प्रेगनेंसी के दौरान जरूर करें ये एक्सरसाइज, डिलीवरी में नहीं होगी कोई परेशानी
आजकल के खराब लाइफस्टाइल और खानपान के कारण नॉर्मल डिलीवर का रेट गिरता जा रहा है. नॉर्मल डिलीवरी में महिला जल्दी रिकवर हो जाती है। और शरीर में कम परेशानी होती है. नॉर्मल डिलीवरी हेल्थ के लिए सही रहती है. इसलिए शरीर को नॉर्मल डिलीवरी के लिए तैयार रखना चाहिए. इसके लिए आपको हम इस आर्टिकल में प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करने के फायदे बताएंगे।
नॉर्मल डिलीवरी के लिए शरीर को करना पड़ता है तैयार
हम आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज कब करना चाहिए? कितने घंटे एक्सरसाइज करना चाहिए. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रेग्नेंसी के तीसरे महिने में भी आप आराम से एक्सरसाइज कर सकते हैं। इसके अलावा आप 7 महीने की शुरुआत में भी एक्सरसाइज कर सकते हैं. महीने की शुरुआत से लेकर डिलीवरी तक गिना जाता है. नॉर्मल डिलीवरी से पहले आपको अपने शरीर को तैयार करना होगा। इसके लिए एक्सरसाइज बेहद जरूरी है. कई मामलों में प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करना काफी ज्यादा रिस्क रहता है. प्रेग्नेंसी के दौरान जब भी एक्सरसाइज करें तो अकेले नहीं करें डॉक्टर की सलाह पर ही करें. क्योंकि काफी ज्यादा रिस्क बढ़ जाता है।
स्कवाट: यह नॉर्मल डिलीवरी में काफी ज्यादा अच्छा होता है. यह एक्सरसाइज करने से पेल्विक मसल्स फ्लेक्सिबल होती है. जिससे नॉर्मल डिलीवरी हो जाती है. यह एक्सरसाइज करने के लिए आप दीवार का सहारा भी ले सकते हैं. हाथों को सीधा रखते हुए पैरों को खोलकर खड़े हो जाए. कूल्हे के बल हवा में बैठने का प्रयास करें. इसे 10 मिनट तक रोजाना करें।
कीगल: कीगल एक्सरसाइज नॉर्मल डिलीवरी के लिए बेस्ट एक्सरसाइज है. इससे पेल्विक मसल्स फ्लेक्सिबल होता है. प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले तनाव को भी कम करता है. इसमें आरामदायक स्थिति में बैठे और आंखें बंद कर लें. यूरिन का प्रेशर बनाकर थोड़ी देर रखें. इसमें 3-5 सेकंड रहने की कोशिश करें।
बटरफ्लाई: बटरफ्लाई तितली आसन को कहते हैं। इससे भी पेल्विक मसल्स मजबूत रहता है. जो नॉर्मल डिलीवरी के लिए अच्छा होता है. इसके लिए सबसे पहले फर्श बैठ जाएं और दोनों पैरों के पंजों से जोड़ लें. इस आसन को आप 10 मिनट तक कर सकते हैं।
योग और मेडिटेशन: योग और मेडिटेशन के कारण लोग मानसिक तौर पर मजबूत बनते हैं. यह दिमाग को रिलैक्स करने का काम करती है. इससे स्ट्रेस भी कम होता है. इससे पीठ का दर्द और एंग्जायटी ठीक होती है।
वॉकिंग: जो महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने में है उन्हें आधे घंटे जरूर वॉक करना चाहिए. इससे उनकी मसल्स मजबूत होती है. कई मामलों में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. क्योंकि हाई रिस्क में एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए. क्योंकि यह खतरनाक साबित हो सकता है।