गर्भवती स्त्रियों के लिए करवा चौथ के अवसर पर ध्यान देने वाली बातें
आकाश ज्ञान वाटिका, 23 अक्टूबर 2021, शनिवार, देहरादून। त्योहारों का मौसम आ चुका है और हर ओर उत्सव का माहौल भी है। ऐसे में जिन परिवारों में नन्ही ख़ुशी आने वाली है, वहाँ भावी माता-पिता के लिए उत्साह स्वाभाविक है। त्योहार और उत्सव के बीच ये समय गर्भवती स्त्री यानि होने वाली माँ को आवश्यक देखभाल और सहायता प्रदान करने का भी है।
करवा चौथ वैवाहिक जीवन का एक खूबसूरत पर्व है। विवाहित महिलायें अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत (भोजन और पानी के बिना उपवास) रखती हैं। यह त्योहार निश्चित रूप से जोड़ों के बीच प्यार और स्नेह का संचार करता है।
लूथरा मैटरनिटी एंड इनफर्टिलिटी सेंटर, देहरादून की कंसल्टेंट गायनेकोलॉजिस्ट डॉ० आरती लूथरा ने इस सन्दर्भ में कहा, “दिवाली दूर नहीं है और करवा चौथ भी आ गया है। ऐसे में हम चाहते हैं कि गर्भवती स्त्रियाँ अपना व अपने बच्चे का ख़ास ख़याल रखें और खुद को अधिक तनाव न दें।”
[highlight]करवा चौथ के लिए गर्भवती महिलायें क्या करें और क्या न करें – इस सम्बन्ध में यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं:[/highlight]
[highlight]व्रत रखने का निर्णय सोच-समझ कर लें[/highlight]
गर्भवती स्त्रियाँ अपने आप पर और अपने स्वास्थ्य पर सिर्फ इसलिए बोझ न डालें क्योंकि दूसरे चाहते हैं कि आप ऐसा करें। अपने स्वास्थ्य और सबसे बढ़कर अपने बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। उपवास तभी करें जब आप करना चाहते हैं न कि खुद को और अपने प्यार को दूसरों के सामने साबित करने के लिए।
[highlight]अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से बात करें[/highlight]
ऐसा हो सकता है कि आप करवा चौथ का व्रत करने के लिए बहुत इच्छुक हों, लेकिन ये अपने डॉक्टर को तय करने दें कि आप का शरीर व्रत रखने की स्थिति में है अथवा नहीं।
डॉ० आरती ने बताया :[highlight] “गर्भावस्था के दौरान, गर्भवती महिला द्वारा लिए गए आहार से ही बच्चे को पोषण मिलता है। यही कारण है कि गर्भावस्था के नौ महीनों के दौरान महिलाओं को पौष्टिक भोजन लेने के लिए कहा जाता है क्योंकि बच्चे का विकास उनके आहार पर निर्भर करता है।“[/highlight]
[highlight]बिना भोजन और पानी के पूरा दिन बिताने से शिशु को परेशानी हो सकती है। साथ ही, गर्भावस्था के अलग-अलग समय में शरीर की स्थिति अलग होती है। ऐसे में सही स्थिति का आकलन सिर्फ आपकी डॉक्टर कर सकती हैं।[/highlight]
[highlight]व्रत रख रहीं हैं तो खायें पोषक सरगी[/highlight]
जहाँ कई परिवारों में सरगी का प्रचलन है, बहुत से परिवार ऐसे भी है जहाँ सरगी की परम्परा नहीं होती। ऐसे में यह ध्यान रखते हुए कि आप गर्भवती हैं और उपवास कर रही हैं, अपने दिन की शुरुआत पौष्टिक और स्वस्थ भोजन से करने की सलाह दी जाती है – इसे सरगी कहें या नहीं – लेकिन इससे व्रत के दौरान आपको पूरे दिन मदद मिलेगी। मॉर्निंग सिकनेस से पीड़ित महिलायें हल्की सरगी ले सकती हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों का चयन करें जो आपको दिन भर के लिए हाइड्रेटेड रख सकें।
[highlight]अपने आप को न करें परेशान[/highlight]
करवा चौथ का पालन करते समय, अपने आप को अनम्य रीति-रिवाजों से अधिभारित न करें। केवल उतना ही करें जितना आपका शरीर अनुमति देता है। व्रत करते हुए खुद को परेशान न करें क्योंकि इससे आपके गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी विपरीत असर पड़ सकता है। अतः यदि आप करवा चौथ का व्रत रख रही हैं, तो पर्याप्त आराम करें और भाग-दौड़ से बचें। आखिरकार, यह आपके बच्चे के बारे में है!
