मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर स्थित शक्तिपीठ में किया रुद्राभिषेक
आकाश ज्ञान वाटिका, 03 अगस्त 2022, बुधवार, गोरखपुर। दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर स्थित अपने आवास के शक्तिपीठ में रुद्राभिषेक किया। यह अनुष्ठान उन्होंने राष्ट्ररक्षा, लोकमंगल, अतिदृष्टि व अनादृष्टि से बचने के संकल्प के साथ पूरा किया।
विधि विधान से हुआ पूजन
पूजन प्रक्रिया मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी वैदिक के नेतृत्व में 11 आचार्यों ने सम्पन्न कराई, जिसमें डा. अरविंद चतुर्वेदी, डा. रोहित मिश्र, अश्वनी त्रिपाठी, पुरुषोत्तम चौबे आदि शामिल रहे। अनुष्ठान शिवलिंग को दूध, दही, घी और मधु से स्नान के साथ शुरू हुई। उसके बाद बारी-बारी से मुख्यमंत्री ने शिवलिंग को अष्टगंध, आम्ररस, भांग रस, कुशा रस और गिलोय रस से स्नान कराया। अंत में 11 लीटर दूध के साथ अभिषेक की पूजा सम्पन्न की गई।
कैंसर पीडि़त के इलाज के लिए दिए चार लाख रुपये
गोरखपुर के लच्छीपुर माेहल्ले की रहने वाली कैंसर पीड़ित रीता देवी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से इलाज के लिए चार लाख रुपये दिए हैं। रीता का इलाज संजय गांधी पीजीआइ लखनऊ में चल रहा है। चिकित्सकों ने उनके इलाज का खर्च 10 लाख रुपये बताया था। आर्थिक रूप से कमजोर रीता के पति सुनील कुमार इलाज कराने में असमर्थ थे। उन्होंने नगर निगम के उप सभापति ऋषि मोहन वर्मा से मिलकर मुख्यमंत्री से आर्थिक सहायता लेने में मदद करने की अपील की। उप सभापति ने जिलाधिकारी कृष्णा करुणेश से मुलाकात कर आर्थिक अनुदान दिलाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की अपील की। औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद रीता का प्रार्थना पत्र मुख्यमंत्री को भेजा गया। उसके बाद मुख्यमंत्री ने इलाज के लिए चार लाख रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत कर दी। रीता और उसके स्वजन ने इलाज के लिए धनराशि उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया है।
एम्स का निरीक्षण करेंगे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को सुबह 10 बजे एम्स का निरीक्षण करेंगे। इस दौरान वह आडिटोरियम, तंबाकू नियंत्रण केंद्र (टोबैको कंट्रोल सेंटर) व तंबाकू नियंत्रण को लेकर आयोजित संगोष्ठी का उद्घाटन करेंगे। एम्स के मीडिया प्रभारी डा. महेंद्र सिंह ने बताया कि पूर्वांचल में मुंह और फेफड़े के 95 प्रतिशत कैंसर का कारण तंबाकू है। एम्स तंबाकू के दुष्प्रभाव, उपाय, शोध और पालिसी पर काम करेगा। इसके लिए गोरखपुर एम्स में देश का पहला तंबाकू नियंत्रण केंद्र बनेगा।