रूद्रपुर : मुख्यमंत्री ने खोला विकास योजनाओं का पिटारा : 179.26 करोड़ रूपये लागत की 65 योजनाओं का किया लोकार्पण एवं शिलांयास
अधिकारी पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें तथा आपसी समन्वय बनाते हुए जनपद व प्रदेश को विकास की गति दें।
अधिकारी कार्यों व समस्याओं को सुलझाऐं, उलझाऐं नहीं। : मुख्यमंत्री
आकाश ज्ञान वाटिका, 23 जुलाई 2021, शुक्रवार, रूद्रपुर। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कलैक्ट्रेट परिसर में 179.26 करोड़ रूपये लागत की 65 योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलांयास किया। जिसमें 50 करोड़ 62 लाख 64 हजार रूपये की 29 योजनाओं का लोकार्पण शुभारंभ किया व 128 करोड़ 63 लाख 44 हजार की 36 योजनाओं का शिलांयास किया।
उन्होंने विधानसभा क्षेत्र किच्छा के अन्तर्गत आजादनगर-सुनैरा-बरौरा-लालपुर मोटर मार्ग का होटमिक्स द्वारा पुनर्निर्माण एवं सुधार कार्य 496.69 लाख रूपये, विधान सभा क्षेत्र किच्छा के अन्तर्गत देवरिया-चुटकी-आजाद नगर मोटर मार्ग में पीसी द्वारा पुनर्निमाण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य लागत 248.39 लाख रूपये, वि.स. किच्छा के अन्तर्गत गिद्धपुरी-वीरूनंगला मोटर मार्ग का पीसी द्वारा पुर्न निर्माण एवं सुदृढ़ीकरण कार्य लागत 162.91 लाख रूपये, वि.स. क्षेत्र किच्छा अन्तर्गत सूर्य नगर-तिलियापुर मोटर मार्ग के पिपलिया चैराहे से आचार्य काॅलोनी होते हुए सावन सिंह के निकट गुरूद्वारे वाले रोड के अन्त तक मोटर मार्ग का निर्माण लागत 115.41 लाख रूपये, विधान सभा क्षेत्र गदरपुर के अन्तर्गत खानपुर पश्चिम से सरदार नगर बेरियादौलत-रोशनपुर-तौतेवाला-मासेवाला तक मार्ग का पुनः निर्माण कार्य लागत 294.43 लाख रूपये, ऊधम सिंह नगर में ईवीएम एवं वीवीपैट हेतु गौदाम निर्माण लागत 426.65 लाख रूपये, रा.इ.काॅ. दिनेशपुर में भवन निर्माण 356.91 लाख रूपये, राजकीय आश्रम पद्धति विद्यालय खटीमा में टाइप-2 के छः आवास निर्माण कार्य लागत 111.84 लाख रूपये, चिकित्सालय खटीमा में 1000 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट निर्माण कार्य लागत 153.00 लाख रूपये, राजकीय चिकित्सालय बाजपुर में 400 एलपीएम का ऑक्सीजन प्लांट निर्माण कार्य लागत 82.00 लाख रूपये, एलडी भट्ट चिकित्सालय काशीपुर में 500 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट निर्माण कार्य लागत 100.23 लाख रूपये, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किच्छा में 500 एलपीएम क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट निर्माण कार्य लागत 77.00 लाख रूपये व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किच्छा का नवीनीकरण एवं 40 प्वाइंट ऑक्सीजन संचरण कार्य लागत 111.00 लाख रूपये, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र खटीमा में आधुनिकीकरण लागत 125 लाख रूपये, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बाजपुर का आधुनिकीकरण लागत 60 लाख रूपये, आदित्य चैक किच्छा का सौन्दर्यकरण 10.86 लाख रूपये, सितारगंज के ग्राम गगनपुर में गुरूनाम चैराहे से कैलाशपुरी की ओर मार्ग मरम्मत लागत 67.03 लाख, विधानसभा सितारगंज के अन्तर्गत ग्राम सिसौना बरूआबाग में चैरगलिया मुख्य मार्ग से रिश्पाल एवं रमेश मास्टर तथा मझरा में राजेन्द्र के घर से गौतम सिंह के घर तक सड़क डामरीकरण कार्य लागत 114.11 लाख रूपये, वि.स.