जूनियर बुमराह (दून के अक्षज त्रिपाठी) को ट्रेनिंग देंगे आस्ट्रेलिया के पूर्व कोच जॉन बुकानन
आकाश ज्ञान वाटिका, 16 मार्च 2021, मंगलवार। महज छह साल के अक्षज को लोग प्यार से ‘जूनियर बुमराह’ बुलाते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह जैसे एक्शन से गेंदबाजी करने के चलते इंटरनेट मीडिया पर छाए दून के अक्षज त्रिपाठी की ख्याति ऑस्ट्रेलिया तक पहुंच गई है। अक्षज के हुनर से प्रभावित होकर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व कोच जॉन बुकानन ने उन्हें ट्रेनिंग देने की बात कही है। इसके लिए जॉन ने हाल ही में अपनी टीम को अक्षज के घर भेजकर उनकी गेंदबाजी की वीडियोग्राफी कराई थी। अक्षज के स्वजनों की मानें तो जॉन खुद उनसे मिलने के लिए जल्द ही दून आ सकते हैं।
मूल रूप से रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि ब्लॉक के चोपड़ा गांव के रहने वाले अक्षज के पिता डीपी त्रिपाठी दून में डीआरडीओ में विज्ञानी हैं और मां रेखा डंगवाल उत्तराखंड जल विद्युत निगम में अधिशासी अभियंता। डीपी त्रिपाठी ने बताया कि कुछ दिन पहले अक्षज का गेंदबाजी करते हुए एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था। इसमें उनके गेंदबाजी एक्शन को देखकर जोकि काफी हद तक जसप्रीत बुमराह जैसा है, सभी ने तारीफ की। क्रिकेट से जुड़ी कई हस्तियां भी अक्षज की कायल हो गईं। उन्होंने वीडियो पर कमेंट कर उसकी सराहना की। इस फेहरिस्त में जॉन भी शामिल हैं। उन्होंने भी वीडियो पर कमेंट किया था।
इसके बाद कोलकाता से उनकी टीम के कुछ सदस्य देहरादून आए। उन्होंने अक्षज को गेंदबाजी करते हुए देखा और उसका वीडियो शूट किया। जल्द ही जॉन इस वीडियो को इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करेंगे। डीपी त्रिपाठी ने बताया कि जॉन की टीम हमसे लगातार संपर्क में है। टीम ने उन्हें बताया कि खुद जॉन ने अक्षज को प्रशिक्षण देने की बात कही है।
जिस वीडियो से अक्षज रातोंरात प्रसिद्ध हुए, उसे अब तक सवा करोड़ लोग देख चुके हैैं। इस वीडियो को इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर एवं कोच पॉल निक्सन ने भी सराहा और उसे भारतीय क्रिकेट टीम का भविष्य बताया। आइपीएस दीपांशु काबरा ने भी अक्षज के वीडियो को ट्विटर पर शेयर कर जसप्रीत व मुंबई इंडियंस को टैग किया था।
दून के शिक्षांकुर स्कूल में कक्षा दो के छात्र अक्षज ने तीन वर्ष की उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था। अक्षज अपने स्कूल बैग में गेंद रखकर ले जाते हैं। स्कूल में भी मौका मिलने पर अभ्यास करते हैं। वह अन्य बच्चों की तरह कार्टून नहीं देखते, बल्कि रोजाना छह से सात घंटे गेंदबाजी का अभ्यास करते हैं।
जॉन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर हैं। वह कई साल तक ऑस्ट्रेलिया के कोच रहे। उनके कोच रहते हुए ऑस्ट्रेलिया ने दो बार वर्ष 1999 और 2003 में वल्र्ड कप जीता। इसके अलावा भी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने उनकी कोचिंग में कई रिकॉर्ड कायम किए, जो अभी तक कायम हैैं। जॉन आइपीएल फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइटराइडर्स के भी कोच रहे हैं। इसके अलावा भी वह क्रिकेट से जुड़ी कई संस्थाओं से जुड़े रहे।