हेल्थ फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहले लगेगा टीका – 30 करोड़ भारतीयों की लिस्ट बनाने में जुटी सरकार
आकाश ज्ञान वाटिका, 18 अक्टूबर, 2020, रविवार। देश में कोरोना महामारी संकट के बीच वैक्सीन से सभी को उम्मीदें हैं। वैक्सीन के अगले साल की शुरुआत में आने की संभावना जताई गई है। इस बीच अब केंद्र सरकार कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण की योजना बनाने में जुट गई है। केंद्र सरकार के अनुसार, सरकार फिलहाल उन लोगों की लिस्ट बनाने में जुटी हुई है जिन्हें सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी।
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि सरकार ने लगभग 30 करोड़ लोगों की पहचान करना शुरू कर दिया था, जिन्हें टीका तैयार होने पर सबसे पहले दिया जाएगा। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि फ्रंटलाइन वर्कर्स जैसे- हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स, पुलिस, सैनिटेशन कर्मचारी वह लोग होंगे जिन्हें सबसे पहले कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक करीब 30 करोड़ लोगों के लिए 60 करोड़ टीके लगेंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एक बार टीके को मंजूरी मिल जाए तो उसके बाद टीके लगने शुरू हो जाएंगे। प्रॉयरिटी लिस्ट में चार कैटेगरीज हैं- जिनमें करीब 50 से 70 लाख हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स, दो करोड़ से ज्यादा फ्रंटलाइन वर्कर्स, 50 साल से ज्यादा उम्र वाले करीब 26 करोड़ लोग और ऐसे लोग जो 50 साल से कम उम्र के हैं मगर कई अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं।
कोरोना वायरस टीकाकरण की योजना जो अभी फिलहाल मसौदे के चरण में है, उसका उद्देश्य पहले चरण में भारत की करीब 23% आबादी को कवर करना है। वैक्सीन को लेकर बने एक्सपर्ट ग्रुप ने प्लान का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। केंद्रीय एजेंसियों और राज्यों से भी इनपुट्स लिए गए थे। नीति आयोग के सदस्य डॉ0 वीके पॉल की अगुवाई वाले इस ग्रुप ने जो प्लान बनाया है, उसके हिसाब से पहले चरण में देश की 23% आबादी को कवर कर लिया जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसको लेकर अंतिम योजना अक्टूबर-नवंबर तक तैयार होने की संभावना है। कोरोना टीकाकरण के लिए पहले चरण में चयन किए जाने वाले 30 करोड़ लोगों को अनुमानित 60 करोड़ डोज दी जाएगी।
इस महीने की शुरुआत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा था कि भारत को अगले साल जुलाई तक लगभग 25 करोड़ लोगों के टीकाकरण के लिए 50 करोड़ टीके की डोज मिलने की संभावना है। अधिकारियों ने कहा है कि भारत में 1.3 अरब लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाना एक बहुत बड़ा काम होगा जो 2022 तक भी खिंच सकता है।