डॉ० मृत्युंजय कुमार मिश्रा की मूल विभाग उच्च शिक्षा में जल्द होगी वापसी
मुख्यमंत्री धामी ने इस मामले में जल्द कार्यवाही के निर्देश दे चुके
आकाश ज्ञान वाटिका, १ जनवरी २०२१, शनिवार, हरिद्वार। आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ० मृत्युंजय कुमार मिश्रा की मूल विभाग उच्च शिक्षा में वापसी जल्द होगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस मामले में जल्द कार्यवाही के निर्देश दे चुके हैं। वहीं, आयुष शिक्षा मंत्री हरक सिंह रावत ने मिश्रा की उच्च शिक्षा में वापसी की पत्रावली को अनुमोदित कर दिया है। यह पत्रावली अब मुख्यमंत्री को भेजी गई है।
डॉ० मृत्युंजय कुमार मिश्रा को मूल विभाग उच्च शिक्षा में भेजने के संबंध में मंत्रिमंडल निर्णय ले चुका है। अब इस निर्णय को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। मिश्रा को आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलसचिव पद पर बहाल करने का मामला इंटरनेट मीडिया पर भी चर्चाओं में है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले का संज्ञान लेकर मिश्रा की मूल विभाग में वापसी जल्द करने के संबंध में आयुष शिक्षा विभाग को निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद इस संबंध में पत्रावली का मूवमेंट तेज हो चुका है। आयुष शिक्षा सचिव चंद्रेश कुमार ने बताया कि मिश्रा की उच्च शिक्षा में वापसी से संबंधित पत्रावली को विभागीय मंत्री को भेजा जा चुका है। सूत्रों के मुताबिक आयुष शिक्षा मंत्री हरक सिंह रावत भी संबंधित पत्रावली को मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए भेज चुके हैं।
लगातार बढ़ती जा रही हैं मृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में आयुर्वेद विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मृत्युंजय मिश्रा की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। वह अब तक विजिलेंस कार्यालय में बयान दर्ज करवाने के लिए नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में विजिलेंस उन पर सख्ती करने के मूड में है। बीते बुधवार को पदभार ग्रहण करने आयुर्वेद विश्वविद्यालय पहुंचे मृत्युंजय मिश्रा से पूछताछ करने के लिए विजिलेंस अधिकारी भी विवि पहुंचे थे। इस दौरान मृत्युंजय मिश्रा ने गुरुवार को खुद विजिलेंस आफिस पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाने की बात कही थी, लेकिन वह नहीं पहुंचे।
एसपी विजिलेंस धीरेंद्र गुंज्याल ने बताया कि विजिलेंस में मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा अन्य थानों में भी उनके खिलाफ मुकदमे दर्ज हैं। इस संबंध में उनसे पूछताछ की जानी है, लेकिन वह सहयोग नहीं कर रहे। अगर वह बयान दर्ज करवाने के लिए खुद नहीं आते हैं तो विजिलेंस को ही उन्हें लेकर आना होगा। मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ विजिलेंस ने भ्रष्टाचार का मुकदमा दर्ज कर उन्हें अक्टूबर 2018 में गिरफ्तार किया था। एसपी ने बताया कि मृत्युंजय मिश्रा की देहरादून के अलावा अन्य राज्यों में भी संपत्तियां हैं। इसी संबंध में उनसे पूछताछ की जानी है।