उत्तराखंड में एक्जिट पोल के बाद कांग्रेस का नया बैकअप प्लान
त्रिशंकु विधानसभा और विधायकों में तोड़फोड़ के अंदेश को देखते हुए बदली रणनीति
आकाश ज्ञान वाटिका, 9 मार्च 2022, बुधवार, देहरादून। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के एक्जिट पोल आने के बाद राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। कुछ एक्जिट पोल में बहुमत नहीं मिलते देख पार्टी ने त्रिशंकु विधानसभा या विधायकों में तोड़फोड़ के अंदेश को देखते हुए रणनीति बदली है। अब बैकअप प्लान तैयार कर नवनिर्वाचित विधायकों को राजस्थान भेजने पर विचार किया जा रहा है। पार्टी ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में सभी दिग्गज नेताओं, पदाधिकारियों व प्रत्याशियों की बैठक बुलाई है। इसी क्रम में कांग्रेस के पर्यवेक्षक दीपेंद्र हुड्डा और बीवी पाटिल देहरादून पहुंचे हैं।
इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत सहित पार्टी के बड़े नेता मौजूद हैं। हाईकमान की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षक की इस बैठक में, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह भी मौजूद हैं। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मंगलवार या बुधवार को पहुंच सकते हैं। सूत्रों के अनुसार बैठक में कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों को सुरक्षित रखने की रणनीति पर भी बैठक में मंथन होगा।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी भाजपा के एक विधायक के कांग्रेस के संभावित विधायकों के संपर्क में होने और भाजपा राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के उत्तराखंड आगमन को उन्होंने लोकतंत्र के लिए बड़ी भारी चेतावनी करार दिया। सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने कहा कि है कि विधायक खरीदो अभियान के एक सिद्धहस्त भाजपाई नेता का उत्तराखंड आगमन बड़ी चेतावनी है।
डाक मतपत्रों के दुरुपयोग का आरोप
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सेना व अर्धसैनिक बलों के लिए जारी डाक मतपत्रों के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने इन मतों को निरस्त करने की मांग की है। उन्होंने केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में ऐसा होने का अंदेशा जताते हुए मुख्य निर्वाचन अधिकारी को पत्र भेजा है। पत्र में उन्होंने कहा कि सर्विस मतदाताओं के डाक मतपत्रों की सूची में ऐसे नाम हैं जो या तो सेवानिवृत्त हो चुके हैं या लंबे अवकाश पर हैं या दिवंगत हैं। केदारनाथ विधानसभा क्षेत्र में जारी डाक मतपत्रों की कुल संख्या 3187 है। इस सूची का निरीक्षण करने पर प्रथम दृष्ट्या लगभग 206 सर्विस मतदाता ऐसे पाए गए हैं।