मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अधिकारियों को दिये कुम्भ मेले के कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश
- मुख्यमंत्री ने की कुम्भ मेला कार्यों की समीक्षा।
- कुम्भ मेले में सुरक्षा व्यवस्था हेतु पुलिस एवं पी.ए.सी. जवानों की उपलब्धता के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से वार्ता करेंगे मुख्यमंत्री।
- साफ-सफाई एवं स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास पर दिया जाय ध्यान।
आकाश ज्ञान वाटिका, २४ फ़रवरी २०२१, बुधवार, देहरादून (सू.ब्यूरो)। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगामी कुम्भ मेले को सुरक्षित व व्यवस्थित ढंग से संपन्न करने के लिये प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कुंभ मेले के कार्यों के संबंध में सभी आवश्यक स्वीकृतियों, कार्यों की गुणवत्ता एवं उपयोगिता आदि का प्रभावी क्रियान्वयन तत्परता के साथ सुनिश्चित किया जाए।
कुम्भ मेले की सुरक्षा व्यवस्था हेतु मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता कर 1000 पुलिस कर्मियों तथा 20 कम्पनी पी.ए.सी. उपलब्ध कराने के लिये वार्ता करेंगे। कुम्भ मेले में यह व्यवस्था 5 से 15 अप्रैल की अवधि के लिये जरूरी होगी। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के दृष्टिगत सभी आवश्यक व्यवस्थायें यथा समय पर पूर्ण करने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री ने सभी सम्बंधित विभागों से सभी स्थाई निर्माण कार्यों को शीघ्र पूर्ण करने तथा अस्थाई निर्माण कार्यों को 15 मार्च तक पूर्ण करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि कुम्भ कार्यों को पूर्ण करने में कोई कठिनाई न हो इसका ध्यान रखा जाना चाहिए।
बुधवार को सचिवालय में कुम्भ मेले की व्यव्स्थाओं के सम्बन्ध में आयोजित बैठक में मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि कुम्भ के दृष्टिगत विभागीय स्तर पर सम्पादित होने वाली व्यवस्थाओं की एसओपी जारी करने के साथ ही डाक्यूमेन्टेशन पर ध्यान दिया जाय। उन्होंने इस सम्बन्ध में व्यापक जन जागरूकता के प्रसार पर भी बल दिया। इस अवसर पर सचिव नगर विकास शैलेश बगोली ने कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं के तहत किये जा रहे स्थायी एवं अस्थायी निर्माण कार्यों की जानकारी मुख्यमंत्री को दी।
बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव नीतेश झा, विशेष सचिव मुख्यमंत्री मधुकर धकाते, अपर सचिव इकबाल अहमद तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी हरिद्वार, आईजी मेला तथा मेला अधिष्ठान के अधिकारी उपस्थित रहे।