बारिश के बाद भी उमड़ रहा कांवड़ियों का रेला, हर तरफ बम-बम भोले की गूँज
आकाश ज्ञान वाटिका, 13 जुलाई 2023, गुरूवार, हरिद्वार। कई दिनों से हो रही बारिश के बाद भी हर तरफ बम-बम भोले की गूंज और दूर-दूर तक कांवड़ियों का रेला उमड़ रहा है। पूरा शहर भगवामय नजर आ रहा है। शिवभक्त बारिश के बीच लगातार अपने गंतव्य की ओर से बढ़ रहे हैं। डाक कांवड़ शुरू होने के बाद बड़ी संख्या में कांवड़िये हरिद्वार पहुंचे हैं। भारी भीड़ से बिरला पुल और चंडी घाट के बीच भगदड़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हरकी पैड़ी और आस-पास के क्षेत्रों में पैर रखने तक की जगह नहीं है। वहीं, कांवड़िये हाईवे से होते हुए दोपहिया वाहन वाले कांवड़िएये शहर के अंदर आने का प्रयास करते हैं। जिसको लेकर पुल जटवाड़ा, सिंहद्वार चौक, प्रेमनगर आश्रम चौक, ऋषिकुल, शंकराचार्य चौक, पंतद्वीप, खड़खड़ी सूखी नदी, डामकोठी आदि स्थानों पर बैरिकेडिंग की गई है। जिन पर कांवड़ियों को रोक दिया जा रहा है।
उन्हें शहर के अंदर नहीं घुसने दिया जा रहा है जबकि स्थानीय लोगों को वाहनों के नंबर देखकर अंदर भेजा जा रहा है। गुरुवार को धर्मनगरी में डाक कांवड़ियों का सैलाब उमड़ पड़ा। अब तक ढाई करोड़ से ज्यादा कांवड़िये गंगाजल भरकर रवाना हो चुके हैं। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक पहले दिन पहले दिन एक लाख 10 हजार, दूसरे दिन 8 लाख 50 लाख, तीसरे 10 लाख 50 हजार, चौथे दिन 15 लाख 20 हजार पांचवें दिन 22 लाख 25 हजार, छठे दिन 32 लाख 40 हजार, सातवें दिन 45 लाख 10 हजार, आठवें दिन 57 लाख 20 हजार शिवभक्तों ने गंगाजल भरा। बुधवार को नौवें दिन 67 लाख कांवड़िए गंगाजल भरकर रवाना हुए। हर-हर महादेव, बम-बम भोले के जयघोष लगाते हुए डाक कांवड़िए और पैदल कांवड़ लेकर शिवभक्त रवाना होते रहे।
शिवभक्त कंधे पर जल और डीजे पर बजने वाले भक्ति गीतों पर जमकर झूम रहे हैं। बाईपास भक्ति गीतों से गुंजायमान होने के साथ ही भगवामय नजर आ रहा है। दिल्ली से हरिद्वार जाने वाले कांवड़ियों की भीड़ भी बढ़ गई है। इसे देखते हुए पुलिस ने नगला इमरती से होते हुए लक्सर से हरिद्वार इन वाहनों को गुजार रही है। कांवड़ मेले के तीन दिन शेष बचे हैं। लाखों डाक कांवड़ियों का रैला हरिद्वार में पहुंच चुका है। अभी हाईवे की एक पूरी साइड डाक कांवड़ियों के हवाले हैं। डाक कांवड़ियों की भीड़ को संभालते हुए आगे भेजना चुनौती भरा रहेगा। ऐसे में मेले के तीन दिन तक पुलिस की अग्निपरीक्षा होगी।