केदारनाथ पैदल रूट बाधित, बचाव अभियान में जुटी एसडीआरएफ
एसडीआरएफ ने खतरनाक पहाड़ी पर वैकल्पिक मार्ग बनाकर श्रद्धालुओं को सकुशल निकाला
प्रदेश में भारी बारिश से आठ की मौत, 5 लापता
मुख्यमंत्री ने कहा, श्रद्धालुओं की सुरक्षा पहली प्राथमिकता
आकाश ज्ञान वाटिका, 1 अगस्त 2024, गुरूवार, केदारनाथ/देहरादून। श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर सोनप्रयाग से भीमबली के बीच पैदल मार्ग पर फंसे हुए यात्रियों को एसडीआरएफ की टीमों के द्वारा दुर्गम पहाड़ी रास्तों से होकर वैकल्पिक मार्ग बनाकर यात्रियों को सुरक्षित रूप से निकाला जा रहा है।
केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे श्रद्धालुओं को रेस्क्यू कर SDRF द्वारा आपातकाल हेलीपैड पर लाया जा रहा है और साथ ही रेस्क्यू किए गए लोगों से अन्य सहयात्रियों की जानकारी लेकर उन्हें भी शीघ्र सुरक्षित स्थान पर लाया जा रहा है।
बीती रात हुई बारिश में भीमबली के पास रास्ता अवरुद्ध होने से दो सौ तीर्थयात्री फंस गए थे। गुरुवार की सुबह से ही एसडीआरएफ व पुलिस टीम खतरनाक पहाड़ी पर झाड़ी काटते हुए रास्ता बनाने में जुट गए।
इन यात्रियों को पहाड़ी पर वैकल्पिक मार्ग बनाकर निकाला जा रहा है। भारी बारिश से प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर आठ लोगों की मौत हो चुकी है। और पांच लोग घायल हो गए।
इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रबंधन केंद्र पहुंचकर बचाव व राहत कार्यों की जानकारी ली। मौसम साफ रहा तो सीएम धामी गुरुवार को आपदा प्रभावित इलाके टिहरी व उत्तरकाशी जिले का हवाई सर्वेक्षण करेंगे।
गुरुवार को यहां जारी बयान में सीएम धामी ने कहा कि प्रदेश भर में बुधवार रात से हुई भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर जन-जीवन प्रभावित होने की सूचना प्राप्त हुई। रेस्क्यू टीमों द्वारा रात भर अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। स्थानीय प्रशासन से लगातार संपर्क में हूँ और प्रभावित क्षेत्रों में एनडीआरएफ़ और एसडीआरएफ़ की टीमों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि रामबाड़ा, भीमबली, जखनियाली व अन्य अधिक प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य संचालित किए जा रहे हैं। प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी बात करके वस्तुस्थिति की जानकारी ले रहा हूँ। स्थानीय प्रशासन को नुक़सान का आकलन कर त्वरित रूप से कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक प्रदेशवासी और अन्य प्रदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं व पर्यटकों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है, जिसके लिये हमारी पूरी टीम तत्परता के साथ कार्य कर रही है। आप सभी से अनुरोध है कि मौसम और परिस्थिति की जानकारी लेकर ही यात्रा करें।