मुख्यमंत्री योगी के दूसरे कार्यकाल में अयोध्या का पहला दौरा, श्रीरामलला तथा हनुमान गढ़ी मंदिर में करेंगे दर्शन-पूजन
आकाश ज्ञान वाटिका, 1 अप्रैल 2022, शुक्रवार, अयोध्या। रामनगरी अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य की हर पल जानकारी लेने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल में शुक्रवार को पहली बार अयोध्या पहुंचे हैं। यहां पर वह श्रीरामलला तथा हनुमान गढ़ी मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री के रूप अपने पहले कार्यकाल में पांच वर्ष में योगी आदित्यनाथ ने 42 बार अयोध्या आने का रिकार्ड बनाया था। इतना ही नहीं 25 मार्च 2020 को उन्होंने श्रीरामलला को टेंट से निकालकर मानस मंदिर में स्थापित किया था। वह लगातार राम मंदिर के निर्माण कार्य की निगरानी भी कर रहे हैं।
रामनगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम तेजी से चल रहा है। इसी बीच रामनवमी की तैयारियां भी जोरों पर है। सीएम योगी आदित्यनाथ आज अयोध्या के दौरे पर हैं। योगी आदित्यनाथ रामलला और हनुमानगढ़ी का दर्शन-पूजन करेंगे। उसके बाद चैत्र रामनवमी मेले को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। मंदिर के निर्माण कार्य पर उनका विशेष फोकस भी है। सीएम योगी आदित्यनाथ अयोध्या के कुछ वरिष्ठ संतो से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद बलरामपुर जाएंगे, जहां मां पाटेश्वरी देवी के मंदिर में पूजा अर्चना करेंगे और रात में वहीं रुकेंगे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या से जुड़ाव ऐसा है कि दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के एक हफ्ते के अंदर ही रामनगरी का दौरा कर रहे हैं। प्रदेश में आदर्श चुनाव आचार संहिता लगने से पहले तक उन्होंने पांच वर्ष में 42 बार अयोध्या का दौरा किया था। इस दौरान भी प्रदेशभर की विकास की कई योजनाओं की घोषणा लखनऊ से ना करके अयोध्या से कीं। वह चुनाव आचार संहिता लगने से पहले केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के साथ अयोध्या आए थे। यहां विकास की योजनाओं का शिलान्यास किया। विधानसभा चुनाव की घोषणा के ठीक पहले मुख्यमंत्री ने अयोध्या आकर छात्र-छत्राओं को टेबलेट और मोबाइल भी प्रदान किया। तब कयास लगाया जा रहा था कि वह अयोध्या से ही विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ की हिंदुत्व के मुद्दे पर छवि स्पष्ट और मुखर होकर बोलने की है।
राम मंदिर निर्माण के बीच रामलला के अस्थाई मंदिर में नवरात्रि और रामनवमी की तैयारियां भी जोरों पर हैं। नवरात्रि के मौके पर कलश स्थापना के लिए एक भक्त ने चांदी की चौकी और चरण भेंट की है। जिसका कुल वजन 12 किलो है। इसी चौकी पर नवरात्रि में कलश स्थापना की जाएगी। भक्त बाबूलाल महाजन मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।
अयोध्या में मंदिर निर्माण में कोई देरी न हो इसलिए जयपुर-राजस्थान के कारखाने से तराशे गए पत्थर अयोध्या आने लगे हैं। एक ट्रक में सिर्फ पांच से छह पत्थर ही लाए जा रहे हैं, जिससे उनको कोई नुकसान न हो। ऐसे लगभग 200 तराशे गए पत्थरों की खेप राम मंदिर के परिसर तक पहुंच चुकी है। फर्श के बाद गर्भगृह का निर्माण शुरू होगा। माना जा रहा है कि दिसंबर 2023 में रामलला मंदिर में विराजमान होंगे और फिर वहीं पर भक्त अपने आराध्य का दर्शन कर सकेंगे।