जानिए कान में जाने के बाद अंदर क्या-क्या करता है ईयरफोन, सिर्फ एक गलती बना सकती है बहरा
गाना सुनना हर किसी को पसंद होता है। कई बार लोग गाना सुनने के चक्कर में कानों की सेहत के बारे में भूल जाते हैं, जिससे कई बीमारियां होने की संभावना होती है. आज हम आपको इस लेख के जरिए बताएंगे कि ईयरफोन्स या हेडफोन्स से ऊंची आवाज में गाना सुनना कानों के लिए कितना नुकसान दायक हो सकता है। साथ ही इससे हमारे कानों में बैक्टीरिया होने की भी संभावना बढ़ जाती है।
आजकल बच्चों से लेकर बड़ों तक हर कोई ईयरफोन्स लगाकर अपने काम करता है, यहीं नहीं लोग जिम, ऑफिस, घर हर जगह ईयरफोन्स का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में कई बार ध्यान नहीं होने पर हम ईयरफोन्स को कहीं भी रख देते हैं, जिससे आसपास की गंदगी, बारीक मच्छर, धूल जैसे कण ईयरफोन्स पर लग जाते हैं। फिर वहीं से उन्हें उठा कर हम अपने कानों पर लगा लेते हैं, ऐसा करने से ईयरफोन्स में लगे बैक्टीरिया हमारे कानों में जाते हैं। जिसकी वजह से कानों में बीमारीयां होने लगती है।
कई बार लोग ईयरफोन एक दूसरे से बदल लेते हैं. इनको एक्सचेंज करने से भी दूसरे के कान के बैक्टीरिया आपके कानों में आ जाते हैं. ऐसा करने से कान से जुड़ी समस्या होने लगती है। कई लोगों में बहरापन जैसी दिक्कत देखी गई है. ईयरफोन के कान में जाते ही उसमें मौजूद गंदगी, धूल के कण कान में प्रवेश करते हैं. क्योंकि आपके कान की नली अंधेरी और गर्म होती है, इसलिए यह बैक्टीरिया के लिए जगह बनाती है. जिससे हमारे कान में इंफेक्शन होने लगता है और धीरे-धीरे इससे कान से जुड़ी बीमारियां होने लगती है।
लंबे समय तक ईयरफोन का इस्तेमाल करने से कानों में तेज दर्द होने लगता है। इसकी इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव्स दिमाग पर बुरा असर डालती है, जिससे नसों में सूजन, हियरिंग सेल्स, कान सुन्न, कान के संक्रमण बढऩे लगते हैं।
ऐसे करें बचाव
हेडफोन या ईयरफोन की जगह मोबाइल का इस्तेमाल करें।
किसी के साथ अपने ईयरफोन ना बदलें।
लंबे समय तक ईयरफोन का यूज ना करें।
हेडफोन और ईयरफोन अच्छी कंपनी का ही इस्तेमाल करें।
समय-समय पर ईयरफोन को साफ करते रहें।
ईयरफोन से बीच-बीच में ब्रेक लें।
दिनभर में 60 मिनट से ज्यादा देर तक हेडफोन और ईयरफोन का इस्तेमाल ना करें।