“स्वस्थ्य एवं शिक्षित व्यक्ति किसी भी राष्ट्र की धरोहर हैं, ऐसे लोगों से ही सुद्दढ़ एवं विकसित राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है” : जिलाधिकारी श्री सविन बंसल
आकाश ज्ञान वाटिका, गुरुवार, 25 जून 2020, हल्द्वानी (सूचना)। जिलाधिकारी श्री सविन बंसल का मानना है कि स्वस्थ्य एवं शिक्षित व्यक्ति किसी भी राष्ट्र की धरोहर हैं। ऐसे लोगों से ही सुद्दढ़ एवं विकसित राष्ट्र की कल्पना की जा सकती है। लगभग एक वर्ष के कार्यकाल में, जिलाधिकारी द्वारा छः माह के भीतर जनपद में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र मे अभूतपूर्व कार्य किया, जिसके परिणाम स्वरूप जिले भर के सभी सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवायें बेहतर हुई हैं। जिसका नतीजा यह हुआ कि दोगुनी से तीनगुनी तक ओपीडी अस्पतालों में बड़ी है। जिलाधिकारी के प्रयासों से बीडी पाण्डे चिकित्सालय नैनीताल महिला, बीडी पाण्डे चिकित्सालय पुरूष, सोबन सिह जीना बेस चिकित्सालय हल्द्वानी के अलावा स्व० रामदत्त जोशी संयुक्त चिकित्सालय रामनगर में जिलाधिकारी द्वारा आधुनिकतम उपकरण, मरीजों व तीमारदारों के लिए उचित दरों पर शुद्व भोजन, औषधियों की उपलब्धता, मरीजों को अनावश्यक रैफर नहीं किये जाने की व्यवस्था, चिकित्सालय भवनों की आवश्यक मरम्मत, सौन्दर्यीकरण,क्षतिग्रस्त शौचालयो का पुनः निर्माण,आईसीयू, एचडीयू की व्यवस्था,पैथोलाॅजी लैब में नये उपकरणों के साथ ही निरंतर सैम्पल टैस्टिंग की व्यवस्था बनाई गई है। जिलाधिकारी श्री सविन बंसल द्वारा जनस्वास्थ्य को प्राथमिकता मानते हुये अन्टाइड फंड की लगभग 60 प्रतिशत धनराशि सरकारी अस्पतालों की व्यवस्थाओं एवं उच्चीकरण पर व्यय की है। उन्होंने स्वास्थ्य महकमे की योजनाओं को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुँचाने वाली आशा कार्यकत्रियों के लिए आशा घरों की भी स्थापना कराई है ताकि आशा कार्यकत्री अपना कार्य सुविधाजनक तरीके से सम्पन्न कर सकें। जिलाधिकारी का मानना है कि स्वस्थ्य माँ एवं बच्चा राष्ट्र के विकास में अमूल्य योगदान कर सकते है। माँ एवं बच्चे को स्वास्थ्य के साथ ही कुपोषण से बचाने के लिए जिलाधिकारी द्वारा विशेष कार्य किये हैं, उनकी पहल रही है जिसके चलते स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला बाल विकास तथा वित्त विभाग एक मंच पर आये और संयुक्त प्रयासों से स्वास्थ्य की दिशा में अभूतपूर्व कार्य सम्पन्न हुये। जिलाधिकारी के दिशा निर्देशन में जिला नैनीताल राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में प्रथम स्थान पर रहा है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें देने के लिए काफी लाभदायी साबित हुआ है। यह बात जिलाधिकारी श्री सविन सविन बंसल ने देर रात शिविर कार्यालय मे आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि एनएचएम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में संचालित जनकल्याणकारी कार्यक्रमो मे नवीनता आयी है।