दून के युवाओं ने कहा – सरकार को सस्ती शिक्षा के साथ ही रोजगार के अवसर बढ़ाने की ओर ध्यान देना चाहिए
आकाश ज्ञान वाटिका। ३१ जनवरी, २०२० (शुक्रवार)। आम बजट को लेकर दून के युवा भी बेहद उत्साहित हैं। उनका कहना है कि भारत सबसे युवा देश है। अगर समुचित संसाधन मिलें तो ये युवा देश का भविष्य बदल सकते हैं। इसलिए सरकार को आम बजट में शिक्षा सस्ती करने के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही युवाओं की अपेक्षा है कि लैपटॉप समेत अन्य गैजेट सस्ते हों और वाई-फाई मुफ्त किया जाए, जिससे हर छात्र तकनीक का इस्तेमाल कर सके और डिजिटल इंडिया को मजबूती मिले।
सस्ते हों लैपटॉप, मुफ्त मिले वाई-फाई
लक्ष्मण चौक निवासी अंकित कुकरेती कहते हैं कि आज जमाना तकनीक का है। इसलिए युवाओं को तकनीक से जोड़ना होगा। लैपटॉप और सस्ते होने चाहिएं। छात्रों को लैपटॉप में सब्सिडी भी दी जानी चाहिए। वाई-फाई भी नि:शुल्क होना चाहिए, जिससे युवा देश-दुनिया की नई जानकारियों से अपडेट रहें।
बढ़ाई जाएं चिकित्सकीय सेवाएं
रेसकोर्स निवासी निशा रावत का कहना है कि केंद्र सरकार ने जिस तरह गरीबों को आयुष्मान योजना का लाभ दिया है। उसी तरह मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए असाध्य बीमारियों के इलाज की योजना हो। सीएचसी-पीएचसी में सुविधाएं बढ़ाई जानी चाहिएं। जिससे बड़े अस्पतालों पर मरीजों का दबाव कम हो।
सस्ती शिक्षा हो उपलब्ध
नेहरू कॉलोनी की बबीता कहती हैं कि भारत विश्व का सबसे युवा देश है। ये युवा देश की तकदीर बदल सकते हैं। सरकार को इनकी शिक्षा पर काम करना चाहिए। शिक्षा महंगी होने के कारण अक्सर युवा अपनी इच्छानुसार पढ़ाई नहीं कर पाता। कई बार तो मेधावियों को भी मजबूरी में पढ़ाई छोड़नी पड़ती है।
जीएसटी हो कम
छात्र अक्षित रावत कहते हैं कि बहुत से युवा पढ़ाई के बाद फैमिली बिजनेस में हाथ अजमाते है। अगर जीएसटी की दरें कम हो जाएं तो व्यापार और भी अच्छे से किया जा सकता है। इससे युवा उद्यम की ओर कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित होंगे। खुद आत्मनिर्भर होने के साथ दूसरों को रोजगार भी दे सकेंगे।
कच्चा माल हो सस्ता
करनपुर के आशीष रावत का कहना है कि हमारा रियल एस्टेट का फैमिली बिजनेस है। कच्चा माल महंगा हो चुका है, जिससे बिजनेस ठप होने की कगार पर है। अगर कच्चा माल सस्ता हो जाए तो बिजनेस में तरक्की होगी। आने वाली पीढ़ी भी इस बिजनेस में भविष्य आजमाने की हिम्मत जुटा पाएगी।
लोन की हो समुचित व्यवस्था
छात्र नितिन जोशी ने कहा, रोजगार के लिए बहुत सारे क्षेत्र खाली हैं, जिनमें मेहनत की जा सकती है। इसके लिए बैंकों से लोन दिए जाने की व्यवस्था को थोड़ा और सरल किए जाने की जरूरत है। आसानी से लोन मिलेगा तो युवा उद्यम की ओर कदम बढ़ाएंगे। इससे रोजगार की समस्या दूर होगी। देश तरक्की करेगा।