[highlight]उपवास के विपरीत परिणाम[/highlight]
बिना भोजन और पानी के उपवास करने से सिरदर्द, थकान, एसिडिटी, जी मिचलाना आदि हो सकता है। यही कारण है कि गर्भवती महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्वास्थ्य को खराब न होने देने के लिए नियमित अंतराल पर भोजन करते रहें।
[highlight]अपना ध्यान अन्य कार्यों में लगायें[/highlight]
अपने आप को व्यस्त रखें – टीवी देखें, दोस्तों से बात करें, कुछ पढ़ें, मूवी देखें, या अपने शाम की पूजा के लिए तैयारी करें।
डॉ० आरती सलाह देती हैं,[highlight] “यदि आप उपवास के दौरान असहज महसूस करते हैं, तो याद रखें, आपका और आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का स्वास्थ्य पहले आता है।”[/highlight]
स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए टिप्स:
• सुबह के समय पौष्टिक सरगी लें
• खुद को हाइड्रेटेड रखें
• सूखे मेवे, फल, जूस, छाछ आदि लें।
• किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के मामले में अपने डॉक्टर की सलाह लें
[box type=”shadow” ]Karwa Chauth: Fasting during Pregnancy
The festive season and the celebrations have already begun. While for the expecting parents, the feeling of the awaited joy brings in excitement and delight, it is also the time to provide all necessary care and support to the ‘mommy-to-be’.
Karwa Chauth is a beautiful celebration of marital life. Married women observe nirjala vrat (fasting without the intake of food and water) for the long life of their husbands. The festival for sure stirs up love and affection among couples.
“While Diwali is not far and Karwa Chauth is here, we would like our expecting mothers to go slow with the fun and frolic and not over-strain themselves”, suggests Dr Arti Luthra, Consultant Gynaecologist, Luthra Maternity & Infertility Centre, Dehradun.
However, amid all those expert tips coming in from the elders in your friend circle and family, here are a few tips of do’s and don’ts for pregnant women for Karwa Chauth:
[highlight]Decide for yourself[/highlight]
Do not overburden yourself and your health just because others want you to do it. Go gentle on your health and above all your baby’s health. Fast only if you want to do it and not to prove yourself and your love to others.
[highlight]Have a word with your Gynaecologist[/highlight]
It may be the case that you are very much willing to fast on Karwa Chauth, however, let your doctor decide for you – to be on the safer side. “During pregnancy, the baby gets nourishment only through the diet taken by the pregnant woman. This is the reason why women are asked to take nutritious food during the nine months of pregnancy because the development of the baby depends on their diet”, explains Dr Arti.
Spending an entire day without food and water might cause distress to the baby. Also, the body’s condition is different in every trimester and only a doctor is the best person to know that.
[highlight]A wholesome healthy Sargi is a must[/highlight]
While many families follow the tradition of sargi, however, there are families who do not follow the culture of sargi. But keeping in mind that you are pregnant and fasting, it is advised to begin your day with a nutritious and healthy meal – call it Sargi or not – but this would help you throughout the day. Women suffering from morning sickness may have a lighter Sargi. Opt for foods that can keep you hydrated for the day.
[highlight]Do not be rigid[/highlight]
While observing Karwa Chauth, do not overcharge yourself with inflexible customs. Do only as much as your body permits. Make your fasting comfortable and easygoing. After all, it is about your baby in there!
[highlight]Side-effects of fasting[/highlight]
Fasting without having food and water may cause – headaches, fatigue, acidity, nausea, etc. This is the reason why pregnant women are advised to keep eating on regular intervals to not let their health suffer.
[highlight]Divert your attention[/highlight]
Keep yourself busy – binge-watch, talk to friends, read something, go for a movie, or prepare for your evening puja look.
“If you feel any discomfort while fasting, just remember, health and baby’s health comes first, rest all can wait”, advises Dr. Arti. Do not feel guilty if you are unable to fast, get ready, participate in puja, and enjoy the celebrations.
[highlight]Tips for Lactating Mothers:[/highlight]
· Have a nutritious sargi in the morning
· Be flexible to make your fasting comfortable
· Keep yourself hydrated
· Have dry fruits, fruits, juices, buttermilk, etc.
· Seek your doctor’s advice in case of any health concerns[/box]