“जल जीवन मिशन, घर-घर जल” की कार्य प्रगति से जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव हुए सन्तुष्ट
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 20 अक्टूबर 2020, देहरादून (जि.सू.का.)। जल जीवन मिशन, घर-घर जल’ की कार्य प्रगति से जिलाधिकारी ने सन्तुष्टि व्यक्त की। जिलाधिकारी/अध्यक्ष जल जीवन मिशन डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव ने जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रत्येक ग्रामीण परिवार को क्रियाशील घरेलु जल संयोजन (एफ.एच.टी.सी) के कार्य की प्रगति से सन्तुष्टी व्यक्त की। जनपद की प्रगति अन्य सभी जनपदों से अव्वल रहने पर कार्यदायी संस्थाओं की प्रशंसा की तथा प्रगति को इसी तरह बनाये रखने को कहा। उन्होंने कार्यों की समीक्षा बैठक करते हुए कहा कि 2 अक्टूबर 2020 तक जनपद की एफ.एच.टी.सी. प्रगति 8 प्रतिशत् थी, जिसको आज की तिथि तक 35 प्रतिशत् तक किया गया है और इस तरह से जनपद की अब तक कुल कार्य संयोजन की प्रगति 55.30 प्रतिशत् है, जो बहुत अच्छी है। उन्होंने आगामी 30 अक्टूबर 2020 तक इस प्रगति को 75 प्रतिशत् तक बढ़ाने के निर्देश भी दिए। जिलाधिकारी ने एफ.एच.टी.सी. कार्यों की दैनिक प्रगति की जानकारी प्राप्त करते हुए निर्देश दिए कि ऐसे ग्राम अथवा तोकें जहाँ पूर्व में किसी भी प्रकार का पाईप टैप्ड जल संयोजन नहीं था, ऐसे गावों व तोकों का विवरण प्राप्त करते हुए वहाँ पर भी घर-घर पाईप्ड वाटर जलापूर्ति करने के लिए पाईप टैप्ड वाटर तथा स्त्रोत से जलापूर्ति दोनों की एक साथ डी.पी.आर. बनाने के जल संस्थान और पेयजल निगम को निर्देश दिए।
जिलाधिकारी डाॅ० आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि “जल जीवन मिशन” के कार्यों के अन्तर्गत जहाँ पर दुबारा निविदा (टैण्डरिंग) अभिहित करने की आवश्यकता हो रही है तो उसे दुबारा पूर्ण करें। उन्होंने जल जीवन मिशन के समस्त कार्यों में ग्राम प्रधानों और स्थानीय लोगों की भागीदारी लेते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही सामुदायिक भागीदारी प्राप्त करने के लिए ग्राम पंचायत विकास अधिकारी व ग्राम विकास अधिकारी का भी सहयोग लेने को कहा।
बैठक में कार्यदायी संस्थाओं जल संस्थान और पेयजल निगम द्वारा जनपद में विभिन्न शाखाओं वार एफएचटीसी आच्छादन की प्रगति से सदस्यों को अवगत कराया। कार्यदायी संस्थाओं द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के कुल 1,20,660 घरों के मुकाबले अब तक 66,727 परिवारों को क्रियाशील घरेलु जल संयोजन से आच्छादित किया जा चुका है, जो लगभग 55.26 प्रतिशत् है और यह प्रगति अन्य सभी जनपदों से बहुत अच्छी है।
विदित है कि आगामी 9 नवम्बर 2020 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवार को क्रियाशील जल संयोजन (एफ.एच.टी.सी.) प्रदान करने का व्यापक लक्ष्य रखा गया है, जिसको जनपद में कार्यदायी संस्थायें जल संस्थान और पेयजल निगम द्वारा पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस दौरान बैठक में उपाध्यक्ष जल जीवन मिशन/मुख्य विकास अधिकारी नितिका खण्डेलवाल, नोडल अधिकारी उत्तराखण्ड अधीक्षण अभियन्ता पेयजल निगम एस.सी. पंत, परियोजना प्रबन्धक व सदस्य सचिव जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान नमित रमोला, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम मीसा सिंह सहित सम्बन्धित सदस्य उपस्थित थे।