धारचूला से दो बार के विधायक हरीश धामी ने दी पद छोड़ने की धमकी – प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में गठित की गई कार्यकारणी से असंतुष्ट
आकाश ज्ञान वाटिका। देहरादून दिनांक 27 जनवरी, 2020(सोमवार)। उत्तराखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। नई कार्यकारणी के गठन के साथ ही कांग्रेस में बगावत के सुर भी शुरू हो गए हैं। जैसे ही प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने नई कार्यकारणी के पदाधिकारियों की सूची जारी की, उत्तराखंड कांग्रेस में गुटबाजी व दरार खुलकर सामने खुलकर सामने आ गई। शनिवार को प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटी से असंतुष्ट कई नेताओं ने पार्टी के पद को छोड़ने की धमकी दी। पिथौरागढ़ के धारचूला से दो बार के विधायक हरीश धामी ने तो पद छोड़ने की धमकी के साथ ही यह भी बताने की कोशिश की कि उत्तराखंड कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हरीश धामी ने तो पार्टी के कुछ बरिष्ठ पदाधिकारियों की कार्य शैली पर ही सवालिया निशान खड़े कर दिए। उन्होंने कहा कि एक वरिष्ठ विधायक होने के नाते उन्हें पार्टी में राज्य के सचिव का पद मिला है, जो उन्हें और उनके समर्थकों को मंजूर नहीं है ।
हरीश धामी ने आरोप लगाया कि पार्टी प्रमुख प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश दोनों की भाजपा के साथ सांठगांठ है। उन्होंने कहा कि प्रीतम सिंह के बहनोई राजेंद्र सिंह भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में मंत्री हैं और सिडकुल कांड के चलते इंदिरा हृदयेश राज्य सरकार का सामना करना नहीं चाहतीं।
इतना ही नहीं हरीश धामी ने कह डाला कि वह सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे देंगे तथा अपने विधानसभा क्षेत्र पिथौरागढ़ जाकर, अपने समर्थकों से चर्चा करने के उपरांत ही भविष्य की रणनीति तय करेंगे। उन्होंने यह भी दावा किया कि विधानसभा में पार्टी के ग्यारह में से छह विधायकों का समर्थन उन्हें प्राप्त है।
[box type=”shadow” ]प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह वाली नई कार्यकारणी में 22 उपाध्यक्ष, 31 महामंत्री, 1 कोषाध्यक्ष, 98 सचिव एवं 51 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हैं। 98 सचिवों वाली सूची में अंतिम 98 नम्बर पर असंतुष्ट चल रहे धारचूला से दो बार के विधायक हरीश धामी का नाम सम्मलित है। [/box]