उत्तराखंड के 11वें मुख्यमंत्री होंगे, खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी
- विधायक दल की बैठक में लगी मुहर
- धामी राज्य के 11 वें और सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगे।
आकाश ज्ञान वाटिका, 3 जुलाई 2021, शनिवार, देहरादून। उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री का एलान हो गया है। खटीमा विधायक पुष्कर सिंह धामी प्रेदश के नए सीएम होंगे। विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी।
बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक एनएस तोमर और डी पुरंदेश्वरी, प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और सभी विधायक मौजूद रहे।
आपको बता दें कि शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कल देर रात उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को अपना इस्तीफा सौंपा था।
ऊधमसिंहनगर जिले की खटीमा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे पुष्कर सिंह धामी लगातार दो बार से विधायक हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के करीबी माने जाने वाले धामी भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष समेत पार्टी में अन्य पदों पर कार्य कर चुके हैं और युवाओं में उनकी पकड़ को बेहतर माना जाता है। बेरोजगारी के साथ ही विकास के मुद्दों को लेकर वह प्रखर रहे हैं। धामी राज्य के 11 वें और सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री होंगे।
- मुख्यमंत्री पद के लिए पुष्कर सिंह धामी का नाम आगे।
- बीजापुर गेस्ट हाऊस पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत।
- पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर बीजापुर अथिति गृह पहुंचे। कुछ विधायक भी पहुंच चुके हैं। तोमर विधायकों से बात करेंगे।
- तीरथ सिंह रावत बोले, इस्तीफा नहीं दिया होता तो इससे संवैधानिक संकट पैदा हो जाता। कुछ राज्यों में, कोविड के कारण उपचुनाव में देरी हुई। परिस्थितियों ने इस स्थिति को जन्म दिया है। आज की विधानसभा बैठक में नेता चुने जाएंगे।
- भाजपा विधायक दल के नेता के चयन के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में केंद्रीय मंत्री एनएस तोमर देहरादून पहुंचे।
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया किदोपहर तीन बजे विधानसभा की बैठक में नेता (सीएम) का चुनाव किया जाएगा। उसके बाद, सरकार गठन के लिए राज्यपाल से मिलेंगे। संभव है कि सीएम विधायकों में हों।
कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीतेंगे : अजय भट्ट
- सांसद अजय भट्ट ने 2022 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि भाजपा लोगों की सुरक्षा और बेहतरी से समझौता नहीं करती, पहले राष्ट्र, फिर पार्टी और अंत में हम ही हमारा आदर्श वाक्य है। हम कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीतेंगे; मतगणना के दौरान उन्हें जवाब मिलेगा।