उत्तराखंड में कोविड कर्फ्यू को एक हफ्ते के लिए बढ़ाया गया, उच्च स्तरीय बैठक में लिया निर्णय
देहरादून कोरोना संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर प्रदेश में लागू कोविड कर्फ्यू एक हफ्ते और आगे बढ़ाया गया है। आज सोमवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में इस बारे में फैसला लिया गया है। वर्तमान में लागू कोविड कर्फ्यू की अवधि सात सितंबर को सुबह छह बजे खत्म हो रही है। हालांकि, कर्फ्यू के दौरान सभी प्रकार की गतिविधियां संचालित हो रही हैं। बाजार सप्ताह में छह दिन खुल रहे हैं तो शापिंग माल, मल्टीप्लेक्स, सिनेमाहाल आदि 50 फीसद क्षमता के साथ खुले हैं। शिक्षण व तकनीकी संस्थानों को भी खोलने की अनुमति दी जा चुकी है। सरकारी, गैर सरकारी कार्यालय, उद्योग आदि पूरी क्षमता के साथ खुले हैं, जबकि प्रदेश के भीतर आवागमन सुचारू है।
अन्य प्रदेशों से आने वाले उन व्यक्तियों को कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता से छूट दी गई है, जिन्होंने आगमन से 15 दिन पहले वैक्सीन की दोनों डोज लगवा ली हों। जिनके पास कोविड वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र नहीं है, उनके लिए कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई है। इस बीच राज्य में कोरोना संक्रमण के मद्देनजर स्थिति भी नियंत्रण में है। बावजूद इसके मनोवैज्ञानिक दबाव बनाए रखने के उद्देश्य से सरकार कोविड कर्फ्यू को फिलहाल जारी रखने के पक्ष में है।
आज से दून विश्वविद्यालय में स्नातक में दाखिले शुरू
दून विश्वविद्यालय में आज से स्नातक में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो गई है। पहली मेरिट में स्थान पाने वाले छात्र-छात्राओं को आज और कल दाखिला दिया जाएगा। कुलपति प्रो. सुरेखा डंगवाल ने बताया कि दूसरी मेरिट लिस्ट आठ सितंबर और तीसरी व अंतिम मेरिट लिस्ट दस सितंबर को जारी होगी। इसके लिए विद्यार्थी विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.doonuniversity.ac.in देखते रहें। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में स्नातक में प्रवेश प्रक्रिया 11 सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी। दून विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए उत्तराखंड के साथ अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। इस बार विश्वविद्यालय में बीकाम, बीए (अंग्रेजी आनर्स), बीए (मनोविज्ञान आनर्स) समेत विभिन्न विदेशी भाषाओं में होने वाले बीए पाठ्यक्रम की मेरिट सबसे ऊंची गई है।
इनमें से कुछ विषयों में उच्चतम मेरिट शत प्रतिशत है। जबकि, आल इंडिया कटआफ 92 से 95 फीसद तक है। दाखिले के लिए सबसे अधिक प्रतिस्पर्धा रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, गणित और कंप्यूटर साइंस में है। कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय शैक्षणिक गतिविधियों के अलावा शोध के क्षेत्र में भी प्रतिबद्ध है। इसी के परिणाम स्वरूप विश्वविद्यालय में दाखिला लेने को विद्यार्थियों में विशेष रुचि रहती है।