मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के विदाई समारोह में होंगे शामिल
आकाश ज्ञान वाटिका, 10 अगस्त 2022, बुधवार, लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज दोपहर यानी बुधवार को दिल्ली के लिए रवाना होंगे। सूत्रों के अनुसार वह दोपहर लगभग 3.10 बजे दिल्ली पहुंचेंगे और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के विदाई समारोह में शामिल होंगे। वहीं, गुरुवार को योगी आदित्यनाथ नए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल होंगे। इसके अलावा मुख्यमंत्री की वहां भाजपा के शीर्ष नेताओं से शिष्टाचार भेंट भी प्रस्तावित है।
उपराष्ट्रपति के चुनाव में कुल 725 वोट पड़े थे। इनमें से धनखड़ को 528 वोट मिले और विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को 182 वोट। 15 वोट अवैध पाए गए। इस तरह धनखड़ ने विपक्षी उम्मीदवार को 346 मतों से पराजित किया है, उन्हें 74.36 प्रतिशत वोट मिला।
वर्ष 1997 के बाद से उपराष्ट्रपति चुनाव में जीत का यह सबसे बड़ा अंतर था। वर्तमान उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का कार्यकाल 10 अगस्त तक है। उसके अगले दिन यानी कल 11 अगस्त को धनखड़ उपराष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे। वह देश के 14वें और राजस्थान से दूसरे उपराष्ट्रपति होंगे। राजस्थान से पहले उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत थे।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
- जगदीप धनखड़ का राजस्थान के झुंझुनू के किठाना गांव में 15 मई, 1951 को जन्म हुआ था। वह एक किसान परिवार से आते हैं।
- उन्होंने चित्तौड़गढ़ से अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, एलएलबी में महाराजा कॉलेज से भौतिकी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और वकालत करने लगे।
- धनखड़ ने 1979 में बार काउंसिल ऑफ राजस्थान में एक वकील के रूप में नामांकन किया था। धनखड़ सबसे कम उम्र (35 वर्ष) में राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी चुने गए थे।
- जगदीप धनखड़ ने साल 1989 में जनता दल से जुड़े और राजनीति में प्रवेश किया। वह पहली बार झुंझुनूं लोकसभा क्षेत्र से भाजपा से सांसद निर्वाचित हुए और 1990 में वह वीपी सिंह सरकार में देश के संसदीय कार्य राज्यमंत्री बने। राजनीति में इस बेहतरीन शुरुआत के बाद अजमेर जिले की किशनगढ़ से वह विधायक निर्वाचित हुए।
- उन्होंने तत्कालीन पीएम चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल के तहत 1990-1991 तक संसदीय कार्य मंत्रालय के राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
- जगदीप धनखड़ ने जुलाई 2019 से जुलाई 2022 तक पश्चिम बंगाल के 27वें राज्यपाल के रूप में कार्य किया है। राज्यपाल बनने से पहले वह भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे। यही नहीं धनखड़ राज्यपाल के रूप में शपथ लेने तक राज्य के वरिष्ठ अधिवक्ता भी थे।
- बाद में उन्हें 1993 के राज्य विधानसभा चुनावों के दौरान राजस्थान के किशनगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से विधान सभा (एमएलए) के सदस्य के रूप में चुना गया।