ग्रामीण क्षेत्रों में कोरेनटाइन किये जा रहे लोगों की व्यवस्था का दायित्व जिलाधिकारी सविन बंसल ने जिले भर के सभी ग्राम प्रधानों को सौंपा है
आकाश ज्ञान वाटिका, रविवार, 24 मई 2020, भीमताल/नैनीताल (सूचना)। ग्रामीण क्षेत्रों में कोरेनटाइन किये जा रहे लोगों की व्यवस्था का दायित्व जिलाधिकारी श्री सविन बंसल ने जिले भर के सभी ग्राम प्रधानों को सौंपा है। प्रदेश का नैनीताल पहला जिला है जहाँ पर अधिकारी निर्धारित रोस्टर के अनुसार विकास खण्ड मुख्यालयों मे बैठक कर ग्राम प्रधानों की समस्याओं के निराकरण के साथ ही उनके मध्य उत्पन्न भ्रान्तियों एवं शंकाओ का दोतरफा संवाद कायम कर निराकरण कर रहे हैं तथा कोविट-19 सम्बन्धित शासनादेशों की जानकारी भी दे रहे हैं। विकास खण्ड कोटाबाग तथा रामनगर में 25 मई को आयोजित बैठक ईद अवकाश होने के कारण अब 26 मई को होगी। कोटाबाग मे यह बैठक 11 बजे से तथा रामनगर विकास खण्ड में यह बैठक दोपहर 3 बजे से होगी।
ग्राम प्रधानों की समस्याओं तथा कोरेन्टाइन सेन्टरों में की जाने वाली व्यवस्थाओ तथा सेन्टरों के वित्तीय प्रबन्धन की जानकारी देने के लिए जिलाधिकारी ने जिले के सभी आठ विकास खण्ड मुख्यालयों पर ग्राम प्रधानों तथा ब्लाक प्रमुखों के साथ बैठक कर दायित्व जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी तथा जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह को सौपा है। जिलाधिकारी के आदेशों के क्रम में विगत 20 मई से विकास खण्ड मुख्यालयों पर जनप्रतिनिधियों की बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया है। अब तक विकास खण्ड ओखलकांडा, धारी, भीमताल, हल्द्वानी तथा बेतालघाट में अधिकारियों की बैठकें सम्पन्न हुई, विगत शनिवार को विकास खण्ड रामगढ़ मुख्यालय में आयोजित जनप्रतिनिधियों की बैठक आयोजित हुई। जिसकी अध्यक्षता ब्लाक प्रमुख श्रीमती पुष्पा नेगी द्वारा की गई। बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुये जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी ने कहा कि कोरोना वायरस के कारण ग्राम पंचायतों में बाहर से आ रहे प्रवासियों के कोरेन्टीन करने और आवश्यक व्यवस्थाओं को बनाने में ग्राम प्रधानों की अहम भूमिका है। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण देश व विश्व कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी से प्रभावित है। इस महामारी के कारण देश के विभिन्न इलाकों से प्रवासी जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में अपने घरों में आ रहे हैं ऐसे में यह भी सम्भावना रहेगी, यदि इनमें से कोई प्रवासी पूर्व से कोरोना वायरस से संक्रमित होगा तो गाँव में संक्रमण फैल सकता है। इस सन्दर्भ में उत्तराखण्ड शासन द्वारा ग्राम पंचायत में आने वाले सभी लोगों की निगरानी, कोरेन्टाइन करने, घर पर कोरेन्टाइन हेतु आवश्यक सुविधा व पृथक कक्ष नहीं होने पर सम्बन्धित व्यक्तियों को निकवर्ती विद्यालय, पंचायत भवन तथा अन्य सामुहिक स्थान में कोरेन्टाइन किया जाना है। इन स्थानों मे बिजली, पानी, साफ सफाई, बिस्तर आदि की व्यवस्था ग्राम पंचायतों द्वारा ही की जानी है। उन्होंने कहा कि यदि किसी प्रवासी में खाँसी, जुकाम, बुखार के लक्षण दिखते हैं तो तत्काल उसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग के साथ ही अन्य अधिकारियों को दी जाए ताकि उसका विधिवत् परीक्षण कराकर उपचार कराया जा सके। उन्होंने कहा कि व्यवस्था में व्यवधान करने वाले व्यक्ति के विरूद्व कानूनी कार्यवाही करने के अधिकार ग्राम प्रधानों को शासन द्वारा दे दिये गये हैं।
जनकारी देते हुये जिला पंचायतराज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह ने बताया कि ग्रामीण कोरेन्टाइन सेन्टरों मे व्यवस्था करने को और इसमें होने वाले व्यय की प्रतिपूर्ति जैसे साफ सफाई, सेनेटाइजेशन हेतु छिडकाव, महामारी के बचाव के सम्बन्ध में जनजागरूता हेतु दीवार लेखन आदि पर व्यय का वहन, प्रत्येक राजस्व ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति के खाते में स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध कराई गई धनराशि, ग्राम पंचायत की स्वयं की राजस्व (ओएसआर) वित्त आयोग की धनराशि से कर सकते हैं। यदि इसके बाद भी अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता हुई तो यह धनराशि जिलाधिकारी द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष अथवा जिला आपदा प्रबन्धन निधि से उपलब्ध कराई जायेगी। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत मे आने वाले प्रवासी जोकि सम्बन्धित गाँव के निवासी हैं अतः सामुदायिक स्थानों में कोरेन्टाइन किये जाने पर भोजन, बिस्तर आदि की व्यवस्था उनके घरों से ही करा ली जाए। यदि सम्बन्धित प्रवासी के घर के लोग बहुत गरीब हैं और सक्षम नहीं हैं तो यह व्यवस्था ग्राम पंचायत द्वारा तात्कालिक रूप से करते हुये उसकी प्रतिपूर्ति वित्त आयोग की कंटैंजैन्सी से कर सकते हैं साथ ही इनमें से जिनके पास राशन कार्ड नहीं हैं या वह ऑनलाइन नहीं हैं तथा श्रम विभाग से भी सहायता रूप मे धनराशि प्राप्त नहीं हुई है तो उन्हें मुख्यमंत्री राहत कोष से राशन किट दिये जाने हेतु नाम खण्ड विकास अधिकारी को उपलब्ध करा दें। राशन की नि:शुल्क किट तहसील के माध्यम से सम्बन्धित को उपलब्ध करा दी जायेगी।
बैठक में ग्राम प्रधान बसंत साह, राजेन्द्र सिह देवलिया, सुरेश मेर, दीपा नेगी, कालीराम, हेमन्त सिंह, दानसिंह व अन्य ग्राम प्रधान, खण्ड विकास अधिकारी चंदा राज, सीडीपीओ शीला रौतेला, सहायक पंचायत विकास अधिकारी ललित सिंह गुवाल, ग्राम विकास अधिकारी उमेश पलड़िया, विनीत भटट, नवीन कपिल, कंचन गोस्वामी आदि मौजूद थे।