कोरोना वैश्विक महामारी से लड़ाई में बेहतर साबित हुआ मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ का प्लान, उत्तर प्रदेश बना सर्वाधिक टेस्ट करने वाला प्रदेश
आकाश ज्ञान वाटिका, 12 जून 2021, शनिवार, लखनऊ। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के खिलाफ उत्तर प्रदेश में मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ का फॉर्मूला बेहद कारगर साबित हो रहा है। ट्रैक, टेस्ट एंड ट्रीट के फॉर्मूला से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन काफी नियंत्रण में है। बीते 24 घंटे की जो सैंपल रिपोर्ट आई है, उसके अनुसार 524 नए केस सामने आए, जबकि 1757 लोग इसके कहर से उबरे भी हैं।
मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ के मॉडल से प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्तार काफी थम गई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। जिसके तहत आने वाले दिनों में यूपी के अन्य कई जिलों के भी जल्द ही कोरोना मुक्त हो जाने की संभावना है। प्रदेश में शनिवार को 2.74 लाख टेस्ट के बावजूद पिछले 24 घंटे में सिर्फ 524 पॉजिटिव केस मिले हैं। प्रदेश अब रिकवरी रेट भी 98.1 प्रतिशत हो गया है। प्रदेश के अब 65 जिलों में 300 से कम एक्टिव केस हैं। अब दस जिलों में ही 300 से अधिक एक्टिव केस हैं। प्रदेश में कोरोना के 11,127 संक्रमितों में से 3,791 यानी 34 फीसद एक्टिव केस दस जिलों में हैं। लखनऊ में सर्वाधिक 496 एक्टिव केस हैं। अब रिकवरी रेट बढ़कर 98.1 फीसद हो गया है।
उत्तर प्रदेश लिए युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है वैक्सीनेशन
- उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को रोकने और कोरोना की तीसरी संभावित लहर से बचने के लिए युद्धस्तर पर वैक्सीनेशन का भी अभियान चलाया जा रहा है। अब तक प्रदेश के 02 करोड़ 15 लाख 88 हजार 323 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। उत्तर प्रदेश में औसतन रोजाना चार लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। जिसके चलते बीते 24 घंटों में 3,91,441 लोगों का टीकाकरण किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अगले दो-तीन दिनों के भीतर पांच से छह लाख लोगो को रोजाना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। जुलाई माह में रोजाना 10 से 12 लाख लोगो का वैक्सीनेशन करने का लक्ष्य निर्धारित है।
उत्तर प्रदेश बना सर्वाधिक टेस्ट करने वाला प्रदेश
- प्रदेश में अब रोज 2.74 लाख टेस्ट हो रहे हैं। अब तक 5 करोड़ 30 लाख टेस्ट करने वाला उत्तर प्रदेश अकेला राज्य है। प्रदेश में करीब एक लाख गांवों में 70,000 से अधिक निगरानी समितियों ने घर घर जाकर की संक्रमितों की पहचान कर रही है। इसी वजह से 25 करोड़ की सबसे ज्यादा आबादी के बाद भी उत्तर प्रदेश में मृत्यु दर महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे बेहद कम आबादी वाले राज्यों से बेहद कम रही है।
- प्रदेश में अभी तक दो करोड़ से भी अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। फिलहाल प्रदेश में रोजाना लगभग चार लाख डोज लगाई जा रही हैं। सरकार का लक्ष्य जून में ही एक करोड़ वैक्सीन की डोज लगवाने का है। इसका लाभ 18 से 44 तथा 45 से अधिक आयु वर्ग के लोगों को मिल रहा है।