दुर्गाष्टमी: कन्या पूजन कर लिया मां का आशीर्वाद, दोपहर बाद नवमी शुरू
देहरादून: राम अष्टमी पर विशेष कन्या पूजन किया गया। कंजक में कन्याओं के चरण धोकर और उनका पूजन करके उनको भोजन कराया गया। कन्याओं रे लाथ एक बालक को भी भोजन कराया गया और उपहार भेंट किए गए। कन्या पूजन पर सुबह पहले महागौरी का पूजन किया कर उनका आशीर्वाद लिया।
आपको बता दें इसबार अष्टमी पर दो मुहूर्त रहे। पहला सुबह छह बजकर 20 मिनट से नौ बजकर 12 मिनट तक चला, जबकि दूसरा मुहूर्त 10 बजकर 37 मिनट से दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहा। वहीं, दोपहर 12 बजकर 15 मिनट से नवमी प्रारंभ हो जा गर्इ है, जो गुरुवार शाम 3 बजकर 30 मिनट तक चलेगी।
मां कालरात्रि की पूजा कर मांगा आशीर्वाद
इससे पहले सप्तमी पर रायपुर दुर्गा पूजा कमेटी की ओर से 75वीं प्लेटिनम जुबली दुर्गा महोत्सव में सातवें दिन कालरात्रि स्वरूप की पूजा की गई। कामना की गई कि उनके जीवन से अंधकार रूपी कष्ट खत्म हो जाए। विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों के जरिये सप्तरंगी छटा बिखेरी गई वहीं, विभिन्न स्थानों पर भी दुर्गा महोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया।
जूनियर क्लब में आयोजित कार्यक्रम में सप्तमी पर काल रात्रि की विधिवत पूजा अर्चना की गई। सांस्कृतिक संध्या में रिनी व रूपा चक्रवर्ती के निर्देशन पर रंगारंग एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। पुतल साह के नेतृत्व में गायन व हास्य नाटक ‘बाप रे बाप’ के रोचक नाटक ने आंगतुकों का मनोरंजन किया। इस दौरान कमेटी के महासचिव तापस चक्रवर्ती, प्रदीप मजूमदार, मानस हाजरा मौजूद रहे। वहीं, बंगा विधि दुर्गाबाड़ी सोसायटी की ओर से सर्राफा बाजार में हुए दुर्गोत्सव में विधिवत पूजा-अर्चना हुई।
इस दौरान समाजसेवी राकेश ओबेरॉय, सोसायटी के अध्यक्ष मेघनाथ मंडल आदि मौजूद रहे। दून घाटी मां दुर्गा सेवा समिति की ओर से कालिंदी एनक्लेव (बल्लीवाला चौक) में दुर्गा उत्सव मनाया गया।
त्योहारों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश
पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र अजय रौतेला ने सभी जनपद प्रभारियों को त्योहारों के दौरान अतिरिक्त सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे वालों पर बारीकी से नजर रखने के निर्देश दिए।
डीआइजी ने कहा कि नवरात्र के अवसर पर लोगों द्वारा विभिन्न पंडालों, मंदिरों में मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित कर पूजा-अर्चना, जागरण आदि कार्यक्रमों के साथ ही विजयदशमी के दिन शोभयात्राओं के उपरांत मां दुर्गा की प्रतिमाओं को विसर्जित किया जाता है। इस दौरान निकलने वाली शोभायात्राओं और जुलूसों के मिश्रित जनसंख्या वाले क्षेत्रों में विवाद, महिलाओं के साथ छेडख़ानी, रामलीला मंचन के दौरान फिल्मी गानों की धुनों पर अश्लील नृत्य कि ए जाने, जबरन चंदा वसूलने आदि की शिकायतें आती हैं।
इसके साथ ही असामाजिक तत्वों द्वारा समय से पूर्व पुतलों में आग लगाने, आतिशबाजी के दौरान पटाखे आदि दूसरों के घरों में फेंकने आदि से विवाद की स्थिति उत्पन्न होती है। सभी जनपद प्रभारियों को उन्होंने इस प्रकार की घटनाओं को लेकर अतिरिक्त सुरक्षा बरतने के निर्देश दिए हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने त्योहारों के दौरान होने वाली भीड़ को देखते हुए होटलों, धर्मशालाओं सहित भीड़भाड़ वाले स्थानों पर चेकिंग अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।