प्रधानमंत्री आवास योजना से झोपड़ी के स्थान पर पक्का मकान बनने तक की कहानी स्वयं लाभार्थियों के जबानी सुनिए
लाभार्थियों ने मा० प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मा० मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार का सहृदय से आभार व्यक्त किया।
आकाश ज्ञान वाटिका, 27 मई 2022, शुक्रवार, देहरादून (जि.सू.का.)। प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत जनपद में विभिन्न लाभार्थियों द्वारा अपनी सफलता की कहानी बताते हुए अपने अनुभव साझा किए कि कैसे प्रधानमंत्री आवास योजना से उनकी झोपड़ी के स्थान पर पक्का मकान बन गया। इसके लिए उन्होंने मा० प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मा० मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड सरकार का सहृदय से आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थी :
लाभार्थी : श्रीमती प्रेमवती देवी पत्नी गंगाराम वर्ष : 2020-21 ग्राम पंचायत का नाम : मारखग्रान्ट आई०डी० संख्या : UT149333251,
लाभार्थी : लियाकत अली पुत्र लफीत अली वर्ष : 2020-21 ग्राम पंचायत का नाम : माजरीग्रान्ट आई०डी० संख्या : UT117534690,
लाभार्थी : तारा चन्द पुत्र सुगन सिंह वर्ष : 2020-21 ग्राम पंचायत का नाम : माजरीग्रान्ट आई०डी० संख्या : UT115724859,
लाभार्थी : श्रीमती संगीता देवी पत्नी बनवारीलाल वर्ष : 2020-21 ग्राम पंचायत का नाम : माजरीग्रान्ट आई०डी०0 संख्या : UT124559111,
लाभार्थी : श्रीमती सुमन देवी पत्नी ऋषिपाल वर्ष : 2020-21 ग्राम पंचायत का नाम : माजरीग्रान्ट आई०डी० संख्या : UT115971336,
लाभार्थी : चन्दन सिंह नेगी पुत्र बहादुर सिंह नेगी वर्ष : 2020.21 ग्राम पंचायत का नाम : मारखमग्रान्ट आ०डी० संख्या : UT132353244,
लाभार्थी : राजेन्द्र सिंह पुत्र सुगन सिंह वर्ष : 2020-21 ग्राम पंचायत का नाम : मारखमग्रान्ट आई०डी० संख्या ; UT149584323
प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों द्वारा अपनी सफलता की कहानी बताते हुए, बताया गया कि मजदूरी करके केवल अपने परिवार का भरण-पोषण किया जा सकता था। इससे आगे कुछ नहीं कर पा रहे थे तथा कच्चे मकान में वर्षाकाल एवं तेज हवायें चलने के दौरान खतरा बना रहता था। प्रधानमंत्री आवास योजना से कैसे उनका अपना पक्के मकान का सपना पूर्ण होने की कहानी बयां करते हुए लाभार्थियों ने बताया कि गत वर्ष ग्राम प्रधान ने बताया कि तुम्हारा प्रधानमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास स्वीकृत है, कुछ दिन बाद ब्लाक से ग्राम विकास अधिकारी द्वारा उनकी झोपड़ी का जियो टैंग/फोटो करते हुए आधार कार्ड कि छायाप्रति और बैंक पास बुक की छायाप्रति माँगी, इसके एक सप्ताह के अन्दर संबंधित लाभार्थियों के बैंक खाते में रू० 60000.00 (साठ हजार रूपये) की प्रथम किस्त आई। इससे उनके मकान का कार्य लिन्टर स्तर तक करवाने के उपरान्त ब्लाक से ग्रा०वि०अ० आये और उन्होंने मकान की लिन्टर स्तर की जियो टैंग/फोटो लेने के उपरान्त एक सप्ताह के भीतर लाभार्थियों के बैंक खाते में रू० 40000.00 आ गये और उनके मकान का कार्य पूर्ण किया गया। कार्य पूर्ण होने के फलस्वरूप ग्रा०वि०अ० द्वारा फिर जियो टैंग लेकर लाभार्थियों के बैंक खाते में रू० 30000.00 की अन्तिम किस्त आयी तथा साथ ही साथ साजो- समान एवं बर्तन आदि हेतु राज्य सरकार द्वारा मा० मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार रू० 5000.00 की धनराशि दी गयी एवं मनरेगा योजना के अन्तर्गत लाभार्थियों को 95 दिन की मजदूरी रू० 20235 भी दी जा रही है। इस प्रकार लाभार्थियों का अपना पक्का मकान शौचालय सहित बनाने का सपना पूरा होने पर लाभार्थी एवं उनके परिजन पक्का मकान मिलने से खुश हैं। उन्होंने इसके लिए मा० प्रधानमंत्री भारत सरकार एवं मा० मुख्यमंत्री राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया। साथ ही अन्य पात्र व्यक्तियों को जिनके पास पक्का मकान नहीं है, इस योजना से लाभान्वित होने के लिए ग्राम प्रधान के माध्यम से इसके लिए आवेदन करते हुए योजना का लाभ उठाने को प्रेरित किया।