मुख्यमंत्री धामी ने उत्तराखंड शहीद स्मारक रामपुर तिराहा में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर अर्पित की श्रद्धांजलि
- राज्य आन्दोलनकारियों की हर समस्या का प्राथमिकता के आधार पर समाधान का दिया आश्वासन।
- राज्य आन्दोलनकारियों को सरकारी अस्पतालों की तर्ज पर राजकीय मेडिकल कालेजों में मिलेगी मुफ्त उपचार की सुविधा।
- उद्योग धंधों में राज्य आन्दोलकारियों और उनके परिजनों को प्राथमिकता के आधार पर दिया जायेगा रोजगार।
आकाश ज्ञान वाटिका, 2 अक्टूबर 2021, शनिवार, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी सरकार शहीदों के सपनों और राज्य आन्दोलनकारियों की भावनाओं के अनुरूप उत्तराखण्ड को हर क्षेत्र में आगे बढ़ायेगी। जनता सरकार के भाव को समझे। यह बात उन्होंने उत्तराखंड शहीद स्मारक रामपुर तिराहा, मुजफ्फरनगर में उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी शहीदों की पुण्य स्मृति पर उन्हें श्रद्धाजलि अर्पित करते हुए कही।
इस असवर पर मुख्यमंत्री ने राज्य आन्दोलनकारियों के हित में कई घोषणायें कीं, जिनमें राज्य आन्दोलनकारियों को सरकारी अस्पतालों की तर्ज पर राजकीय मेडिकल कालेजों में मुफ्त उपचार उपलब्ध करवाने, उद्योग धंधों में राज्य आन्दोलकारियों और उनके परिजनों को प्राथमिकता के आधार पर रोजगार देने और विभिन्न विभागों में सेवारत राज्य आन्दोलनकारियों को हटाये जाने सम्बंधी मामले में ठोस पैरवी करना शामिल है।
[highlight]शहीदों के सपनों के अनुरूप उत्तराखण्ड के विकास के लिए सरकार संकल्पबद्ध[/highlight]
सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं उन शहीदों को नमन करता हूं जिनके सर्वोच्च बलिदान की वजह से हमें उत्तराखंड राज्य मिला है। राज्य निर्माण आंदोलन के दौरान खटीमा, मसूरी एवं मुजफ्फरनगर में लाखों आंदोलनकारियों ने भाग लिया जिसमें से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य का विकास शहीदों के सपनों के अनुरूप किया जाएगा। इसके लिए हमारी सरकार लगातार कार्य कर रही है। राज्य आंदोलनकारियों से जुड़ी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 सितम्बर 2021 को घोषणा की थी कि राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण की प्रक्रिया फिर से शुरू की जायेगी, उसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। हमारी सरकार जो भी घोषणा करेगी उसको हर हाल में धरातल पर उतारा जायेगा। राज्य आंदोलनकारियों एवं शहीदों का सपना था कि युवाओं को रोजगार के लिए भटकना न पड़े इसके लिए हमारी सरकार ने पहली कैबिनेट में यह फैसला लिया कि विभिन्न विभागों पर रिक्त चल रहे 24000 पदों पर भर्ती निकालेंगे, जिनमें आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए हर जिले में कैंप लगाए जा रहे हैं। इसक अलावा कोरोना से प्रभावित व्यवसायियों और स्वयं सहायता समूहों को क्रमशः 200 और 118 करोड़ के राहत पैकेज घोषित किये गये हैं जिनका पैसा प्रभावितों के खाते में आने लगा है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई पहल करते हुए हमारी सरकार मरीजों को सरकारी अस्पतालों में 207 जांचें मुफ्त में करवाने की सुविधा दे रही है। कोरोना के कारण अनाथ और बेसहारा हुए बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी भी सरकार उठा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का प्यार है पहली बार मुजफ्फरनगर की लीडरशिप एक मंच पर : केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान
केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री संजीव बालियान ने कहा कि उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री युवा और हम सब के मित्र मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शायद यह आपका ही प्यार है जो मैं पहली बार मुजफ्फरनगर की लीडरशिप को एक मंच पर देख रहा हूं। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ आते थे जाते थे। उत्तराखंड और मुजफ्फरनगर का जो रिश्ता है वह दर्द का रिश्ता है और जो दर्द के रिश्ते होते वो लंबे चलते हैं। मैं आज उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आज उत्तराखण्ड और वहां के लोगों का जो वजूद है वो राज्य निर्माण आंदोलन के शहीदों और आंदोलनकारियों की बदौलत है। अब हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम सब मिलकर उत्तराखण्ड को शहीदों के सपनों के अनुरूप राज्य बनाएं। रामपुर तिराहा कांड के दौरान राज्य आंदोलनकारियों की मदद के लिए उन्होंने मुजफ्फरनगर व आसपास के लोगों का आभार जताते हुए उन्होंने कहा कि ये मित्रता आगे और मजबूत होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ करते हुए केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट ने कहा कि धामी राज्य आंदोलनकारियों की भावना के अनुरूप राज्यहित में फैसले ले रहे हैं। पहली बार ऐसा हुआ है कि शाहिद स्मारक में कोई विरोध नहीं हुआ है।
इस अवसर पर उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक एंव अन्य लोग मौजूद रहे।