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने बताया है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन योजना के अन्तर्गत 31 करोड़ 38 लाख रूपये की धनराशि विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संचालन के साथ ही जनस्वास्थ्य पर व्यय की जायेगी। उन्होंने बताया कि विगत वर्ष इस योजना के तहत 29 करोड़ 24 लाख रूपये की धनराशि व्यय की गई थी। उन्होंने बताया कि जच्चा-बच्चा योजना,जननी सुरक्षा योजना, परिवार कल्याण तथा शिशु देखभाल पर 3 करोड़ 67 लाख रूपये, बाल स्वास्थ्य पर 83.96 लाख रूपये, परिवार कल्याण कार्यक्रमों पर 66.76 लाख रूपये, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम पर 1 करोड़ 35 लाख रूपये, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम पर 1 करोड़ 33 लाख रूपये की धनराशि व्यय की जायेगी। उन्होंने बताया कि पीसीपीएनडीटी के लिए 2.45 लाख रूपये, आशा हेतु 2 करोड़ 48 लाख रूपये, अन्टाइड फंड के लिए 1 करोड़ 36 लाख रूपये, हैल्थ एवं वैलनेश सेन्टरों के लिए 2 करोड़ 43 लाख रूपये, ब्लैड बैक व्यवस्थाओं के लिए 21.21 लाख रूपये, राष्ट्रीय शहरीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के लिए 1 करोड़ 19 लाख रूपये, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम के लिए 23.68 लाख रूपये, राष्ट्रीय वायरल हैपीटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम के लिए 4.45 लाख रूपये, रैबीज कन्ट्रोल कार्यक्रम के लिए 2 लाख रूपये, राष्ट्रीय क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के 1 करोड़ 78 लाख रूपये, कैंसर, डाइविटीज, कार्डिंयो वेस्ट कुलर डिजीज नियंत्रण के लिए 19.46 लाख रूपये, राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के लिए 9.15 लाख रूपये, अन्धता निवारण कार्यक्रम के लिए 55.63 लाख रूपये की धनराशि का प्राविधान किया गया है।
जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने विगत देर रात राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि केन्द्र सरकार तथा प्रदेश सरकार की ओर से धनराशि की कोई कमी नहीं है ऐसे मे हमे माइक्रोप्लान बनाकर नई कार्य संस्कृति से कार्य करना होगा ताकि शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को विशेषकर गरीबों, महिलाओं तथा बच्चोन को बेहतर स्वास्थ्य सेवायें मिल सकें। उन्होंने कहा प्रतिरक्षण कार्यक्रमों को विशेष गति देते हुये आवश्यक अनुश्रवण किया जाए तथा विशेष अभियान चलाकर गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों का टीकाकरण किया जाए। उन्होंने कहा कि महिलाओं बच्चों, आँगनबाड़ी के बच्चों तथा विद्यालयों मे अध्ययनरत बच्चों का समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए तथा आशा कार्यकत्रियो के माध्यम से जनस्वास्थ्य की योजनाओं की जानकारी ग्रामीण क्षेत्रों में दी जाए तथा संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहित करने लिए गर्भवती महिलाओ को जानकारी दी जाए।
बैठक में मौजूद चिकित्साधिकारियो को निर्देश देते हुये उन्होंने कहा अन्टाइड फंड मे उपलब्ध धनराशि का चिकित्सालयों की बेहतरी के भवन सुधार,आपरेशन थियेटर व्यवस्था तथा आधुनिकतम उपकरण क्रय करने हेतु उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि महिला चिकित्सालय हल्द्वानी में पैथोलाॅजी लैब की स्थापना किया जाना जरूरी है ऐसे में पैथोलाजी लैब की स्थापना के लिए आवश्यक उपकरणों आदि की सूची एवं व्यय का आंगणन प्रस्तुत करे ताकि धनराशि एनएचएम तथा जिला योजना से व्यवस्था की जा सके।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० भारती राणा, चिकित्साधीक्षक डॉ० हरीश लाल, डॉ० भागीरथी जोशी, डॉ० एचएस धामी, डॉ० वीके पुनेरा, डॉ० बीडी जोशी, मुख्य कोषाधिकारी अनिता आर्या, एसीएमओ डॉ० रश्मि पंत, डॉ० तरूण कुमार टम्टा आदि मौजूद थे।