Breaking News :
>>डिलीवरी ब्वॉय ने टिप से संतुष्ट नहीं होने पर गर्भवती महिला को मारा चाकू, आरोपी गिरफ्तार >>पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस मुख्यालय में शोक सभा>>एनआरआई महिला की 20 करोड़ की संपत्ति कब्जाने में चार आरोपी गिरफ्तार>>आप पार्टी ने पूर्व प्रधानमंत्री को महान अर्थशास्त्री और ईमानदार नेता बताते हुए भारत रत्न दिए जाने की मांग की >>चकराता- मसूरी राष्ट्रीय राजमार्ग पर पैरापिट तोड़ते हुए खाई में गिरी कार, घायलों की हालत गंभीर, एक की मौत >>‘दे दे प्यार दे 2’ को मिली नई रिलीज तारीख, अगले साल 14 नवंबर को रिलीज होगी फिल्म>>मुख्यमंत्री धामी ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को पुष्पांजलि की अर्पित>>चाय पीने के शौकीन हो जाएं सावधान, ज्यादा पीने से शरीर को होते हैं ये नुकसान>>गणतंत्र दिवस परेड में दिखेगी उत्तराखंड के साहसिक खेलों की झलक>>निकाय चुनाव के शोर के बीच कांग्रेस को लगा झटका, श्रीनगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष भाजपा में शामिल>>भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में निधन >>मोदी-शाह राज में सब मुमकिन>>गंगा की जलधारा में फंसे तीन युवकों को एसडीआरएफ ने सकुशल निकाला बाहर >>भारी मात्रा में विदेशी शराब का जखीरा बरामद>>राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से 17 बच्चों को किया सम्मानित >>सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी सप्ताह कार्यक्रम में किया प्रतिभाग>>राजाजी टाइगर रिजर्व के पश्चिमी हिस्से में बढ़ने जा रहा बाघों का कुनबा, 5वें बाघ को लाने की मिली अनुमति >>शाहिद कपूर की फिल्म ‘देवा’ निर्धारित समय से पहले सिनेमाघरों में देगी दस्तक>>बस दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को दी जाएगी 10 लाख रुपए की सहायता राशि >>क्या सभी ‘सलाद ड्रेसिंग’ होती है सेहतमंद, जानिए इस मिथक की सच्चाई
उत्तराखण्डताज़ा खबरें

“गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित करने के लिए कैलेंडर जारी होना चाहिए” : त्रिवेंद्र सिंह रावत

आकाश ज्ञान वाटिका, 16 सितम्बर 2022, शुक्रवार, देहरादून पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गैरसैंण को लेकर अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए सुझाव दिया है कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में विधानसभा सत्र आयोजित करने के लिए कैलेंडर जारी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब गैरसैंण के नाम पर इतनी भर्तियां की गई हैं तो यहां नियमित सत्र कराया जाना चाहिए। यदि शुरुआत में ही इसका कैलेंडर बनाया जाए, तो यहां सत्र के आयोजन में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि गैरसैंणवासियों की सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं

डिफेंस कालोनी स्थित आवास पर पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि अपने सीमांत दर्शन कार्यक्रम के तहत वह गैरसैंण भी गए। गैरसैंण पहाड़ की पीड़ा का प्रतीक है। जिन कारणों से राज्य बना, उसका प्रतीक भी गैरसैंण है।

यहां के निवासी सरकार से काफी अपेक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि एक कहावत है कि बेटा रोता नहीं तो मां भी दूध नहीं देती। इसका मतलब यह नहीं है कि मां दुश्मन है। यह एक स्वभाव है। ऐसे ही गैरसैंण की जनता है, जो उसके लिए आवाज उठा सकती है।

जब धांधली सामने आई तो युवा पीढ़ी से नकारात्मक प्रतिक्रिया आई : त्रिवेंद्र सिंह रावत

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा भर्तियों की जांच के लिए जो कमेटी बनाई है, उसके सभी अधिकारी अच्छे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण की पृष्ठभूमि भी अच्छी है। उनके चरित्र में ईमानदारी है। वह जांच करा रही है तो उन पर विश्वास करना चाहिए।

एक अन्य सवाल के जवाब में भर्ती घोटालों को लेकर उन्होंने कहा कि ये एक आपराधिक कृत्य है। जब धांधली सामने आई तो युवा पीढ़ी से नकारात्मक प्रतिक्रिया आई। सरकार ने इस पर अच्छा काम किया है, जिससे जनता का भरोसा सरकार पर बना है। एसटीएफ अच्छा काम कर रही है, मामले की सीबीआइ जांच की जरूरत नहीं है

युवाओं को करना चाहिए सीमांत दर्शन

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके इस दौरे को लेकर काफी कुछ कहा जा रहा है। सच्चाई यह है कि श्राद्धपक्ष शुरू होने वाला था, श्राद्ध में सीधे मंदिर के दर्शन को नहीं जा सकते। इस कारण वह एक दिन पहले ही बदरीनाथ के दर्शन के लिए निकल पड़े। उन्होंने कहा कि यह उनका दूसरा सीमांत दर्शन दौरा है।

वह गत वर्ष अगस्त में पहला दौरा कर चुके हैं। उस समय वह उत्तरकाशी गए थे। उन्होंने कहा कि इस बार वह माणा क्षेत्र की ओर गए। यहां वह सेना, अर्द्ध सैनिक बल और स्थानीय ग्रामीणों से मिले। उन्होंने कहा सीमा पर तैनात सेना व अन्य लोग चाहते हैं कि पर्यटन इन स्थलों तक आएं। युवाओं को सीमांत दर्शन के लिए जाना चाहिए।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके दौरे से पार्टी को राजनीतिक फायदा होगा। उन्होंने कार्यकर्त्ताओं से मुलाकात की और उनका पक्ष भी जाना। जल्द ही वह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर दौरे के संबंध में विस्तृत बातचीत करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि नई दिल्ली में प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात के दौरान पिरुल के संबंध में चर्चा हुई थी। उन्होंने कहा कि पिरुल प्रदेश में विकास का बड़ा आयाम बन सकता है। यहां 15 लाख टन पिरुल उत्पादित हो रहा है, जिससे कई उत्पाद बनाए जा सकते हैं। इससे 75 हजार व्यक्तियों को रोजगार मिलने की संभावना है।

Loading

Ghanshyam Chandra Joshi

AKASH GYAN VATIKA (www.akashgyanvatika.com) is one of the leading and fastest going web news portal which provides latest information about the Political, Social, Environmental, entertainment, sports etc. I, GHANSHYAM CHANDRA JOSHI, EDITOR, AKASH GYAN VATIKA provide news and articles about the abovementioned subject and am also provide latest/current state/national/international news on various subject.
error: Content is protected !!