‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आज तरक्की की राह पर, विश्व गुरु का सपना साकार होने लगा’ : मुख्यमंत्री धामी
आकाश ज्ञान वाटिका, १३ दिसम्बर २०२१, सोमवार, देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश आज तरक्की की राह पर है। विश्व गुरु का सपना साकार होने लगा है। पीएम 24 दिसंबर को कुमाऊँ में आएंगे और बड़ी सौगात दे जाएंगे। उन्होंने सीडीएस बिपिन रावत के निधन के चलते राजकीय शोक के दौरान भी गोवा में कांग्रेस के चुनावी कैंपेन लांच करने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। कहा कि पार्टी का यही असली चरित्र है।
सीएम धामी हल्द्वानी व रुद्रपुर के दौरे पर थे। हल्द्वानी के ऊँचापुल स्थित रामलीला मैदान में सीएम ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के साथ कुमाऊं की 29 विधानसभा सीटों के लिए तैयार जन सुझाव रथ को रवाना किया। सीएम ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कटाक्ष किया और कहा कि पिछले 60 वर्ष से सरकार चलाने वाली पार्टी में 55 वर्ष तक एक ही परिवार ने राज किया। इस दौरान तमाम घोटाले हुए। सीएम ने कहा कि हमने अपना नायक खोया है। जनरल बिपिन रावत के निधन पर जहां पूरा देश शोकमय था और राज्य में भी तीन दिन का शोक था। उनका अंतिम संस्कार हो रहा था, वहीं इस दल के लोग गोवा में चुनावी कैंपेन लांच कर महोत्सव मना रहे थे। ये नेता देश में केवल शरीर से रहते हैं। उनकी आत्मा कहीं और रहती है। डबल इंजन सरकार में विकास तेजी से हुआ। अब पीएम 24 को कुमाऊँ में आएंगे और बड़ी सौगात दे जाएंगे। कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने कहा कि सीएम धामी के नेतृत्व में फिर से भाजपा की सरकार आएगी। इसमें विजय संकल्प यात्रा के संयोजक ज्योति प्रसाद गैरोला, प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, राजेन्द्र भंडारी शामिल रहे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि जन सुझाव रथ यात्रा में दो तरह के सुझाव लिए जाएंगे। इन सुझावों के जरिये हम अपना घोषणा पत्र तैयार करेंगे। जनता का घोषणा पत्र बनाएंगे। यह रथ कुमाऊं के सभी 29 विधानसभा क्षेत्रों में जाएगा।
सीएम धामी ने कहा कि राष्ट्र निर्माण मेंं बंगाली समाज का अहम योगदान रहा है। हमारी सरकार ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए लोगों के प्रमाण पत्र पर पूर्वी पाकिस्तान शब्द को हटाकर बंगाली समाज को सम्मान दिया है। नजूल भूमि में मालिकाना हक के लिए अध्यादेश ले आए हैं। इस दौरान ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में हाईस्कूल व इंटर कालेज खोलने, दान पत्र पर मिली भूमि पर मालिकाना हक देने, बंगाली बाहुल्य क्षेत्र के राजकीय स्कूलों में बांग्ला भाषा शुरू करने की मांग रखी गई। जिस पर सीएम कहा कि परीक्षण के बाद निश्चित तौर पर जो संभव होगा वह किया जाएगा।