मुख्यमंत्री योगी ने की विदुर कुटी में प्राच्य विद्या अध्ययन केंद्र बनाए जाने की घोषणा
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मधुसूदनपुर देवीदास में 281.52 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय मेडिकल कालेज का किया शिलान्यास
आकाश ज्ञान वाटिका, 22 सितम्बर 2021, बुधवार, बिजनौर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाभारत सर्किट से जुड़े विदुर कुटी स्थल में प्राच्य विद्या अध्ययन केंद्र बनाए जाने की घोषणा की है। भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए यहां देश की प्राचीन पद्धति पर शिक्षा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी की इस घोषणा से यहां पर्यटन की संभावनाओं को बढ़ावा मिलेगा और नगरी को विकास के पंख लगने की उम्मीद जगी है। साथ ही योगी ने बिजनौर में बनने वाले मेडिकल कालेज का नाम भी विदुर के नाम पर रखने की घोषणा की।
मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मधुसूदन देवीदास गांव में राजकीय मेडिकल कालेज का शिलान्यास करने पहुंचे। यहां उन्होंने भाषण की शुरुआत में ही महात्मा विदुर को नमन किया। उन्होंने भारत के इतिहास का विदुर को साक्षी बताया और महाराजा दुष्यंत और उनके पुत्र की गाथा सुनाई। महाकवि कालीदास की अमर रचना अभिज्ञान शाकुंतलम में बिजनौर महाराजा दुष्यंत की प्रणय स्थली है। उनकी पहचान संतान भरत के नाम पर ही देश का नाम भारत पड़ा है। इससे सभी को गौरवान्वित होना चाहिए। उन्होंने इस नगरी के विकास की आवश्यकता पर जोर दिया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने विदुर कुटी में प्राच्य विद्या अध्ययन केंद्र की स्थापित किए जाने की घोषणा की। इस अध्ययन केंद्र में देश की प्राचीन पद्धति पर शिक्षा देने के साथ ही शोध भी किए जाएंगे और यहां पौराणिक ग्रंथ भी उपलब्ध होंगे। इस अध्ययन केंद्र के स्थापित होने के बाद विदुरकुटी के आसपास के लोगों को विकास की उम्मीद जगी है। रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
281.52 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा राजकीय मेडिकल कालेज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मधुसूदनपुर देवीदास में 281.52 करोड़ रुपये की लागत से राजकीय मेडिकल कालेज का शिलान्यास किया। मेडिकल कालेज में 500 बेड का अस्पताल होगा और शिक्षण सत्र वर्ष 2022-23 में एमबीबीएस में 100 सीटों पर प्रवेश देने की व्यवस्था की गई। केंद्रीय सहायतित योजना फेज-तीन के अंतर्गत ग्राम मधुसुदनपुर देवीदास की करीब छह सौ बीघा भूमि में निर्मित होने वाले राजकीय मेडिकल कालेज में प्रशासनिक ब्लाक, एकेडमिक ब्लाक, लाइब्रेरी, मल्टी परपज हाल, जिम, 350 छात्रों की क्षमता योग्य छात्रवास, आवासीय भवन और धर्मशाला ब्लाक होगा। वहीं, मरीजों के लिए पांच सौ बेड की क्षमता का अस्पताल भी होगा। मेडिकल कालेज में चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए आवासीय कालोनी भी बनाई जाएगी। 18 माह में मेडिकल कालेज का निर्माण होने के बाद जनपद के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उम्मीद बढ़ी है। जिले में उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं न होने से दुर्घटना में गंभीर घायलों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को बेहतर इलाज के लिए मेरठ, दिल्ली, जौली ग्रांट और ऋषिकेश एम्स में ले जाना पड़ता है। विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं उपकरणों की कमी से जिला अस्पताल समेत सभी सरकारी एवं निजी अस्पताल रेफरल सेंटर बन कर रहे गए थे। मधुसूदनपुर देवीदास मेडिकल कालेज के निर्माण के बाद बिजनौर के लोगों को समय पर इलाज मिलेगा। वहीं आसपास के क्षेत्रों का चहुंमुखी विकास होने के साथ-साथ कारोबार में वृद्धि और रोजगार बढ़ेगा।
इस बार मत चूक जाना : मुख्यमंत्री योगी
जनपद में पांच विधायक भाजपा से हैं, जबकि तीन विधायक सपा के हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगीना, नजीबाबाद और नूरपुर में भाजपा विधायक होते, तो इन क्षेत्रों में और भी ज्यादा विकास होता। उन्होंने कहा कि भाजपा विधायक जब भी लखनऊ आते थे, तब-तब अपने क्षेत्र में विकास कार्य कराए जाने की बात करते रहे। यही वजह है कि भाजपा विधायकों के क्षेत्र में अधिक काम हुए।
इन घोषणाओं का रहा इंतजार
पूरे भाषण के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गंगा के बाएं किनारे बसे 51 गांवों को बाढ़ के दंश से बचाव के लिए स्थायी बंदोबस्त किए जाने, काष्ठ कला उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कोई राहत देने की घोषणा नहीं की। लोगों को उम्मीद थी कि मुख्यमंत्री इस पर कुछ न कुछ देकर जाएंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को हेलीकाप्टर से मधुसूदनपुर देवीदास पहुंचे। सीएम ने जैसे ही हेलीकाप्टर से विदुर की धरती पर पैर रखा, तो पंडाल में शंख बजने शुरू हो गए। पंडितों द्वारा माइक पर मंत्रोच्चार होने लगा। कुछ पल को सभा व शिलान्यास स्थल के पास मंदिर जैसा माहौल हो गया था। इस दौरान मंच से जय श्रीराम के नारे लगते रहे और पंडाल में समर्थक शंख बजाते रहे। मंच पर पहुंचने पर स्थानीय नेताओं ने भगवान की मूर्ति भेंट कर उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री योगी 62 मिनट तक विदुर की धरती पर रहे :
कार्यक्रम स्थल पर हेलीकाप्टर की आवाज आने के साथ ही मंत्रोच्चारण होने लगा और योगी-योगी का शोर भीड़ के बीच से शुरू हो गया। मुख्यमंत्री का प्रस्तावित कार्यक्रम सवा दो बजे का था। इससे काफी पहले से ही भीड़ पहुंचनी शुरू हो गई थी। सवा दो बजे से धीरे-धीरे समय बढ़ता गया। मुख्यमंत्री का कार्यक्रम एक घंटा पांच मिनट लेट हुआ। शांत भीड़ ने जैसे ही 3.19 पर आसमान में हेलीकाप्टर की आवाज सुनी, तो लोगों में जोश भर गया। पंडाल योगी-योगी के नारों से गूंज उठा। 3.20 पर हेलीकाप्टर उतरने के बाद मुख्यमंत्री योगी 80 मीटर दूर बने भूमि पूजन स्थल पर पैदल ही 3.26 बजे पहुंच गए। मंत्रोच्चारण के बीच ईंट रखकर और नारियल तोड़कर शिलान्यास किया। फिर मंच पर पहुंचे। मंच पर पहुंचे तो एक बार फिर से भारत माता की जय और योगी-योगी के नारों से पंडाल गूंज उठा। योगी इसके बाद 12 मिनट तक मंच पर बैठे रहे और इस बीच मंत्री सुरेश खन्ना का भाषण और स्वागत हुआ। फिर 3:50 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भाषण शुरू हुआ जो तीस मिनट तक चला। चार बजकर 22 मिनट पर उनके हेलीकाप्टर ने उड़ान भरी।