घर के आसपास पानी एकत्र होने या फिर घर के बाहर कूड़ा फेंकते पकड़े गए तो दर्ज होगा मुकदमा : जिलाधिकारी
आकाश ज्ञान वाटिका, 11 जुलाई 2020, शनिवार। कोरोना महामारी के बाद डेंगू का डंक लगा तो स्थिति गंभीर होते देर नहीं लगेगी। इसे गंभीरता से लेते हुए शुक्रवार को जिलाधिकारी ने दूनवासियों को कड़ा संदेश देते हुए कहा है कि यदि घर के आसपास साफ पानी एकत्र होने दिया या फिर घर के बाहर या नाली में कूड़ा फेंकते पकड़े गए तो आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
एनआइसी के वीडियो कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकारों से बातचीत में जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि देहरादून में कोरोना पूरी तरह से नियंत्रण में है। पिछले 16 जून से ऐसा कोई भी केस सामने नहीं आया है, जिसके संक्रमण का माध्यम पता न हो। वहीं, डबलिंग रेट भी 61 दिन हो गया है। देहरादून में प्रति दस लाख पर 14120 की टेस्टिंग हो रही है, जबकि देश में यह संख्या 8262 है।
देहरादून में अब तक सामने आए करीब आठ सौ कोरोना के केस में 99 प्रतिशत से अधिक प्रवासी हैं या फिर प्रवासियों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं। डीएम ने कहा कि सेना और आइटीबीपी के जवानों के ड्यूटी पर वापस आने का सिलसिला शुरू होने के बाद उनमें भी कई संक्रमित पाए गए। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। कोरोना के नियंत्रण के साथ अब पूरा फोकस डेंगू पर है, जिसके लिए नगर निगम के साथ अभियान शुरू कर दिया गया है।
- कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव बुजुर्ग और गंभीर बीमार व्यक्तियों पर
- पेंशनरों की शुरू की निगरानी
डीएम ने कहा कि कोरोना का सबसे अधिक प्रभाव बुजुर्ग और गंभीर बीमार व्यक्तियों पर हुआ है। आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से गंभीर बीमारियों से ग्रसित 6346 की नियमित निगरानी की जा रही है। वहीं, कोषागार से 2047 पेंशनरों का डाटा लेकर आशाओं के माध्यम से उन्हें ट्रैक किया जा रहा है। 72 हजार को उज्ज्वला का लाभ डीएम ने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत आए आवेदनों में 53 की पत्रावली लोन के लिए बैंकों को भेज दी गई है। शेष बचे आवेदनों पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, कोरोना काल में 72 हजार 471 उज्ज्वला के तहत रिफिलिंग की गई।
जल जमाव पर 24 पर जुर्माना
डेंगू की रोकथाम को लेकर नगर निगम की ओर से गंदगी व जल जमाव को लेकर की जा रही चेकिंग में शुक्रवार को 24 भवन स्वामियों का चालान कर साढ़े सात हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। इस दौरान वार्ड एक से वार्ड बीस तक व्यवसायिक प्रतिष्ठान व घरों समेत कार्यालय आदि की जांच कराई गई। नगर निगम की टीमें नगर आयुक्त विनय शंकर पांडेय के निर्देश पर जल जमाव एवं गंदगी को लेकर जांच कर रही हैं। गुरुवार से अभियान शुरू हुआ था। नगर आयुक्त ने शुक्रवार को भी दोबारा उसी क्षेत्र में चेकिंग के निर्देश दिए थे, जहां गुरुवार को कार्रवाई हुई थी।