‘‘ड्रेनेज सिस्टम की सुगम निकासी के लिए प्राथमिकता से कार्य करें” : जिलाधिकारी
आकाश ज्ञान वाटिका, शुक्रवार, 21 अगस्त 2020, देहरादून (जि.सू.का.)। जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव ने शहर के सुगम डेªनेज सिस्टम को सुगम बनाने के सम्बन्ध में सिंचाई, जल संस्थान, लोक निर्माण, एमडीडीए, नगर निगम, नगर पालिका सहित सम्बन्धित विभागों के साथ बैठक आयोजित करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। उन्होंने सिंचाई विभाग को निर्देशित किया कि नदी नालों में बेहतर निकासी में बाधक बनी अवसरंचनाओं को तत्काल हटा दें तथा जहाँ पर किसी प्रकार के स्ट्रक्चर के निर्माण की जरूरत है तो तत्काल उसको बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने जल संस्थान को निर्देशित किया जिन स्थानों पर सीवर ओवर फ्लो हो रही है उनको बरसात के समय खोल दें। उन्होंने सिंचाई विभाग एवं जल संस्थान को संयुक्त रूप से निर्देशित किया कि वर्तमान समय में बरसात के दौरान जहां पर तत्काल सुगम निकासी से सम्बन्धित कार्य किया जाना है, उसको तत्काल पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि जहाँ पर बड़ी मात्रा में बरसाती पानी इकठ्ठा होता है उस स्थान पर नाले की जल धारण करने की क्षमता का भी अवलोकन कर लिया जाय। उन्होंने दोनों विभागों को एमडीडीए सहित पूरे शहर के व्यवस्थित ड्रेनेज प्लान हेतु होमवर्क करने के निर्देश दिये। इस सम्बन्ध में उन्होंने अपर जिलाधिकारी प्रशासन को भी सिंचाई विभाग के मुख्यालय स्तर पर बेहतर ड्रेनेज सिस्टम के प्लान हेतु पहल करने को भी निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने नगर निगम देहरादून एवं ऋषिकेश तथा जनपद की अन्य नगर पालिका परिषदों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया कि बरसात के दौरान आने वाले कूड़े से जिन स्थानों पर नाले अवरूद्ध होते हैं, उनको तत्काल खोलने/हटाने के लिए मोबाईल टीम की तैनाती कर के रखें, नाला सफाई गैंग व सफाई कर्मियों की क्षमता बढायें तथा पम्पिंग क्षमता में बढोतरी करने को भी निर्देशित किया। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को भी ड्रेनेज सिस्टम को व्यवस्थित करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिये।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व बीर सिंह बुदियाल व अपर जिलाधिकारी प्रशासन अरविन्द पाण्डेय, नगर मजिस्ट्रेट कुश्म चैहान सहित कैम्प कार्यालय में सम्बन्धित विभागों के अधिकारी/कार्मिक उपस्थित थे तथा वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों के उप जिलाधिकारी व अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद उपस्थित रहे।