14 जून से शुरू होगा विधानसभा का 7 दिवसीय बजट सत्र, सरकार को घेरने के लिए तीखे तेवर में दिखेगी कांग्रेस
सत्र से कुछ दिन पहले नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य देहरादून में डेरा डालकर विधायकों के साथ बेहतर तालमेल की कोशिश में जुटेंगे।
आकाश ज्ञान वाटिका, 10 जून 2022, शुक्रवार, देहरादून। विधानसभा का बजट सत्र 14 जून से प्रारंभ हो रहा है। तकरीबन सात दिनी सत्र के दौरान सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस गरजती और बरसती नजर आएगी। दो-तिहाई बहुमत से सत्ता में काबिज भाजपा की धामी सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में अपना एजेंडा सामने रखने जा रही है।
चंपावत उपचुनाव में बड़े अंतर से जीत के साथ आत्मविश्वास में भरे नेता सदन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस घेरने की तैयारी कर रहा है। नव संकल्प शिविरों की बूस्टर डोज से प्रदेश में संगठन को मजबूत करने में ताकत झोंक रही कांग्रेस बजट सत्र में तीखे तेवर में दिखेगी। इस सिलसिले में सत्र से कुछ दिन पहले नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य देहरादून में डेरा डालेंगे। कांग्रेस पार्टी की कोशिश में गुटबाजी आड़े न आए, इसे ध्यान में रखकर विधायकों को साधा जाएगा।
कांग्रेस इस मौके को अपने पक्ष में भुनाना चाहती है। इसमें सबसे बड़ी परेशानी पार्टी का खुद का मनोबल भी है। 5वीं विधानसभा के चुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए कांग्रेस ने ढेरों लुभावने वायदे किए थे। यह अलग बात है कि प्रदेश की जनता ने विपक्षी दल की कोशिश को नकार दिया। भाजपा दो-तिहाई बहुमत के साथ सत्ता पर दोबारा काबिज हो गई।
विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष और उपनेता प्रतिपक्ष के पदों पर चयन में बदले तेवर दिखा दिए। यद्यपि इससे गुटबाजी तो खत्म नहीं हुई, असंतुलन को आधार बनाकर विधायक और कार्यकर्त्ता में खिंचाव गाहे-बगाहे सामने आता रहता है। कांग्रेस के लिए चुनौती कम होने के बजाय और बढ़ी है। चंपावत उपचुनाव में पार्टी को बड़े अंतर से हार की कतई उम्मीद नहीं थी। उपचुनाव की सफलता ने नेता सदन और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आत्मविश्वास बढ़ाया है।
विधायकों से लेकर आम कार्यकर्त्ता का मनोबल बढ़ाने के लिए प्रदेश स्तरीय दो दिनी नव संकल्प क्रियान्वयन कार्यशाला में भी विधानसभा चुनाव में हार के बहाने आरोप-प्रत्यारोप लग चुके हैं। पार्टी विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले जिलों में ऐसी कार्यशालाओं के माध्यम से एकजुटता का संदेश देना चाहती है।
उदयपुर चिंतन शिविर के संकल्प को उत्तराखंड में धरातल पर उतारने पर खासा जोर है। सत्र में अपने प्रदर्शन के माध्यम से पार्टी जनता को संदेश देना चाहती है। विधायकों में खिंचाव को पार्टी महसूस कर रही है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि प्रदेश सरकार की विफलता को सामने लाने के लिए कांग्रेस विधायक सदन में एकजुट दिखाई देंगे। इसके लिए नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य देहरादून में डेरा डालकर विधायकों के साथ बेहतर तालमेल की कोशिश में जुटेंगे।