Breaking News :
>>राजधानी दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण, छठी से 11वीं कक्षा को ऑनलाइन पढ़ाने का लिया गया फैसला>>ब्राजील दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी, जी 20 शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा>>केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए आज शाम 5 बजे बंद हो जाएगा प्रचार- प्रसार का शोर >>खाली पेट फल खाने के फायदे हैं या नुकसान? जानें सच्चाई>>जय श्री बद्री विशाल के उदघोष के साथ श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट हुए बंद>>बदलते भारत की बदलती तस्वीर>>शादी में वाहन बुक कराने से पहले अब वाहनों का सेफ सफर ऐप में पंजीकरण कराना होगा अनिवार्य>>मासूम को बहला फुसलाकर कुकर्म का प्रयास करने वाले आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार >>सर्दियों की दस्तक के साथ ही पर्यटकों से गुलजार होने लगे मसूरी, धनोल्टी, व्यापारियों के खिले चेहरे >>एक्शन से भरपूर वरुण धवन की फिल्म बेबी जॉन का धमाकेदार टीजर आउट>>विवादित अफसरों को सेवा विस्तार दे रही भाजपा से जनता त्रस्त – कांग्रेस>>करेले के जूस में छिपा है सेहत का राज, रोजाना पीने से मिलेंगे कई फायदे>>श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके सोमवार को नए प्रधानमंत्री और कैबिनेट की करेंगे नियुक्ति>>केदारनाथ की तरक्की देखकर कांग्रेस के नेताओ को हो रही परेशानी- सीएम>>स्वास्थ्य विभाग को मिले 352 एएनएम>>ट्रंप की नीतियां हिंदुओं पर सर्वाधिक भारी>>श्री बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने का कार्यक्रम जारी>>चलती ट्रेन में रील बनाना अब पड़ेगा भारी, रेलवे ने जारी किए सख्त निर्देश>>ऊर्जा निगमों में ब्याप्त भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल करेंगे एडवोकेट विकेश सिंह नेगी>>उत्तराखंड बनेगा राष्ट्रीय खेलों की तैयारियों में हेलिकॉप्टर से उड़ान भरने वाला पहला राज्य 
ताज़ा खबरेंदेशविदेश

चीनी सेना का झूठा दावा : भारतीय सेना ने चीनी सेना की ओर से माइक्रोवेव हथियारों के इस्तेमाल के दावे को नकारा

आकाश ज्ञान वाटिका, 18 नवम्बर 2020, बुधवार। भारत ने मंगलवार को लद्दाख में चीन की सेना द्वारा भारतीय सैनिकों पर माइक्रोवेव हथियारों के इस्तेमाल किए जाने के दावे को खारिज कर दिया। यह दावा एक चीनी प्रोफेसर ने किया था। प्रोफेसर के दावे के अनुसार लद्दाख में भारतीय सेना के कब्जे वाली चोटियों को खाली कराने के लिए चीनी सेना ने इन हथियारों का इस्तेमाल किया था। भारतीय अधिकारियों के अनुसार, बीजिंग के प्रोफेसर की बात का हवाला देते हुए चीन माइक्रोवेव हथियारों का उपयोग करने को लेकर ‘फर्जी खबर’ फैला रहा है।

वाशिंगटन के एग्जामिनर के अनुसार, बीजिंग स्थित प्रोफेसर ने दावा किया कि चीनी बलों ने हथियार इस्तेमाल न करने के दशकों पुराने समझौते का सम्मान करते हुए लड़ने के लिए इन हथियारों का इस्तेमाल किया था। यूके के एक अखबार के अनुसार चीन की रेनमिन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के एसोसिएट डीन जिन केनरांग ने दावा किया था कि भारतीय सैनिकों द्वारा कब्जे में ली गई दोनों चोटियां सामरिक दृष्टि से काफी अहम थीं। फायरिंग न करने के आदेश के कारण सैनिकों ने माइक्रोवेव हथियों का इस्तेमाल करते हुए चोटियों पर हमला किया। इससे यहां माइक्रोवेव ओवन जैसी स्थिति बन गई और भारतीय सैनिकों को परेशानी होने लगी और वे भाग गए।

जिन केनरांग ने कहा, ’15 मिनट में, पहाड़ी पर कब्जा जमाए बैठे भारतीय सैनिकों को उल्टी होने लगी। उन्हें खड़ा होने में भी दिक्कत हो रही थी। इसलिए वे भाग गए। इसी तरह हमने यहां अपना कब्जा जमाया।’ प्रोफेसर ने दावा किया कि हमला 29 अगस्त को हुआ था, लेकिन भारतीय अधिकारी ने कहा कि ऐसा कभी नहीं हुआ। अगर उन्होंने वहां कब्जा कर लिया है, तो चीन अभी भी भारत को इन ऊंचाइयों से हटने के लिए क्यों कह रहा है? हमारे सैनिक, टैंक और उपकरण अभी भी वहां हैं, और हम ऊंचाइयों से नीचे नहीं आए हैं।

भारतीय अधिकारियों ने सितंबर की शुरुआत में कहा था कि चीनी बलों ने 29 अगस्त को ‘भड़काऊ’ कदम उठाया था। उस समय चीनी अधिकारियों ने स्वीकार किया था कि यह क्षेत्र भारत के नियंत्रण में है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!