फैल रहा है, वह बेहद चिंताजनक है। तीर्थ पुरोहित, साधु-संत और स्थानीय निवासियों ने इसे लेकर गहन मंथन किया। इसी के बाद धाम में आज से 15 अगस्त तक पूरी तरह लॉकडाउन रखने का निर्णय लिया गया। इसके तहत मंदिर में होने वाली दैनिक पूजा में भी सीमित संख्या में पुरोहित शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार ने जिस तरह अमरनाथ यात्रा और कांवड़ यात्रा को स्थगित किया, उसी तरह चारधाम यात्रा को भी स्थगित रखा जाना चाहिए था।
मोरी बाजार में 15 दिन का स्वत: लॉकडाउन
मोरी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से व्यापारियों और ग्रामीणों में दहशत है, जिसके चलते व्यापार मंडल मोरी ने निर्णय लिया है कि मोरी बाजार में 28 जुलाई से अगले 12 अगस्त तक 15 दिन का लॉकडाउन रहेगा। केवल आवश्यक सेवाओं के प्रतिष्ठान ही खुले रहेंगे। मंगलवार से व्यापारियों ने मोरी बाजार में लॉकडाउन शुरू कर दिया है। व्यापारियों की ओर से जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान को ज्ञापन भेजा गया। इसके साथ ही व्यापारियों ने उप जिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी के साथ बैठक की।
व्यापारियों ने सतलुज जल विद्युत परियोजना और जेपी कंपनी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। व्यापारियों ने कहा कि विभिन्न राज्यों से आने वाले कंपनी के मजदूर बिना क्वारंटाइन के सीधे काम में जुट रहे हैं। बाद में वहीं कोरोना पॉजिटिव आ रहे हैं। व्यापारियों ने कहा कि उन्होंने आम सहमति से लॉकडाउन करने का निर्णय लिया है। उनकी प्रशासन से मांग है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराया जाए। व्यापारियों ने कहा कि मोरी क्षेत्र का दुर्भाग्य है कि यहां अभी तक स्वास्थ्य विभाग ने कोविड-19 की सैंपलिंग की व्यवस्था तक नहीं की है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की है कि मोरी में चिकित्सकों की टीम भेजी जाए। साथ ही संदिग्धों में कोरोना संक्रमण जांच के लिए उनके सैंपल लिए जाएं।
इस मौके पर व्यापार मंडल अध्यक्ष महावीर राणा, महामंत्री मुकेश, राजेन्द्र रावत, दुर्गेश्वर लाल, गुमान सिंह पंवार, अनिल पंवार, प्रदीप डोभाल आदि मौजूद थे। वहीं, उत्तरकाशी के उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी ने बताया कि परियोजना क्षेत्र को पूरी तरह सील कर दिया गया है। साथ ही आने-जाने वालों की जांच की जा रही है। कंपनी के 50-50 श्रमिकों के प्रतिदिन सैंपल लिए जा रहे हैं।