क्षे. नानकमत्ता के कोदाखेड़ा में सतनाम सिंह-दीवान सिंह के घर की ओर मार्ग निर्माण लागत 61.66 लाख रूपये, नानकमत्ता हाईवे से बिडौरा मझोला में जनरेल प्रधान के घर की ओर मझोला होते हुए घेरा फार्म की ओर भूसरा तक मार्ग डामरीकरण लागत 203 लाख रूपये, नानकमत्ता के ग्राम अगली घुसरी से पिछली घुसरी तक मार्ग डामरीकरण कार्य लागत 57.95 लाख रूपये, खटीमा के ग्राम भुड़ाभुड़िया तिराहे से गणेश चन्द्र व मोहन सिंह सामन्त के घर होते हुए फुलैया गलाबाग की ओर मोटर मार्ग का नव निर्माण लागत 146.93 लाख रूपये, खटीमा में नगला तराई ग्राम सभा के विभिन्न आन्तरिक मार्गों का डामरीकरण कार्य लागत 113.70 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत टेड़ाघाट से बरी अंजनिया तक मार्ग निर्माण लागत 113.82 लाख रूपये, खटीमा में ग्राम दाहढाकी में मैन रोड से राय सिक्खों के घर तक मोटर मार्ग निर्माण लागत 183.95 लाख रूपये, खटीमा में अलाविर्दी सरदार पट्टी में लिंक रोड से आदर्श शिक्षा निकेतन से केसर की दुकान तक मार्ग नव निर्माण कार्य लागत 104.81 लाख रूपये, खटीमा के ग्रामसभा पकड़िया और अमाऊ में आन्तरिक मार्गों का पुनः निर्माण लागत 180.10 लाख रूपये, खटीमा में राष्ट्रीय राजमार्ग टनकपुर रोड से लालकोठी होते हुए एसएसबी कैम्प तक जाने वाले मार्ग का पुनः निर्माण लागत 104.40 लाख रूपये, खटीमा मुख्य चैराहे से अमाऊ चौराहे टनकपुर रोड की ओर मार्ग निर्माण एवं स्ट्रीट लाईट कार्य लागत 678.86 लाख रूपये की धनराशि के लोकार्पण किये।
इसी तरह शिलांयास में विकास खण्ड सितारंगज के नगला में नलकूप निर्माण लागत 65.91 लाख रूपये, विकास खण्ड रूद्रपुर में कार्यालय भवन का निर्माण लागत 262 लाख रूपये, विकास खण्ड काशीपुर कार्यालय भवन निर्माण लागत 307.18 लाख रूपये, गदरपुर के अन्र्तगत ग्राम सभा सकैनिया 2 किमी. इन्टरलाॅकिंग टाइल्स सी.सी. मार्ग निर्माण कार्य लागत 172.96 लाख रूपये, गदरपुर में ग्राम खानपुर पश्चिम में 2 किमी. इन्टरलाॅकिंग टाइल्स सी.सी. मार्ग निर्माण कार्य लागत 174.07 लाख रूपये, विधानसभा क्षेत्र गदरपुर के अन्र्तगत ग्राम रोशनपुर में 2 किमी. इन्टरलाॅकिंग टाइल्स मार्ग निर्माण कार्य लागत 173.44 लाख रूपये, राजकीय जनजाति क्षात्रावास काशीपुर में टाइप-3 का एक भवन तथा टाइप-2 के दो भवनों का निर्माण कार्य लागत 73.08 लाख रूपये, उज्जवल सीएलएफ ग्राम पंचायत रतनपुर हेतु कड़कनाथ कुक्कुड प्रक्षेत्र की स्थापना कार्य लागत 37.90 लाख रूपये, खटीमा के नवीन बस अड्डे का निर्माण कार्य लागत 820 लाख रूपये, खटीमा स्थित पुराने बस स्टेण्ड की भूमि पर व्यवसायिक/पार्किंग कम्पॅलेक्स का निर्माण कार्य लागत 1049 लाख रूपये, तहसील खटीमा के सामने पार्क एवं रोड साइड के सौंदर्यकरण का कार्य लागत 82.40 लाख रूपये, ग्राम चकरपुर खटीमा 1.50 हेक्टेयर वन भूमि में वन चेतना स्टेडियम का निर्माण कार्य लागत 700.00 लाख रूपये, किच्छा में नवीन बस अड्डे का निर्माण लागत 1149 लाख रूपये, खटीमा-टनकपुर चौराहे का सौन्दर्यकरण कार्य लागत 10.37 लाख रूपये, रूद्रपुर में यातायात परियोजना का निर्माण लागत 5111 लाख रूपये, सितारगंज के नकुलिया में जूनियर हाईस्कूल से राय सिक्ख बस्ती तक मार्ग नव निर्माण लागत 128.64 लाख रूपये, नानकमत्ता के अन्तर्गत ग्राम देवीपुरा से ज्ञानपुर गोढ़ी मोटर मार्ग एवं किमी० 2 पर 60 मीटर स्पान का आरसीसी पीएचसी गर्डर पुल निर्माण लागत 581 लाख, नानकमत्ता में ग्राम डियूडी से देवकली मटिहा मार्ग का डामरीकरण लागत 160.85 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत चकरपुर में बिचपुरी बूढ़ाबाग से खेतसण्डा मुस्ताजर मार्ग का डामरीकरण पुनःनिर्माण कार्य लागत 131.80 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत पिपलिया-सकलपट्टी-गौझरिया मार्ग का डामरीकरण पुनःनिर्माण कार्य लागत 46.44 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत देवकलां होते हुए वनभुड़िया-भूड़ा किशनी मार्ग का डामरीकरण पुनःनिर्माण कार्य लागत 116 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत सड़सड़िया से प्रतापपुर नम्बर-4 तक मार्ग का डामरीकरण पुनः निर्माण कार्य लागत 110.93 लाख रूपये, खटीमा में एनएच-125 के किमी 31 तिगरी से थारू टिगरी तक मोटर मार्ग का पुनः निर्माण कार्य लागत 37.70 लाख रूपये, खटीमा के चकरपुर-नौगवाॅनाथ-बगियाघाट तक मोटर मार्ग का डामरीकरण कार्य लागत 57.09 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत बगियाघाट से प्राईमरी स्कूल मार्ग का डामरीकरण पुनः निर्माण कार्य लागत 26.06 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत कुआंखेड़ा-सवौरा मार्ग का डामरीकरण पुनःनिर्माण कार्य लागत 58.62 लाख रूपये, खटीमा के अन्तर्गत सवौरा-उलधन-बिसौटा मार्ग के अवशेष भाग का पुनः निर्माण कार्य लागत 40.87 लाख रूपये, सवौरा-उलधन-बिसौटा मार्ग का पुनःनिर्माण कार्य लागत 63.51 लाख रूपये, वि.