वीकेंड पर उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर आ रहे पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
- पर्यटकों के पास होटल की बुकिंग, 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट व स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन होना अनिवार्य।
आकाश ज्ञान वाटिका, 19 जुलाई 2021, सोमवार, देहरादून। वीकेंड पर उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों पर आ रहे हैं तो इस खबर को जरूर पढ़ें। दरअसल, भीड़भाड़ को देखते हुए पुलिस का सख्त रुख जारी है। रविवार को पुलिस ने बिना दस्तावेजों के दूसरे राज्यों से उत्तराखंड आने वाले 1235 वाहनों को वापस लौटाया। हालांकि, रविवार को मौसम खराब होने के कारण दूसरे राज्यों से कम ही पर्यटकों की आमद हुई। पुलिस की ओर से आशारोड़ी, महाराणा प्रताप चौक, किमाड़ी व कुठाल गेट पर बैरियर लगाए गए थे।
इस दौरान आशारोड़ी चेकपोस्ट पर दूसरे राज्यों से पहुंचे वाहनों की चेकिंग की। जिन पर्यटकों के पास होटल की बुकिंग, 72 घंटे के भीतर की आरटीपीसीआर की निगेटिव रिपोर्ट व स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं था, ऐसे 28 चौपहिया व 50 दोपहिया वाहनों को वापस लौटा दिया। इसके बाद किमाड़ी में चेकिंग के दौरान बिना दस्तावेजों के पहुंचे 250 चौपहिया व 380 दोपहिया, कुठाल गेट पर 125 चौपहिया व 85 दोपहिया वाहनों को वापस लौटाया।
इसी तरह रायपुर स्थित महाराणा प्रताप चौक में भी पुलिस की ओर से सख्ती से वाहनों की चेकिंग की गई। इस दौरान ऋषिकेश व हरिद्वार की तरफ से आने वाले वाहन चालकों के दस्तावेज चेक किए गए। इस दौरान 105 चौपहिया व 212 दोपहिया वाहनों को दस्तावेज न होने पर वापस लौटाया गया।
मालदेवता, सहस्रधारा और गुच्चुपानी में भी तैनात रही पुलिस
बारिश के कारण अचानक पानी का बहाव तेज होने के खतरे की आशंका को देखते हुए मालदेवता, सहस्रधारा व गुच्चुपानी में पुलिस बल तैनात रहा। इस दौरान पर्यटकों को नदी में नहीं जाने दिया गया। पुलिस ने पर्यटक स्थलों से घूमने के लिए आए व्यक्तियों को वापस लौटा दिया।
बारिश को देखते हुए एसडीआरएफ हुई अलर्ट
मौसम विभाग की ओर से तीन दिन भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए एसडीआरएफ अलर्ट हो गई है। सेनानायक नवनीत सिंह के निर्देश पर प्रदेश में 28 टीमें तैनात की गई हैं। इनमें देहरादून में सहस्त्रधारा व चकराता में दो, टिहरी स्थित ढालवाला, टिहरी बांध व ब्यासी में तीन, उत्तरकाशी के उजेली, भटवाड़ी, गंगोत्री, बड़कोट व जानकी चट्टी में पांच, पौड़ी स्थित श्रीनगर, कोटद्वार व सतपुली में तीन टीमें तैनात की गई हैं।
इसके अलावा चमोली के गौचर, जोशीमठ, पांडुकेश्वर व बद्रीनाथ में चार, रुद्रप्रयाग के रतूड़ा, सोनप्रयाग, लिनचोली व श्री केदारनाथ में चार, पिथौरागढ़ व अस्कोट में दो, बागेश्वर के कपकोट में एक, नैनीताल के नैनी झील व खैरना में दो, अल्मोड़ा के सरियापानी में एक और ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर में एक टीम तैनात की गई है।