थराली विधानसभा के बदले समीकरणों में कैसे खिलेगा कमल ? क्या भाजपा आलाकमान की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे भोपाल राम टम्टा..?
आकाश ज्ञान वाटिका, 27 जनवरी 2022, गुरुवार, चमोली। चमोली जनपद की सुरक्षित थराली विधानसभा सीट पर इस बार समीकरण बदले हुए हैं। सिटिंग विधायक मुन्नी देवी का टिकट काट कर भाजपा ने अपने तेजतर्रार नेता भोपाल राम टम्टा को यहाँ से प्रत्याशी बनाया है। भाजपा ने जैसे ही अनुसूचित प्रकोष्ठ के पदाधिकारी भोपाल राम टम्टा को अपना उम्मीदवार घोषित किया उसके बाद से पार्टी में सिटिंग विधायक सहित कई पदाधिकारियों ने नाराजगी भरे अलग-अलग बयान देने शुरू कर दिए। जिसके बाद भोपाल राम टम्टा की असली परीक्षा शुरू हुई सभी नाराज लोगों को साधने की। जिसमें से कुछ मान गये हैं और कुछ को मनाने में भोपाल राम टम्टा लगे हुए हैं।
विधानसभा चुनाव लड़ने का है अनुभव
भोपाल राम टम्टा ने कहा पार्टी आलाकमान ने उन पर जो विश्वास जताया है वह उन उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए पूरी तरह प्रयासरत हैं। जनता का सर्मथन उनके साथ है। वह अगर इस क्षेत्र से चुनकर जाते हैं तो थराली में जो विकास कार्य विधायक मुन्नी देवी द्वारा शुरू कराये गये हैं वह उनको पूरा कराने के साथ ही जनहित से जुड़ी तमाम योजनाओं को थराली में शुरू करायेंगे। भोपाल राम ने वर्ष 2006 में राजकीय सेवा से वीआरएस लेने के बाद राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। 2007 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया था। तात्कालिक समय में थराली विधानसभा पिंडर विधानसभा नाम से जानी जाती थी। तब उनका मुकाबला भाजपा के गोविंद लाल शाह से था, जिसमें गोविंद लाल विजय रहे। भोपाल टम्टा ने वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था। अब भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है।
त्रिकोणीय मुकाबले का मिलेगा लाभ
भाजपा विधायक भोपाल राम टम्टा का सीधा मुकाबला इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी जीतराम से होगा। थराली विधानसभा से पूर्व विधायक व कांग्रेस प्रत्याशी डॉ० जीतराम की राह भी आसान नहीं है। कई नेता कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो गये हैं। वहीं आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुड्डू लाल मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार गुड्डू लाल वर्ष 2017 के चुनाव में इस सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके है तब उन्हें 7089 मत मिले थे। वहीं वाम मोर्चा ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार के रूप मे किसान नेता कुंवर राम को तो समाजवादी पार्टी ने किशोर कुमार को मैदान में उतारा है। माकपा के कुंवर राम भी पूर्व मे 2018 के उपचुनाव में इस सीट पर वाम मोर्चा उम्मीदवार के रूप मे चुनाव लड़ चुके हैं।