स. क्षेत्र जसपुर में काशीपुर मैन रोड मार्ग के किमी 11 से 13 तक मार्ग का सुदृढ़ीकरण कार्य लागत 351 लाख रूपये, जसपुर में दुर्गापुर किलांवली-मालधनचैड़ मार्ग का सुदृढ़ीकरण एवं डामरीकरण कार्य लागत 232.82 लाख रूपये, वि.स.क्षे. जसपुर में हजीरो मार्ग से हरजिन्दर के घर से खालीपार पट्टी तक मार्ग पुनः निर्माण कार्य लागत 116.53 लाख, वि.स.क्षे. काशीपुर में काशीपुर-मुरादाबाद मार्ग पर ढेला पुल से पहले दक्षिण दिशा की ओर जाने वाली ढकिया गुलाबो एवं फसियापुर अलीगंज मार्ग का पुनः निर्माण कार्य लागत 83.81 लाख रूपये, काशीपुर-अलीगंज मोटर मार्ग पर आनन्द राइस मिल के बराबर से फोरलेन तक मार्ग का नव निर्माण लागत 95.26 लाख रूपये, खटीमा स्थित मुख्य धाम का सौन्दर्यकरण कार्य लगत 87.09 लाख रूपये, खटीमा में शहीद स्थल पर भव्य स्मारक निर्माण कार्य लागत 49.92 लाख रूपये, लालकोठी शारदा घाट मन्दिर का सौन्दर्यकरण कार्य लागत 49.72 लाख रूपये, भारामल मन्दिर का सौन्दर्यकरण कार्य लागत 49.42 लाख रूपये के कार्यों का शिलांयास मुख्यमंत्री द्वारा किया गया।
इसके उपरान्त मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा बैठक की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि अधिकारी पूर्ण मनोयोग के साथ कार्य करें तथा आपसी समन्वय बनाते हुए जनपद व प्रदेश को विकास की गति दें। उन्होंने कहा कि राज्य में आगामी चार माह के अन्तर्गत सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है इसलिए वैक्सीनेशन के कार्य में तेजी लायें ताकि हम शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन वाला देश का प्रथम राज्य बन सकें। उन्होंने सख्त निर्देश देते हुए अधिकारियों से कहा कि समस्या जिस स्तर की है, उसे उसी स्तर पर निस्तारित किया जाये, समस्या कतई लम्बित नहीं रहनी चाहिए। हीलाहवाली करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय करते हुए कार्यवाही भी की जायेगी। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अधिकारी कार्यों व समस्याओं को सुलझाऐं, उलझाऐं नहीं। उन्होंने समीक्षा के दौरान एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे कार्यों में गति लायें व गदरपुर वाईपास, पुलभट्टा सड़क, काशीपुर व जसपुर बाईपास कार्य, काशीपुर शहर में मुख्य सड़क कार्य एवं आरओबी निर्माण कार्य, रूद्रपुर में शमशान घाट से मेडिसिटी चिकित्सालय तक सड़क निर्माण कार्य शीघ्र कराने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को सभी के राशन कार्ड त्रुटि निवारण करते हुए ऑनलाइन करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री धामी ने किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, वन भूमि मामले, महालक्ष्मी योजना, आपदा राहत एवं बचाव कार्यों, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, अमृत, जल जीवन मिशन आदि की गहनता से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन भारत सरकार की महत्वाकाॅक्षी योजना है। उन्होंने योजना कार्य की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि धन की पर्याप्त उपलब्धता होने पर भी अधिकारियों द्वारा कार्य धीमी गति से किया जा रहा है जोकि चिन्तनीय है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि अधिकारियों को अपनी कार्य शैली में बदलाव लाना होगा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन योजना की पाक्षिक समीक्षा की जायेगी। कार्यों में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। योजना कार्यों का थर्ड पार्टी से भौतिक