मुख्यमंत्री ने डाटकाली सुरंग और आरओबी खोलने के दिए निर्देश
देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने लोक निर्माण विभाग को फिर से निर्देश दिए कि डाटकाली सुरंग और मोहकमपुर आरओबी पर शीघ्र ट्रैफिक संचालन कराएं। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इसके साथ ही सड़कों के गड्ढों को भरने में तेजी लाएं।
राजधानी के अलावा ऋषिकेश, हरिद्वार आदि शहरों में क्षतिग्रस्त सड़कों को समय पर सुरक्षित आवाजाही के लिए तैयार कराया जाए। इस संबंध में शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फिर से लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि कुछ जगह सड़कों पर सुधार कार्य शुरू हो गया है। जबकि कई सड़कों पर अभी भी गड्ढे बने हुए हैं। ऐसे में सभी सड़कों को अपनी प्राथमिकता में रखते हुए सुरक्षित आवाजाही के लिए तैयार की जाए।
उन्होंने लोनिवि के प्रमुख अभियंता आरसी पुरोहित को निर्देश दिए कि सड़कों की मरम्मत का जो कार्य किया जा रहा है, उसकी गुणवत्ता देखने वह स्वयं मौके पर जाएं। उन्होंने डाटकाली, मोहकमपुर फाटक आदि को जोडऩे वाली सड़कों को भी सुरक्षित करने के निर्देश दिए। शहर में साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगर आयुक्त विजय कुमार जोगदंडे को दी गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहर की सड़कों को साफ-सुथरा रखें। इसके अलावा सौंदर्यीकरण की योजनाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए हैं।
मोहकमपुर आरओबी के दोनों तरफ चढ़ने को बनी सीढ़ियां
हरिद्वार हाईवे के मोहकमपुर फाटक के पास रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) पर चढ़ने को दोनों तरफ सीढ़ियां बनाई गई हैं। इन सीढ़ियों से चढ़कर स्थानीय लोग आरओबी पर आवाजाही कर सकते हैं। इसके अलावा लंबी दूरी तय करने की बजाय बीच से ही सीढ़ियां चढ़कर आरओबी पर पहुंच सकेंगे। मोहकमपुर फाटक के दोनों ओर घनी आबादी है। यहां रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के बाद सड़क के आर-पार जाने की समस्या है।
ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग ने लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए आरओबी के बीच में सीढ़ियां बनाई हैं। इन सीढि़यों से चढ़कर लोग न केवल आरओबी के ऊपर सर्विस लेन तक पहुंच सकेंगे, बल्कि दूसरी तरह भी जा सकेंगे। इससे फाटक के दोनों तरफ बसी आबादी और व्यापारियों को लाभ मिलेगा। लंबा फेर लगाने की बजाय लोग बीच से सीढ़ी चढ़कर दोनों तरफ आवाजाही कर सकेंगे।
राष्ट्रीय राजमार्ग खंड डोईवाला के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह का कहना है कि सीढ़ियों वाला यह पहला रेलवे ओवरब्रिज है। रेलवे क्रॉसिंग के चलते इसे इस तरह का बनाया गया है। सीढि़यां पूरी तरह से रेलिंग लगाकर बनाई गई हैं। ऐसे में इसमें बच्चे-बुजुर्ग भी आसानी से आवाजाही कर सकेंगे। इन सीढ़ियों से अक्टूबर दूसरे सप्ताह तक आवाजाही कराई जाएगी। सीढि़यों से खतरा भी कम नहीं आरओबी पर बनी सीढ़ियों से लोग बस और दूसरे वाहनों से उतरने का प्रयास करेंगे। ऐसे में तेज रफ्तार वाहन दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा सिटी बस और दूसरी पैसेंजर बस भी यहां यात्री उतारने और बैठाने का काम कर सकती हैं।
इसके लिए सुरक्षा के कड़े मानक तय किए जाने होंगे। अन्यथा इन सीढि़यों के चक्कर में दुर्घटना की संभावनाएं बढ़ सकती हैं। उद्घाटन पर नहीं स्थिति साफ राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिशासी अभियंता ओपी सिंह ने बताया कि उद्घाटन को लेकर मंत्रालय को पत्र भेजा गया है। फिलहाल कोई जवाब नहीं मिला है। इन्वेस्टर्स समिट को देखते हुए पांच अक्टूबर से कुछ दिन के लिए आवाजाही कराई जा सकती है। इसके बाद विधिवत उद्घाटन किया जाएगा। फिलहाल सर्विस लेन समेत दूसरे सुरक्षा के काम किए जा रहे हैं।