भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ जनवरी में शुरू कर सकता है टीकाकरण : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन
आकाश ज्ञान वाटिका, 21 दिसंबर 2020, सोमवार। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि भारत में कोविड-19 का सबसे बुरा दौर खत्म हो चुका है, चिंता करने की कोई बात नहीं, लेकिन लोगों को सुरक्षित रहने के लिए अभी भी कोरोना वायरस से जुड़ी सावधानियों का पालन करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि भारत जनवरी में कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों का टीकाकरण शुरू कर सकता है।
डॉ. हर्षवर्धन ने एएनआई को दिए एक विशेष साक्षात्कार में कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर मुझे लगता है कि भारत में कोविड-19 को लेकर चिंताए समाप्त हो चुकी हैं। मैं इस स्थिति का ठीक उसी समय से अनुसरण कर रहा हूं, जब 30 जनवरी, 2020 को हमारा पहला मामला सामने आया था। पिछले तीन-चार महीनों में कोरोना के मामलों में गिरावट देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि हमें कोरोना वायरस से जुड़ी सावधानियों का सख्ती से पालन करना होगा। इसको लेकर अभी हम आराम नहीं कर सकते।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अभी भारत में लगभग तीन लाख सक्रिय मामले हैं और ठीक होने की दर 95 से 96 फीसद है जो कई विकसित देशों की तुलना में काफी अधिक है। उन्होंने कहा, ‘अभी देश में लगभग तीन लाख सक्रिय मामले हैं। कुछ महीने पहले लगभग 10 लाख मामले थे। एक करोड़ से अधिक मामलों में से लगभग 95 लाख लोग पहले ही ठीक होकर घर जा चुके हैं।’ दुनिया के कुछ विकसित देशों की तुलना में हम बहुत आगे हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और ब्राजील जैसे देशों में मरीदों के ठीक होने की दर 60 और 80 प्रतिशत के बीच है, हम बेहतर स्थान पर हैं। हमारी मृत्यु दर अब भी 1.45 प्रतिशत पर है, जो काफी कम है। मुझे लगता है कि बुरा दौर शायद खत्म हो चुका है, लेकिन सावधानी के साथ हमें आगे बढ़ने की जरूरत है।
सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण करेगी
- स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस का टीका लगवाले के लिए किसी पर दबाव नहीं डाला जाएगा। इसके लिए सरकार लोगों को शिक्षित करेगी और इसके बारे में सही जानकारी देगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण करेगी। उन्होंने कहा कि सबसे पहले एक करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा, जिसमें निजी और सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ता होंगे, जबकि अगले दो करोड़ लोगों में फ्रंटलाइन कर्मचारी, स्वच्छता कर्मचारी, पुलिस कर्मचारी होंगे। इसके बाद 50 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को टीका लगाया जाएगा।
- उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मास्क, हाथ की स्वच्छता और शारीरिक दूरी सबसे अहम है। जिसका हम सभी को पालन करने की आवश्यकता है। कोविड -19 के कारण हमें जिन परेशानियों का सामना करना पड़ा है, वह अब कम होने लगी है। आने वाले वर्ष में वैक्सीन विकसित करने की दिशा में वैज्ञानिकों का शोध भी सफल होगा। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि भारत जनवरी में कोरोना वायरस के खिलाफ लोगों का टीकाकरण शुरू कर सकता है और सरकार की पहली प्राथमिकता वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभावकारिता है।