राष्ट्रीय सरस मेले का छठा दिन : गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी, लोक गायक मीना राणा एवं अनिल बिष्ट की प्रस्तुतियों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया
आकाश ज्ञान वाटिका, मंगलवार, 11 अक्टूबर 2022, देहरादून। राष्ट्रीय सरस मेले के छठे दिन आज जहाँ एक ओर विभिनन्न गतिविधियाँ आयोजित की गई, वहीं शाम को गढ़रत्न नरेंद्र सिंह नेगी, लोक गायक मीना राणा एवं अनिल बिष्ट ने प्रस्तुति दी। जिसमें उन्होंने सर्वप्रथम जागर अंश जौजस देई (गढ वन्दना) नृत्य – हिमवंत देश होला मीना राणा एकल गीत – सुदि त क्वीनि देखदु नृत्य- (जीतू भरणा प्रेम प्रसंग) मन लागो भीना—अनिल बिष्ट युगल गीत स्याली रामदेई सामूहिक – द्विगती बैसाख सूरमा नृत्य – सलान्या स्याली, गंगाड़या भीणा युगलगीत – सुतरा कि दौंलि – अनिल बिष्ट, देहरादून वाला हूँ नृत्य – डांडु क्या फूल फूलाला एकल – कैथाई खोजयानी होली एकल; मीनाराणा अनिल बिष्ट बीरू बडू को देस, गढ़रत्न नरेंद्र नेगी से लोगों को मन्त्रमुग्द किया।
आज के महत्वपूर्ण कार्यकर्मों को समाजिक सहभागिता बढ़ाने हेतु सरकार बड़ी तेजी से प्रयासरत है। सरस मेले में गुजरात के मंडोला साड़ियां, खूबसूरत क्राफ्ट प्रतापगढ़ के आंवले टेराकोटा आदि के अलावा बच्चों के लिए खूबसूरत झूले; नैनीताल से एप्पल, एप्पण, नवरंगी दाल, हल्दी पिटिया, लाल चावल, चूड़ा; जनपद उधमसिंहनगर से खूबसूरत बैड कवर, बैग, ड्राई फ्लावर, शो पीस गिफ्ट आइटम आदि प्रमुख रहे तथा 20 राज्य (उत्तराखण्ड, बिहार, तेलंगाना, कर्नाटक, मेघालया, पंजाब, त्रिपुरा, पंडुचेरी, छत्तीसग पश्चिम बंगाल, आंध्राप्रदेश, गुजरात, केरला, सिक्किम, उत्तरप्रदेश, हिमांचल, हरियाण, मध्यप्र एवं महाराष्ट्रा द्वारा प्रतिभाग किया गया है।
राष्ट्रीय सरस में मेले में प्रगति महिला आजीविका समूह जिसमें 10 महिला हैं, की समूह की अध्यक्ष सूचि थपलियाल ने बताया कि उनके द्वारा अपने स्टाॅल में पारम्परिक उत्पाद अड़से, ग्रीप हर्बल टी, चाय मसाला, पिस्यूं लौण (पीसा हुआ नमक), मसाला धनिया पाउडर, लसन आदि स्टाॅल पर लगाये गये हैं, जिनको खूब पसंद किया जा रहा है। इसी प्रकार हल्द्वानी नैनीताल के हल्दू पोखररा नायक से किरण जोशी के स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपने स्टाॅल में पारम्परिक चूड़ा, हल्दिया पीठिया आदि सामग्री लगाई हैं जिनको खूब पसंद किसा जा रहा है। जसपुर उधमसिंह नगर से स्वयं सहायक समूह गुरू कृपा की अधक्ष बीरवती बताती हैं कि महिलाओं द्वारा कुर्तिया आदि बनाकर विक्रय की जा रही हैं, जिन्हे खूब पंसद किया जा रहा है। इसी प्रकार राज्य के 95 विकासखण्डों से आये स्वयं सहायता समूहों द्वारा अपने स्थानीय एवं पारम्परिक उत्पाद स्टाॅल में लगाये गए हैं, जिन्हें खूब पसंद किया जा रहा है। बाहरी राज्यों को 60 स्टाल आवंटित किया गये हैं।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, मुख्य कार्यक्रम अधिकारी यू.एस.आर.एल.एम. आनंद स्वरूप, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आरसी तिवारी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी यू.एस.आर.एल.एम. प्रदीप पांडेय आदि उपस्थित रहे।