उत्तर प्रदेश में ज्यादातर लोगों ने घर पर ही पढ़ी बकरीद की नमाज, मुख्यमंत्री योगी ने दी शुभकामनायें
- मुख्यमंत्री योगी समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने त्यौहार पर दी शुभकामनायें
आकाश ज्ञान वाटिका, 21 जुलाई 2021, बुधवार, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बुधवार को ईद-उल-अजाह यानी बकरीद का त्योहार मनाया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न जिलों में हल्की बारिश के बीच ईदगाहों और चुनिंदा मस्जिदों में विशेष नमाज अदा की गई। कोरोना संक्रमण की बंदिशों के कारण ज्यादातर लोगों ने घर पर ही नमाज पढ़ी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने त्यौहार पर शुभकामनाएं दी हैं। त्योहार को व्यवस्थित और सुरक्षित ढंग से मनाने के लिए सरकार ने निर्देश भी जारी किए हैं। बकरीद से जुड़े किसी आयोजन में 50 से अधिक लोग एक स्थान पर एक समय में एकत्रित होने पर रोक लगा दी गई है।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशवासियों को ईद-उल-अजहा (बकरीद) की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने बधाई संदेश में कहा कि ये त्याग और बलिदान के प्रति आदर व्यक्त करने वाला पर्व है। ऐसे पर्वों के माध्यम से सभी को खुशियां बांटने की प्रेरणा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि ये त्योहार सभी को मिल-जुलकर रहने व सामाजिक सद्भाव बनाए रखने की प्रेरणा देता है। उन्होंने कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए लोगों से शारीरिक दूरी का पूर्ण पालन करते हुए घर पर ही नमाज पढ़ने और पर्व मनाने की अपील की है।
विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने पर्व की पूर्व संध्या पर प्रदेशवासियों को दिली मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा कि बकरीद इस्लाम धर्म में विश्वास करने वाले लोगों का प्रमुख त्योहार है। इस दिन को आपसी सौहार्द व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाना चाहिए। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुस्लिम भाईयों को बधाई देते हुए कहा कि यह त्योहार सद्भाव-सहयोग-समर्पण, त्याग और बलिदान का भी संदेश देता है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि कोरोना महामारी की वजह से सभी शारीरिक दूरी रखते हुए इसके संक्रमण से बचने के उपाय अपनाएंगे।
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने भी ईद-उल-अजाह की सभी को दिली मुबारकबाद व शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा कि सभी अपने परिवार और पड़ोसी की सुरक्षा व भलाई के लिए जरूरी है कि कोरोना के नियमों का सही से पालन करते हुए बिना भीड़भाड़ के ईद मनाएं तो यह बेहतर होगा। वैसे कोरोना से बचाव व इसकी रोकथाम के मामले में देर से ही सही माननीय न्यायालयों के उठाए गए कदम सराहनीय हैं। अब सभी सरकारें भी कोरोना के मामले में अति गंभीर होकर जनता की भलाई का पूरा ध्यान रखें और जनता भी कोरोना टीका जरूर लगवाएं।