सत्यापन भी कराया जायेगा। उन्होंने कोविड कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि संभावित थर्ड वेव के मद्देनज़र सारी व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा सभी चिकित्सालयों में बच्चा बेड, ऑक्सीजन के साथ ही बाल रोग विशेषज्ञ की तैनाती की जाये और जरूरत पड़ने पर प्राइवेट चिकित्सालयों से बालरोग विशेषज्ञ तैनात किये जायें। उन्होंने कहा कि जनपद की सीमा से लगे जनपदों-मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, बिजनौर, चम्पावत, पीलीभीत के साथ ही नेपाल से भी जनपद में ईलाज हेतु मरीज आते हैं, इसलिए सभी पहलुओं पर विचार करते हुए पहले से भी पर्याप्त व्यवस्थाऐं सुनिश्चित की जायें। उन्होंने एलडी भट्ट चिकित्सालय काशीपुर में शासन 7 लाख प्रतिमाह अनुबन्ध के उपरान्त भी हृदय रोग विशेषज्ञ के चिकित्सालय में नहीं बैठने की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एक सप्ताह में जाॅच रिपोर्ट शासन को भेजने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
उन्होंने विधायकों द्वारा वन भूमि मामला उठाये जाने पर मामलों के निस्तारण हेतु मण्डलायुक्त को निर्देश दिये कि वे सभी विधायकों एवं सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक कर मामलों पर उचित कार्यवाही करते हुए शासन को प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने आपदा बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारियों एवं कर्मचारियों की माॅकड्रिल के साथ ही उनकी ट्रेनिंग भी करायी जाये। उन्होंने कहा कि अगली बार और अधिक गहनता से विकास कार्यों की समीक्षा की जायेगी इसलिए अधिकारी समयबद्धता, गुणवत्ता से कार्यों को गति दें व सही से होमवर्क कर बैठक में आयें।
गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग तथा ग्राम्य विकास एवं जनपद प्रभारी मंत्री यतीश्वरानन्द ने कहा कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत कार्यों को गति दी जाये तथा दो करोड़ से नीचे की योजनाओं को जिलाधिकारी तत्काल स्वीकृत करते हुए कार्य प्रारंभ करायें।उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन कार्यों की पाक्षिक समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लाॅक स्तर पर बहुद्देशीय शिविर का रोस्टर जारी किया जाये व स्वंय बहुद्देशीय शिविरों में प्रतिभाग करेंगे।
जिलाधिकारी रंजना राजगुरू ने समीक्षा के दौरान बताया कि जनपद में 45 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग का 46 प्रतिशत व 18 वर्ष से अधिक आयु वालों का 24 प्रतिशत इस तरह कुल जनपद में 35 प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेशन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि कोविड की तीसरी वेव की तैयारी कर ली गयी है। इसके लिए पर्याप्त बच्चा बैड, पीकू-नीकू बैड के साथ ही आॅक्सीजन बैडों की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सीएचसी, पीएचसी में जम्बो ऑक्सीजन सिलैण्डर रखे गये हैं, निजि चिकित्सालयों से भी वार्ता कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि जनपद में 168 मुख्यमंत्री घोषणाओं के सापेक्ष 119 घोषणाओं में वित्त्तीय एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है सभी में कार्य प्रारंभ कर दिये गये हैं। इसके साथ ही उन्होंने जनपद में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।
बैठक में समाज कल्याण एवं परिवहन मंत्री यशपाल आर्य, विधायक हरभजन सिंह चीमा, राजकुमार ठुकराल, राजेश शुक्ला, सौरभ बहुगुणा, प्रेम सिंह राणा, आदेश सिंह चौहान, मेयर रामपाल सिंह, ऊषा चौधरी, जिलाध्यक्ष भाजपा शिव अरोरा, उपाध्यक्ष अमित नारंग के साथ ही सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगोली, मण्डलायुक्त सुशील कुमार, आईजी अजय रौतेला, एसएसपी दिलीप सिंह कुॅवर, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु खुराना, सहित सभी अधिकारी मौजूद थे।