होनहारों ने चमकाया डीपीएस का नाम, विद्यालय के होनहार छात्र मयंक पांडे ने 97 प्रतिशत अंकों के साथ किया डीपीएस टॉप
- अत्यंत मेहनती एवं अनुशासन प्रिय छात्र, मयंक पांडे ने 97 प्रतिशत अंकों के साथ डीपीएस टॉप कर रचा इतिहास।
आकाश ज्ञान वाटिका, शुक्रवार, 17 जुलाई 2020, हल्द्वानी। सीबीएसई 10वीं के परीक्षा परिणाम घोषित होते ही लामाचौड़, हल्द्वानी स्थित डीपीएस का नाम एक बार फिर शहर भर में रोशन हो गया। विगत वर्ष की भाँति इस वर्ष भी डीपीएस, लामाचौड़ का सीबीएसई 10वीं का परीक्षा परिणाम शत प्रतिशत रहा। विद्यालय के 25 फीसदी छात्रों ने 90 प्रतिशत अंक प्राप्त कर अपना एवं अपने अभिवावकों के साथ साथ विद्यालय का भी नाम रोशन किया।
विद्यालय के होनहार, अत्यंत मेहनती एवं अनुशासन प्रिय छात्र मयंक पांडे ने 97 प्रतिशत अंकों के साथ डीपीएस टॉप कर इतिहास रचा। मयंक पांडे का कहना है कि वह प्रत्येक विषय के हर टॉपिक के तह तक जाकर उसे समझने की कोशिश करते हैं। मेहनत के साथ साथ अनुशासन का भी वह विशेष ध्यान रखते हैं। मयंक पांडे की इस कामयाबी पर उनके माता-पिता एवं परिवार के अन्य सभी सदस्यों को काफी प्रसन्नता हुई। निश्चित तौर पर यह मयंक की कड़ी मेहनत एवं अभिवावकों के सहयोग एवं उत्साहबर्धन का ही नतीजा है कि आज उन्होंने स्कूल टॉप किया है।
अपने बच्चों की इस शानदार सफलता पर सभी अभिवावकों को काफी प्रसन्नता हुई। सभी ने स्कूल प्रबन्धन की प्रशंसा करते हुए, स्कूल ने प्रबंध निदेशक, प्रिंसिपल एवं शिक्षकों का आभार प्रकट किया।
[box type=”shadow” ]विदित रहे कि मायक पांडे एक परिश्रमी छात्र के साथ साथ साहसी भी हैं। मयंक पांडे ने निश्चित तौर पर 99 या 100 प्रतिशत अंकों के साथ देश/प्रदेश में श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया होता, यदि वह गणित की परीक्षा के समय अस्वस्थ्य नहीं रहे होते। गणित के पेपर के दिन मयंक की तबियत ख़राब होने के कारण, वह पहले एक घंटे तक पेपर नहीं दे पाए और उन्होंने केवल दो घंटे में यह पेपर किया। यह उनकी क्षमता एवं गहन अध्ययन का ही नतीजा है कि यह सब होने के बाद भी वह गणित में भी 90 फीसदी से अधिक अंक लाये। इसे हम मयंक की दृढ़ इच्छाशक्ति, आत्मविश्वास एवं कड़ी मेहनत का ही फल कहेंगे कि आज वह 97 फीसदी अंकों के साथ डीपीएस टॉप कर बेहतरीन प्रदर्शन के साथ अपने लक्ष्य की पहली सीढ़ी पार कर चुके हैं।
अपने दादा-दादी, माता-पिता एवं अन्य पारिवारिक सदस्यों के सपनों को साकार किया है मयंक ने। यहाँ यह बताना भी आवश्यक लग रहा है कि मयंक पांडे एक ऐसे परिवेश में पले-बढ़े हैं, जहाँ परिश्रम, अनुशासनप्रियता, ईमानदारी को ही हमेशा महत्त्व दिया जाता रहा है। इसी का नतीजा है कि मयंक की दो बड़ी बहिनें आज मेडिकल (MBBS) की पढ़ाई कर रही हैं एवं अपने स्कूल समय में होनहार छात्रायें रह चुकी हैं। मयंक के पिताजी, संयोग से मेरे बहुत करीबी (भान्जा) हैं एवं हम दोनों को कुछ समय तक साथ-साथ पढ़ाई करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है, वह आज उत्तराखण्ड के जाने-माने ए-श्रेणी के कॉन्ट्रक्टर हैं, स्वभाव से सरल, बेहद मेहनती एवं समाज सेवी हैं तथा माताजी एक कुशल गृहणी हैं। इस परिवार का सम्बन्ध भारतीय सशस्त्र सेवाओं से भी रहा है। मयंक के दादाजी भारतीय सशस्त्र सेना से सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। [/box]
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डीपीएस के होनहार/टॉपर्स
मयंक पांडे ने 97 प्रतिशत अंक हांसिल प्राप्त कर विद्यालय टॉप किया। 96.6 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रही अंशिका वैश्य, 95.6 प्रतिशत अंकों के साथ लैना पंत ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। 95.4 अंकों के साथ तनुजा चुफाल चौथे स्थान पर रही तो 95 प्रतिशत अंकों के साथ उदिता बृजवाल ने हांसिल किया पांचवा स्थान।
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साभार: प्रतिपक्ष संवाद
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[box type=”shadow” ]“मैं, घनश्याम चन्द्र जोशी, (Ex-Indian Navy) सम्पादक, आकाश ज्ञान वाटिका(न्यूज़ पोर्टल), अपने समस्त आकाश ज्ञान वाटिका परिवार के सदस्यों के साथ, डीपीएस के टॉपर रहे मयंक पांडे, सहित सभी सफल छात्र/छात्राओं को उनकी इस शानदार सफलता के लिए हार्दिक शुभ कामनायें एवं बधाई देते हुए सभी के उज्जल भविष्य की कामना करता हूँ। इसके साथ ही उन सभी अभिवावकों को भी हार्दिक बधाई देता हूँ जिन्होंने बच्चों को इस सफलता के लिए एक स्वच्छ एवं सुन्दर परिवेश प्रदान किया। इसके साथ ही स्कूल के सम्मानीय प्रबंध निदेशक एवं शिक्षकों का आभार व्यक्त करता हूँ जिन्होंने बच्चों को अनुशासन में रखते हुए, श्रेष्ठ गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की।”[/box]