मुख्यमंत्री ने दिया रिवर्स पलायन का बड़ा संदेश, स्वयं भी बन गये हैं गैरसैंण के भूमिधर
आकाश ज्ञान वाटिका, सोमवार, 17 अगस्त 2020, देहरादून (सू.ब्यूरो)। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत गैरसैंण के भूमिधर बन गये हैं। यह जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने ट्वीटर और फेसबुक के माध्यम से दी है।
[box type=”shadow” ]मुख्यमंत्री ने रिवर्स पलायन का बड़ा संदेश देते हुए कहा:
“गैरसैंण जनभावनाओं का प्रतीक है। गैरसैंण हर उत्तराखंडी के दिल में बसता है। लोकतंत्र में जनभावनाएं सर्वोपरि होती हैं। गैरसैंण के रास्ते ही समूचे उत्तराखण्ड का विकास किया जा सकता है। सबसे पहले जनप्रतिनिधियों को ही रिवर्स पलायन करना होगा। रिवर्स पलायन से ही सुधरेगी पहाड़ों की तस्वीर और तकदीर। स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर मैं भी गैरसैंण का विधिवत भूमिधर बन गया हूँ।” …………मुख्यमंत्री [/box]
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड में स्वरोज़गार को बढ़ावा दे रही है। हम अपने युवा को स्वरोज़गार की राह पर ले जाने को कृतसंकल्प हैं और ऐसा करने से पहाड़ बसेगा। राज्य सरकार ने पूरी ईमानदारी से उत्तराखंड को उसके प्राकृतिक स्वरूप की तरफ़ ले जाने और प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए कार्य किया है और यह प्रक्रिया आगे और गति पकड़ेगी।हमारी सरकार पुरानी धारणाएँ तोड़ने की कोशिश कर रही है-हम स्वरोज़गार को विकास का माध्यम बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने घी संक्रांति के पावन अवसर पर उत्तराखंडवासियों से अनुरोध कि सभी अपने अपने गाँवों की तरफ़ रूख करेंगे और वहाँ के अपने घरों का बेहतर रख-रखाव करेंगे।
[box type=”shadow” ]प्रदेश की ग्रीष्मकालीन राजधानी के निकट छह नाली जमीन खरीदने के उपरांत मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, आज मीडिया से रुबरू हुए। उन्होंने कहा कि मैंने कोशिश की है कि पलायन वापस हो। यानी लोग अपने गाँव की ओर आयें और राज्य के विकास में अपना योगदान करें। दूरस्थ क्षेत्रों में विकास तभी पहुँच पाएगा, जब वहाँ पर जागरूक लोग रहेंगे। विकास के लिए बहुत जरूरी है वहाँ पर लोकल इन्वेस्टर हों। मैंने इस दिशा में एक कोशिश की है। मैं बताना चाहता हूँ कि दूरस्थ क्षेत्रों में बहुत स्कोप है, लेकिन जो हम देहरादून में करना चाहते हैं वह वहाँ संभव नहीं है। हमें वहाँ की परिस्थिति और प्रकृति ने जो संसाधन गिफ्ट के तौर पर दिया है उनका दोहन करें तो विकास की पर्याप्त संभावनायें हैं। हम जब पहाड़ की बात करें तो दूरस्थ क्षेत्रों में विकास की बात करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह गैरसैंण में अपना आवास बनायेंगे और कहा, ‘मेरी कोशिश होगी कि कुछ और लोग भी वहाँ पर जायें।[/box]